उत्तराखंड में मुख्यमंत्री की 298 घोषणाओं में से 187 हुईं पूरी
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में पिथौरागढ़ बागेश्वर एवं चंपावत जिलों की मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा की। बैठक में विधायक बलवंत सिंह भौर्याल चंदन राम दास कैलाश चंद्र गहतौड़ी वर्चुअल माध्यम से विधायक चंद्रा पंत विशन सिंह चुफाल उपस्थित थे।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 15 Feb 2021 09:31 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत के लिए की गईं 298 घोषणाओं में से 187 पूर्ण हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने अवशेष 111 घोषणाओं को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। वह हर माह इन घोषणाओं की समीक्षा भी करेंगे। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को 15 दिनों में घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। साथ ही सीएम घोषणा पोर्टल पर भी सभी घोषणाओं को अपडेट रखने को कहा गया है।
सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चंपावत जिलों की मुख्यमंत्री घोषणाओं के संबंध में बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं को पूर्ण करने में स्थानीय स्तर पर समस्या के त्वरित समाधान के लिए संबंधित विधायकों से भी समन्वय स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर पेयजल, आवागमन एवं अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। शौचालयों के निर्माण के साथ ही उनके रखरखाव की व्यवस्था भी की जाए। जल के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए। पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
बैठक में बताया गया कि पिथौरागढ़ में मुख्यमंत्री की 152 घोषणाओं में से 98 पूर्ण हो चुकी हैं। इनमें मुख्य रूप से बरम-कनार मोटर मार्ग, सिमल से नाग मोटर मार्ग, बनकोट से भट्टीगांव मोटर मार्ग के निर्माण कार्य शामिल हैं। इसके अलावा कई पेयजल योजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। पिथौरागढ़ को पर्यटक शहर के रूप में विकसित करने के लिए 85 लाख रुपये की धनराशि भी स्वीकृत की गई है। शेष घोषणाओं को पूरा करने का कार्य प्रगति पर है। बागेश्वर जिले में 58 घोषणाओं में से 36 पूर्ण हो चुकी हैं।
इनमें मुख्य रूप से पिंडारी ग्लेशियर ट्रेकिंग मार्ग के दवाली में झूला पुल एवं सोराग से सुंदर ढूंगा तक नए ट्रेकिंग रूट का कार्य पूर्ण हो चुका है। बागनाथ मंदिर में धर्मशाला एवं बैजनाथ मंदिर, गरुड़ में संग्रहालय निर्माण की घोषणा पूर्ण हो चुकी हैं। चंपावत जिले में 88 घोषणाओं में से 53 पूर्ण हो चुकी हैं। इनमें मुख्य रूप से जिला मुख्यालय का सौंदर्यीकरण, चंपावत एवं टनकपुर में आधुनिक शौचालयों का निर्माण, चंपावत में बस अड्डे का निर्माण एवं विभिन्न सड़कों के नव निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। अवशेष घोषणाओं में कार्य प्रगति पर है।
यह भी पढ़ें-केंद्रीय राज्यमंत्री ठाकुर से मिले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भगत, कहा- आपदाग्रस्त गांवों के विस्थापन को बने अलग योजना
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।