सीएम ने कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए लॉन्च किया एप, 'उत्तरांचल कला दर्पण' का भी विमोचन
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में कैंसर की रोकथाम के लिए कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा निर्मित कैनएप को लांच किया। उन्होंने कहा कि यह एप कैंसर के प्रति जागरूकता में कारगर साबित हो सकता है। इसे राज्य की स्थानीय बोलियों में भी बनाया जाए।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 25 Oct 2020 05:42 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में कैंसर की रोकथाम के लिए कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा निर्मित कैनएप को लांच किया। उन्होंने कहा कि यह एप कैंसर के प्रति जागरूकता में कारगर साबित हो सकता है। इसे राज्य की स्थानीय बोलियों में भी बनाया जाए। वहीं, दूसरी ओर सीएम रावत ने मुख्यमंत्री आवास में संस्कार भारती द्वारा प्रकाशित स्मारिका 'उत्तरांचल कला दर्पण' का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्मारिका पाठकों को रोचक एवं तथ्यपरक जानकारी उपलब्ध कराएगी।
कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. सुमिता प्रभाकर ने कहा कि यह एप स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए चार बाधाओं को दूर करने में कारगर होगा। जागरूकता और पर्याप्त जानकारी की कमी, कैंसर की रोकथाम के लिए उपकरणों की कमी और रिकॉर्ड न होने के कारण स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। यह एप स्तन कैंसर के लक्षणों, जोखिम कारकों तथा शुरुआती जांच के तरीकों के बारे में नवीनतम जानकारी देता है।
इसमें डॉक्टर की विजिट के रिमाइंडर व आगामी परीक्षण के रिमाइंडर की सुविधा उपलब्ध है। परीक्षण के दौरान पाए जाने वाले किसी भी असामान्य लक्षण का रिकॉर्ड एप में बनाया जा सकता है, जो पूरी तरह ग्राफिकल है। यह एप गढ़वाली, हिंदी, अंग्रेजी और अवधी भाषा में बनाया गया है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल, कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन के सचिव प्रवीण डंग, मधुकांत कौशिक, परम दत्ता, ललित आनंद और समीर दत्ता उपस्थित थे।
'उत्तरांचल कला दर्पण' का विमोचनमुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में संस्कार भारती द्वारा प्रकाशित स्मारिका 'उत्तरांचल कला दर्पण' का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्मारिका पाठकों को रोचक और तथ्यपरक जानकारी उपलब्ध कराएगी।विमोचन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कार भारती की स्मारिका में कला और संस्कृति से संबंधित लेख, विभिन्न ऐतिहासिक और पुरातत्व से जुड़ी जानकारियां, कविता के साथ ही चित्रण के माध्यम से विभिन्न पहलुओं का ध्यान रखा गया है।
स्मारिका के मुख्य संपादक सतीश कुमार माथुर ने कहा कि इस स्मारिका का प्रकाशन पुरातत्ववेत्ता और चित्रकार डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में किया गया है। संस्कार भारती विविध ललित कलाओं के प्रयोग से समाज में सद्गुण, प्रेम, सौहार्द, सहयोग, एकता और विश्वास का वातावरण बनाने का प्रयास कर रही है। इस अवसर पर उत्तरांचल कला दर्पण की सह संपादक सविता कपूर, अर्चना डिमरी एवं रोशन लाल भी उपस्थित थे।
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