मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बोले, शिल्पकारों और बुनकरों को प्रोत्साहित करना जरूरी
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए शिल्पकारों और बुनकरों को प्रोत्साहित करना जरूरी है। सरकार की कोशिश है कि उत्तराखंड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों को अच्छी कीमत और बाजार मिल सके। आनलाइन मार्केटिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 14 Jun 2021 12:56 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए शिल्पकारों और बुनकरों को प्रोत्साहित करना जरूरी है। सरकार की कोशिश है कि उत्तराखंड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों को अच्छी कीमत और बाजार मिल सके। आनलाइन मार्केटिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली दौरे पर हैं। दौरे के दौरान सीएम रावत ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की।
सोमवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में नवस्थापित हिमाद्री एंपोरियम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि एंपोरियम का उद्देश्य उत्तराखंड के हथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों का विकास एवं विक्रय करना है। इसकी स्थापना से सदन में आने वाले अतिथि एवं आगंतुक राज्य के विभिन्न उत्पादों से परिचित हो सकेंगे। प्रदेश में उद्योग विभाग के अंतर्गत उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद राज्य के शिल्प उत्पादों के विकास, संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करती है। परिषद द्वारा राज्य के बुनकरों व शिल्पियों के कौशल एवं उनके उत्पादों के डिजाइन, गुणवत्ता एवं बाजार की मांग के अनुरूप विकास के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों, मेलों, कार्यशालाओं आदि का आयोजन किया जाता है।
परिषद द्वारा राज्य के उत्कृष्ट शिल्प उत्पादों का हिमाद्री ब्रांड के अंतर्गत विभिन्न एंपोरियम के माध्यम से बिक्री की जा रही है। इसी क्रम में नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के शिल्प उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन के लिए हिमाद्री एंपोरियम स्थापित किया गया है। यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं, उत्तराखंड में आयोजित किए जाएं हैंडलूम और टेक्सटाइल मेले
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