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देहरादून : बिना वर्क आर्डर शहर में कूड़ा उठान कर शुल्क ले रही कंपनी

नगर निगम के स्वास्थ्य अनुभाग के अधिकारियों के कारनामे निराले हैं। वर्क आर्डर जारी किए बिना शहर में मैसर्स सन लाइट को 15 वार्डों के कूड़ा उठान की जिम्मेदारी सौंप दी। कंपनी कूड़ा उठान का शुल्क भी वसूल रही लेकिन यह निगम के खजाने में जमा नहीं हो रहा।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 15 Jul 2021 02:18 PM (IST)
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नगर निगम के स्वास्थ्य अनुभाग के अधिकारियों के कारनामे भी निराले हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। नगर निगम के स्वास्थ्य अनुभाग के अधिकारियों के कारनामे भी निराले हैं। वर्क आर्डर जारी किए बिना ही शहर में मैसर्स सन लाइट को 15 वार्डों के कूड़ा उठान की जिम्मेदारी सौंप दी। कंपनी जनवरी से कूड़ा उठान का शुल्क भी वसूल रही लेकिन यह निगम के खजाने में जमा ही नहीं हो रहा। यह स्थिति तब है जब कंपनी के खिलाफ शासन में जांच चल रही है। निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों ने इस पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई व कंपनी को हटाने की मांग की। पार्षदों ने आरोप लगाए कि कंपनी को सांठगांठ से टेंडर दिया गया। जब कंपनी ने फर्जी प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किए थे और बात सामने आ गई थी, तभी उससे काम छीन लेना चाहिए था। आरोप लगाया कि मौजूदा समय में वर्क आर्डर के बिना ही काम कर रही कंपनी वार्डों में मनमानी कर रही। तीन से चार दिन तक कंपनी के वाहन नहीं आ रहे और कूड़ा घरों में सड़ता रहता है। कंपनी के कर्मचारी मनमाना शुल्क भी ले रहे। किसी से 50, किसी से 100 और दुकानदारों से 500 रुपये ले रहे। महापौर ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही।

स्मार्ट बनेंगे पार्क, खुलेंगी डिस्पेंसरी

नगर निगम अपने वार्डों में मौजूद पार्कों के सौंदर्यीकरण की तैयारी कर रहा। महापौर ने बताया कि इन पार्कों को दुरुस्त कर पीपीपी मोड पर कैंटीन भी खोली जाएगी। जो लोग कैंटीन चलाएंगे, वही पार्क की देखरेख का जिम्मा संभालेंगे। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। इसके अलावा शहर में निगम अपनी बंद पड़ी सभी डिस्पेंसरी को दोबारा से खोलेगा। उनके भवन नए सिरे से बनाए जाएंगे और एनजीओ के सहयोग से मरीज देखने व दवा का काम किया जाएगा।

अजबपुर स्टेडियम को लेकर नाराजगी

विधायक काऊ ने अजबपुर में बनने वाले स्टेडियम के निर्माण कार्य पर भी नाराजगी जताई। कहा कि तीन साल पहले विधायक निधि से इसके लिए पौने तीन करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन नगर निगम ने डीपीआर भी अब तक नहीं बनाई। सामुदायिक भवन के बुरे हाल हैं, खिड़की-दरवाजे तक नहीं हैं। वे बोले कि हमें अपनी संपत्ति की देखरेख करनी चाहिए। वहीं, विधायक खजानदास ने साढ़े तीन मीटर से कम चौड़ी सड़कों के निर्माण का मामला उठाया। कहा कि ऐसी सड़कों का निर्माण न नगर निगम करता है, न लोनिवि न ही एमडीडीए। इससे क्षेत्रीय निवासी परेशान हैं। उन्होंने महापौर गामा से इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करने का प्रस्ताव रखा।

मनोनीत पार्षदों को लेकर हंगामा

बैठक में निर्वाचित पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों के रवैये पर हंगामा किया। आरोप लगाया कि मनोनीत पार्षद जनता के बीच जाकर खुद को क्षेत्रीय पार्षद बता रहे और निर्वाचित पार्षद को हटाने का हवाला दे रहे हैं। कांग्रेस के पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों को हदों में रहकर काम करने को कहा। इस पर महापौर ने कहा कि सभी मिलजुलकर काम करें।

बोर्ड बैठक के अन्य फैसले

  • जिन 12 नए वार्डों में एलईडी स्ट्रीट लाइट अब तक नहीं लगी है, वहां जुलाई अंत तक कार्य पूरा करना होगा।
  • पुराने वार्डों में खराब लाइटें बदलने के लिए कंपनी को दी हिदायत।
  • छह नंबर पुलिया की तर्ज पर शहर में बनाए जाएंगे स्मार्ट वेंडिंग जोन।
  • शहर में ठेलीवालों का सर्वेक्षण कार्य कर उन्हें लाइसेंस दिए जाएंगे।
  • नए वार्डों में पुराने वार्डों की तर्ज पर बनाए जाएंगे स्मार्ट बस शेल्टर।
  • स्मार्ट सिटी के तहत 700 सीसी कैमरे शहर में लगने के बाद गलियों में भी कैमरे लगाने पर होगा विचार।
-नगर निगम से जुड़े विकास कार्यों के शिलान्यास के बोर्ड में सिर्फ पीले रंग का होगा प्रयोग।

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