Move to Jagran APP

CBSE 10th Result 2021: छात्र-छात्राओं ने भविष्य की योजनाओं का खाका खींचना किया शुरू, चिकित्सा और इंजीनियरिंग है पसंद

CBSE 10th Result 2021 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का 10वीं का परिणाम जारी होने के साथ ही छात्र-छात्रओं ने भविष्य की योजनाओं का खाका खींचना शुरू कर दिया है। बात करियर की करें तो अधिकांश मेधावी शोध चिकित्सा और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:01 AM (IST)
Hero Image
छात्र-छात्राओं ने भविष्य की योजनाओं का खाका खींचना किया शुरू, चिकित्सा और इंजीनियरिंग है पसंद।
जागरण संवाददाता, देहरादून। CBSE 10th Result 2021 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का 10वीं का परिणाम जारी होने के साथ ही छात्र-छात्रओं ने भविष्य की योजनाओं का खाका खींचना शुरू कर दिया है। बात करियर की करें तो अधिकांश मेधावी शोध, चिकित्सा और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। कुछ का लक्ष्य आइएएस बनकर समाज की सेवा करना भी है। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी भी शुरू कर दी है।

चिकित्सक बनना चाहते हैं शैलेष ओली

जसवंत माडर्न स्कूल के छात्र शैलेष ओली ने 99.8 फीसद अंक प्राप्त किए हैं। वह चिकित्सक बनना चाहते हैं। इसके लिए 11वीं में बायोलाजी से पढ़ाई करेंगे। उनके पिता मधुसूदन ओली और मां इंदिरा ओली दोनों ही सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं।

कंप्यूटर इंजीनियर बनना सक्षम की चाहत

द टोंसब्रिज स्कूल के छात्र सक्षम सकलानी को 10वीं में 99.6 फीसद अंक मिले हैं। सक्षम कंप्यूटर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। उनके पिता सुनील सकलानी सेना में सूबेदार मेजर हैं और मां निशा सकलानी शिक्षिका।

शोध करना चाहती हैं शगुन नेगी

सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल की छात्र शगुन नेगी ने 99 फीसद अंक हासिल किए हैं। उनके पिता राजेंद्र सिंह एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं और मां सुनीता नेगी गृहिणी हैं। शगुन 11वीं में गणित लेकर शोध के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं।

आइएएस बनना है नियति का सपना

द सेपियंस स्कूल विकासनगर की नियति सैनी ने 10वीं में 99.8 फीसद अंक प्राप्त कर मान बढ़ाया। नियति ने 500 में से 499 अंक हासिल किए हैं। वह आइएएस बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं।

अनमोल की पसंद चिकित्सा क्षेत्र

माउंट लिट्रा जी स्कूल से 10वीं 99.6 फीसद के साथ पास करने वाले अनमोल शर्मा चिकित्सक बनना चाहते हैं। वह अपने परिवार के साथ सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी परिसर में रहते हैं। उनके पिता रानू शर्मा आइटीबीपी में में तैनात हैं। मां शांति देवी गृहिणी हैं।

चिकित्सक बनना चाहती हैं निहारिका कौर

केवि नंबर एक हाथीबड़कला की छात्र निहारिका कौर ने दसवीं के परिणाम में 99.8 फीसद अंक हासिल कर देहरादून केवि संभाग में अव्वल स्थान हासिल किया। वह डाक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। उनके पिता पवन कुमार व्यवसायी हैं और मां प्रतिभा गृहणी।

यह भी पढ़ें- गलत अंक भरने वाले चार स्कूलों का परिणाम रुका, 390 छात्र हुए प्रभावित; दिनभर करते रहे स्कूल प्रबंधन से संपर्क

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।