उत्तराखंड में व्यावसायिक वाहनों का किराया और ढुलान हुआ महंगा
राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने निजी व्यावसायिक वाहनों में किराया और माल भाड़े में 15 फीसद वृद्धि कर दी है। सिटी बसों के लिए एसटीए ने अलग से किराया चार्ट जारी किया है।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 01 Aug 2018 09:25 AM (IST)
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश के निजी व्यावसायिक वाहनों में किराया व माल ढुलान अब महंगा हो गया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने निजी व्यावसायिक वाहनों में किराया और माल भाड़े में 15 फीसद वृद्धि कर दी है। केवल सिटी बसों के लिए एसटीए ने अलग से किराया चार्ट जारी किया है। इसमें तकरीबन 30 से 40 बढ़ोतरी की गई है।
इसके अलावा एसटीए ने प्रतीक्षा भाड़े में भी अतिरिक्त बढ़ोतरी की है। इतना ही नहीं, अब परिवहन निगम का किराया भी एसटीए तय करेगा। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। आयुक्त परिवहन शैलेश बगोली की अध्यक्षता में एसटीए की बैठक में किराया बढ़ाने पर मुहर लगी। सचिव एसटीए सुनीता सिंह द्वारा जारी नई किराया सूची के अनुसार अब मैदानी मार्गो पर चलने वाली साधारण बसों में यात्री को 86 पैसे प्रति किमी के दर से किराया देना होगा, पहले यह दर 75 पैसे थी।
पर्वतीय मार्गो पर किराया 109 पैसे प्रति किमी रखा गया है, पहले यह दर 95 पैसे थी। रिजर्व पार्टी परमिट के लिए मैदानी मार्ग में किराया प्रति यात्री प्रति किमी 98 पैसे होगा। इसी प्रकार पर्वतीय मार्ग के लिए किराया 138 पैसे प्रति किमी प्रति यात्री होगा।
एक्सप्रेस सेवा का किराया साधारण बस के किराये का 1.10 गुणा, सेमी डीलक्स सेवा के लिए किराया 1.25 गुणा, डीलक्स सेवा के लिए किराया 1.70 गुणा और एसी बसों के लिए किराया 1.90 गुणा होगा। सिटी बसों के किराये का निर्धारण करते हुए एसटीए ने प्रथम दो किमी का नया स्लैब तैयार कर इसका किराया पांच रुपये रखा है।
दो से चार किमी का किराया सात रुपये रखा गया है। पहले यह दर पांच रुपये थी। इसी प्रकार हर दो किमी के हिसाब से 30 किमी तक के लिए किराये की दर तय की गई है। ऑटो रिक्शा में अब पहले किमी के लिए 23 रुपये और उसके बाद हर अतिरिक्त किमी के लिए 10 रुपये देय होंगे।
रात दस से सुबह पांच बजे तक ऑटो का किराया मूल किराया से 25 फीसद अधिक होगा। विक्रम के किराये में एसटीए ने प्रति किमी एक रुपये की बढ़ोतरी की है। साधारण टैक्सी का किराया अब 13 रुपये प्रति किमी रखा गया है। एसी टैक्सी का किराया साधारण के किराये से 50 फीसद अधिक रखा गया है। मैक्सी कैब का किराया मैदानी क्षेत्र के लिए 20 रुपये प्रति किमी और पर्वतीय मार्ग के लिए 21 रुपये प्रति किमी रखा गया है। इसी प्रकार ठेका बस परमिट पर चलने वाली साधारण, डीलक्स व एसी बसों की किराये में भी 15 फीसद बढ़ोतरी की गई है। शासन ने माल भाड़े में वृद्धि करते हुए मैदानी मार्ग के लिए यह किराया 29 पैसे प्रति क्विंटल प्रति किमी निर्धारित किया है।
पहले यह किराया 25 पैसे थे। पर्वतीय मार्ग के लिए यह किराया 44 पैसे प्रति क्विंटल प्रति किमी रखा गया है। पहले यह किराया 38 पैसे था।सिटी बस-विक्रम का सफर हुआ महंगा
देहरादून शहर में सिटी बसों व विक्रमों का किराया बढ़ गया है। सिटी बस में दो किमी सफर के पांच रूपये, जबकि चार किमी तक का सफर करने पर न्यूनतम सात रुपये किराया देना पड़ेगा। बस किराए में किमी को केंद्र में रखकर अलग स्लैब बनाए गए हैं। साथ ही सिटी बसों का दायरा 19 किमी से बढ़ा 30 किमी कर दिया गया है। ठेका विक्रमों का भी न्यूनतम किराया पांच रुपये से बढ़ा नौ रुपये प्रति किमी तय किया गया है। अभी तक सिटी बस में न्यूनतम सफर दो किमी नहीं बल्कि चार किमी होता था। इसे बदल दिया गया है। पुरानी व्यवस्था में चार किमी के बाद तीन-तीन किमी के स्लैब थे, जिसे अब दो-दो किमी किया गया है। ऐसे में बुधवार से यात्रियों को जेब ढीली करनी पड़ेगी।
लंबे समय से ट्रांसपोर्टर किराए में वृद्धि की जिद कर रहे थे। इसे लेकर पहले भी कईं दफा हड़ताल और हंगामा हो चुका है। सरकार के साथ बनी सहमति पर इसमें वृद्धि के आदेश हुए थे। परिवहन विभाग दो माह से किराया बढ़ोत्तरी की कसरत कर रहा था।
ये होगा सिटी बस का किरायाकिमी-------------------किराया
