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सीबीएसई स्कूलों में अब साल में 10 दिन नो बैग डे, नई शिक्षा नीति-2020 के तहत जारी किया नोटिफिकेशन

CBSE No Bag Day सीबीएसई ने नई शिक्षा नीति के तहत साल में 10 दिन नो बैग डे रखने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य छात्रों को बैग के बोझ से मुक्त करके उन्हें कक्षा के बाहर शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। छात्र इस दिन प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे और ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे।

By Sumit kumar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Thu, 26 Sep 2024 08:50 PM (IST)
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CBSE No Bag Day: 10 दिन बैग के बोझ से मुक्त छात्र गैर शैक्षणिक गतिविधि में होंगे शामिल. Concept Photo
जागरण संवाददाता, देहरादून। CBSE No Bag Day: नई शिक्षा नीति-2020 के तहत सीबीएसई स्कूलों में अब साल में 10 दिन 'नो बैग डे' होगा। इस संबंध में सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने नोटिफिकेशन जारी किया है।

इसमें कहा गया है कि छात्रों को 'बैग के बोझ से' मुक्ति देकर कक्षा के बाहर शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में भागीदारी बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। गैर शैक्षणिक गतिविधि में शामिल होकर छात्र प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे।

1,450 स्कूल शामिल

सीबीएसई के देहरादून रीजन की बात करें तो उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ जिले (बदायूं, संभल, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, बिजनौर व सहारनपुर) के सरकारी व निजी श्रेणी के तकरीबन 1,450 स्कूल शामिल हैं।

सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. दिनेश बड़थ्वाल ने बताया कि सीबीएसई ने अच्छी पहल करते हुए साल में 10 दिन नो बैग डे के संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है। यह सिर्फ बैग न लाने, बल्कि छात्रों को तनावमुक्त करने के लिए किया गया है।

साथ ही उन्हें अन्य गतिविधियों में शामिल होने के साथ ही छात्र ऐतिहासिक व पर्यटन स्थल, ओल्ड एज होम का भ्रमण कर इससे जुड़ी नई जानकारी हासिल कर सकेंगे। इससे छात्रों को सामाजिक गतिविधियों से भी जोड़ना है, ताकि किताबों से हटकर वह बेसिक जानकारी हासिल कर सकें। यह सीबीएसई का बेहतर प्रयास है। सभी स्कूलों में इसका पालन होना चाहिए।

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