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सीबीएसई ने दिव्यांग छात्रों को दी परीक्षा न देने की छूट

सीबीएसई ने दिव्यांग छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में न बैठने की छूट दी है। ऐसे छात्रों के लिए परीक्षा में सहायक मिलना और सहायक के साथ शारीरिक दूरी बनाना बड़ी चुनौती साबित होगी।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 08 Jun 2020 05:40 PM (IST)
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सीबीएसई ने दिव्यांग छात्रों को दी परीक्षा न देने की छूट
देहरादून, जेएनएन। वायरस संक्रमण को देखते हुए सीबीएसई ने दिव्यांग छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में न बैठने की छूट दी है। ऐसे छात्रों के लिए परीक्षा में सहायक मिलना और सहायक के साथ शारीरिक दूरी बनाना, बड़ी चुनौती साबित होगी। हालांकि सीबीएसई ने यह व्यवस्था वैकल्पिक रखी है।

छात्र-छात्रओं को परीक्षा के लिए एक जिले से दूसरे जिले या दूसरे राज्य में यात्र न करनी पड़े, इसके लिए उनके मौजूदा स्थान पर ही परीक्षा केंद्र चुनने की छूट दी गई है। वहीं सीबीएसई ने दिव्यांग छात्रों को विशेष छूट देते हुए बोर्ड परीक्षा में बैठना वैकल्पिक कर दिया है। सीबीएसई ने कहा कि दिव्यांग छात्रों को परीक्षा देने के लिए एक सहायक की आवश्यकता पड़ती है। 

मौजूदा हालात में छात्रों को सहायक मिल पाना मुश्किल है। जिन छात्रों के सहायक उनकी परीक्षा लिखने के लिए तैयार हो जाते हैं, उनके बीच में शारीरिक दूरी बनाना बड़ी चुनौती होगी। ऐसे में जो दिव्यांग छात्र परीक्षा नहीं देना चाहते वे अपने स्कूल को इस बारे में सूचित कर सकते हैं। ऐसे छात्रों का बोर्ड रिजल्ट वैकल्पिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किया जाएगा। 

एनआइईपीवीडी (राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान) के निदेशक प्रोफेसर नचिकेता राउत ने कहा कि सीबीएसई द्वारा दिव्यांग छात्र-छात्रओं को बोर्ड परीक्षाएं न देने का विकल्प दिया गया है। बताया कि संस्थान में बोर्ड कक्षाओं के पांच छात्र-छात्रएं रह गए हैं। उन्हीं छात्र-छात्रओं को परीक्षा दिलाई जाएगी।

आने वाला समय वर्चुअल क्लासेस का : डॉ.धन सिंह

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि आने वाला समय ऑनलाइन एजुकेशन, ई लर्निंग और वर्चुअल क्लासेस का है। राज्य सरकार प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में ई-ग्रंथालय की स्थापना करेगी। यह बात उन्होंने रविवार को ऑनलाइन कार्यक्रम में कही।

उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) व एमआइटी हल्द्वानी के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को बतौर मुख्य अतिथि डॉ.धन सिंह रावत ने संबोधित किया। इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का विषय रोल ऑफ टेक्नोलॉजी इन द एरा ऑफ कोविड-19 फॉर एजुकेशन था। वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि किस प्रकार कुमाऊं यूनिवर्सटिी द्वारा ऑनलाइन क्लासेस का संचालन किया जा रहा है। 

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एमआइटी के निदेशक अरुण सक्सेना ने बताया कि रविवार को पहले दिन विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों ने विचार रखें। यूसर्क के निदेशक प्रो.दुर्गेश पंत ने ऑनलाइन शिक्षा को भविष्य की जरूरत बताया।

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