चेन लूट में दिल्ली के कोबरा गैंग के दो बदमाश गिरफ्तार Dehradun News
पुलिस ने बंदूक के दम पर ताबड़तोड़ चेन लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दिल्ली के कोबरा गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।
By Edited By: Updated: Tue, 23 Jul 2019 12:14 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। बंदूक के दम पर ताबड़तोड़ चेन लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दिल्ली के कोबरा गैंग के दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के पास से लूटी हुई सोने की छह चेन और लूट में प्रयुक्त बाइक और स्कूटी भी बरामद कर ली गई है। हालांकि, गिरोह का सरगना अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। हालिया दिनों में ताबड़तोड़ चेन लूट की वारदात से दून पुलिस की नाक में दम करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है।
दून और ऋषिकेश में पिछले सप्ताह बाइक और स्कूटी सवार बदमाशों के गैंग ने एक के बाद एक छह चेन लूट और एक पर्स लूट की घटना को अंजाम दिया। इससे शहर में दहशत का माहौल बना था। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने सोमवार को सात घटनाओं का खुलासा करते हुए दावा किया कि दिल्ली के कोबरा गैंग के सदस्य मोहम्मद अरशद निवासी बजीराबाद, मोहम्मद अनवर निवासी तिमारपुर और मोहम्मद लिंटोन उर्फ हंसमुख निवासी आइपी एस्टेट नई दिल्ली ने ऋषिकेश, रायपुर, नेहरू कॉलोनी, वसंत विहार क्षेत्र में तमंचे के दम पर चेन व पर्स लूटे। जिसके बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे।
ऐसे में पुलिस के लिए इस प्रकार की घटनाओं को रोकना और आरोपितों को पकड़ना चुनौती बन गया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, सर्विलास और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपितों का सुराग लगाते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने घटना को अंजाम देने की बात भी कबूल कर ली है। आरोपितों के पास दो तमंचे मय कारतूस भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि लूटी गई सोने की चेन को हरिद्वार स्थित कलियर में बेचने का प्रयास करने के दौरान दोनों को पुलिस ने दबोच लिया। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि लूट की घटना में लीडर की भूमिका निभाने वाला अरशद फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी को पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
बड़ी लूट में गए जेल
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश लिंटोन 2012 में चोरी, 2016 में दरियागंज में 10 लाख की लूट और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पांच लाख की लूट में जेल जा चुका है। जबकि अनवर 2016 में जयपुर में चांदी व्यापारी से 20 लाख की लूट में जेल जा चुका है। दूसरे राज्यों से भी आरोपितों के आपराधिक इतिहास की जानकारी मांगी जा रही है। कपड़े और नंबर प्लेट रखते थे साथ लूट की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश चेकिंग में पकड़े जाने के डर से कपड़े और फर्जी नंबर प्लेट साथ रखते थे। लूट की घटना से कुछ दूरी पर जाकर कपड़े बदल देते थे। इसी तरह गाड़ी की नंबर प्लेट भी बदल देते थे। इससे पुलिस चेकिंग में आसानी से बच जाते थे।
लूट खोलने में पुलिस के छूट गए पसीने
हथियारों के बल पर चेन लूट की घटनाएं दून में पहली बार हुई। इससे आम लोग दहशत में थे। पुलिस भी लुटेरों की चुनौती से चिंतित थी। इसके लिए पुलिस ने भी पांच टीमें, घटना स्थल के आसपास के 300 सीसीटीवी कैमरे, दो सौ होटल, गेस्ट हाउस में चेकिंग, 32 पुराने अपराधियों से पूछताछ, बिना नंबर की 58 मोटर साइकिल, स्कूटर को ट्रेस कर और सर्विलांस की मदद से दो सौ से अधिक संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच की। तब जाकर पुलिस को आरोपितों का सुराग लगा।यह भी पढ़ें: फ्लैट के नाम पर 61 लाख की ठगी के दो आरोपित गिरफ्तारयह भी पढ़ें: पुलिस के हत्थे चढ़ा ट्रांसफार्मर चोर गिरोह, 34 वारदातों का पर्दाफाश; ऐसे देते थे घटना को अंजाम
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