पहले दो किमी-------पांच रुपयेदो से चार किमी-----सात रुपये
चार से छह किमी----दस रुपयेछह से आठ किमी---12 रुपयेआठ से दस किमी----14 रुपयेदस से 12 किमी-----16 रुपये12 से 14 किमी------18 रुपये14 से 16 किमी------20 रुपये16 से 18 किमी------22 रुपये18 से 20 किमी------24 रुपये20 से 22 किमी------26 रुपये22 से 24 किमी------28 रुपये24 से 26 किमी------30 रुपये26 से 28 किमी------32 रुपये28 से 30 किमी------34 रुपये30 से अधिक किमी--36 रुपयेअब आटो में लगाने होंगे मीटरअभी तक आटो संचालक किराए में वृद्धि न होने का हवाला देकर किराया मीटर नहीं लगा रहे थे, लेकिन अब उन्हें मीटर लगाने होंगे। आटो का न्यूनतम किराया 23 रुपये तय किया गया है। इसमें पहले एक किमी के लिए 23 रुपये, जबकि उसके बाद प्रति किमी 10 रुपये किराया लिया जाएगा। रात्रि दस बजे से सुबह पांच बजे तक उक्त दरों का 25 फीसद अतिरिक्त किराया होगा। इस फैसले के साथ ही आरटीओ दिनेश पठोई ने आटो में मीटर लगाने के आदेश दिए हैं। विक्रमों की 'दादागिरी' कैसे रुकेगीविभाग ने विक्रमों का न्यूनतम किराया नौ रुपये प्रति किमी तय किया है, पर यह एक सवारी का नहीं बल्कि पूरे विक्रम का एक किमी चलने का किराया है। चूंकि, विक्रम कांट्रेक्ट कैरिज में चलते हैं, इसलिए इनका प्रति किमी किराया पूरे वाहन का होता है। इसके बावजूद विक्रम संचालक हर सवारी से अलग-अलग किराया वसूलते हैं। तय नियमानुसार विक्रम फुटकर सवारी नहीं ले जा सकते। इसके बावजूद विक्रम संचालक 'दादागिरी' पर उतारू हैं। इसका प्रमाण भी बीते दिनों मिल चुका है जब किराया बढ़ने के आदेश होने से पहले ही उन्होंने सवारी से दस रुपये न्यूनतम किराया वसूलना शुरू कर दिया था। दादागिरी के सामने परिवहन विभाग भी मजबूर नजर आता है। 299 वाहनों के चालान, 21 सीजहाईकोर्ट के आदेश के क्रम में परिवहन विभाग की ओर से चलाए गए विशेष चेकिंग अभियान में दो दिन में 299 वाहनों के चालान और 21 वाहनों को सीज किया गया। अभियान में 15 अवैध स्कूली वाहनों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई। इस दौरान मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन को चलाने पर 11 चालकों का मोबाइल जब्त किया गया।आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने बताया कि वाहनों में क्रैश गार्ड, हाईबीम, नाम पट्टिका को हटाने और स्कूली वाहनों के निर्धारित मानकों का पालन कराने के लिए शहर की टीम के अलावा चार प्रवर्तन टीमों का गठन किया गया था। दो दिवसीय इस अभियान में सोमवार व मंगलवार को कार्रवाई हुई। इसमे हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर समेत रुड़की के परिवहन अधिकारियों को चेकिंग में लगाया गया। एआरटीओ अरविंद पांडे के निर्देशन में की गई कार्रवाई में देहरादून शहर समेत विकासनगर, रुड़की, हरिद्वार और ऋषिकेश में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई। बिना लाइसेंस 112, ओवरलोडिंग में 16, जबकि बिना हेलमेट 53 और बिना सीट बेल्ट 36 चालकों पर कार्यवाही की गई। मोबाइल पर बात करते वाहन चलाने पर 11 चालकों के मोबाइल फोन 24 घंटे के लिए जब्त किए गए। 80 वाहनों के क्रैश, तीन की हाईबीम और छह की नाम पट्टिका उतारी गई। एक वाहन का परमिट और 11 चालकों के डीएल निरस्त करने की संस्तुति की गई है। चेकिंग में नौ वाहन बिना परमिट, तीन बिना पंजीयन और 36 बिना फिटनेस के दौड़ते मिले। एक वाहन परमिट शर्तों का उल्लंघन करने पर सीज किया गया। इस अभियान में एआरटीओ मुख्यालय रश्मि पंत भी शामिल रहीं। दो दिन के लिए अभियान में ढील दी गई है। आरटीओ ने बताया कि तीन अगस्त से फिर अभियान चलाया जाएगा। डग्गामार बसों पर कार्रवाई करें: सीएमजनता दरबार में आई शिकायत पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हर्रावाला से संचालित हो रहीं डग्गामार डीलक्स बसों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हर्रावाला की क्षेत्र पंचायत सदस्य विमलेश देवी की ओर से यह शिकायत दी गई थी। वहां से यूपी के कईं शहरों के लिए डग्गामार बसें चल रहीं। पिछले दिनों ऐसी छह बसें सीज की गई थी।यह भी पढ़ें: दून शहर में स्कूली वाहनों पर चल रही खींचतान, सवालों में घिरी राज्य सरकारयह भी पढ़ें: आटो यूनियन की हड़ताल, स्कूली बच्चों के साथ अभिभावकों की हुई फजीहत
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