Chandra Grahan 2022 : ज्योतिषाचार्यों ने चेताया, 15 दिन के अंदर दो ग्रहण डाल सकते हैं ये छह अशुभ प्रभाव
Chandra Grahan 2022 इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगा था। अब देव दिवाली पर आठ नवंबर के दिन वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) लगने वाला है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 15 दिनों में दो ग्रहण का दुनिया पर असर पड़ना तय है।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Tue, 08 Nov 2022 05:43 PM (IST)
टीम जागरण, देहरादून : Chandra Grahan 2022 : इस वर्ष अक्टूबर और नवंबर माह में 15 दिन के अंदर दो ग्रहण पड़ रहे हैं जो दुनिया में अशुभ प्रभाव डाल सकते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 15 दिनों में दो ग्रहण का दुनिया पर असर पड़ना तय है।
इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को लगा था। अब देव दिवाली पर आठ नवंबर के दिन वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) लगने वाला है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत में अधिकांश क्षेत्रों से यह चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) आंशिक रूप में देखने को मिलेगा।
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तीन घंटा 40 मिनट तक रहेगा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022)
भारत में पूर्ण चंद्र ग्रहण दोपहर 2 बजकर 40मिनट के बाद शुरू होकर शाम 6.20 तक रहेगा। चंद्र ग्रहण करीब तीन घंटा 40 मिनट तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य डॉक्टर सुशांत राज के मुताबिक इन ग्रहण के प्रभावों से मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है।
- प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं।
- देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
- आंधी, भूकंप या भूस्खलन होने की आशंका है।
- देश में तनाव और डर का माहौल बन सकता है।
- आतंकी घटनाएं हो सकती हैं।
- औद्योगिक कार्यों में गिरावट आ सकती है।
भारत के अलावा इन देशों में भी देगा दिखाई
भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।यह भी पढ़ें : Chandra Grahan 2022 : साल का अंतिम चंद्रग्रहण मंगलवार को, उत्तराखंड में इस समय दिखेगा ग्रहण
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।चंद्र ग्रहण पर क्या सावधानी बरतें
ज्योतिषाचार्य डॉक्टर सुशांत राज के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। जिसका हमारे जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है। इन अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कई उपाय किए जाते हैं।- मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं
- सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है
- गर्भवती महिलाओं को सावधान रहना चाहिए
- पूजा या अन्य धार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए
- यात्रा करने से बचें
- ग्रहण के दौरान भोजन न करें
- बच्चे और गर्भवती महिलाएं खाद्य पदार्थों में कुश या तुलसी के पत्ते डालकर भोजन ग्रहण कर सकते हैं
- ग्रहण के बाद गंगाजल का छिड़काव करें