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महंगाई के खिलाफ दून की सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, केंद्र का पुतला जलाया

रसोई गैस की कीमतों में भारी इजाफा होने से आक्रोशित कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इसके तहत दून समेत प्रदेश के अन्य जिलों में केंद्र सरकार केे पुतले दहन किए गए।

By BhanuEdited By: Updated: Fri, 14 Feb 2020 01:24 PM (IST)
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महंगाई के खिलाफ दून की सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, केंद्र का पुतला जलाया
देहरादून, जेएनएन। रसोई गैस की कीमतों में भारी इजाफा होने से आक्रोशित कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर दून समेत प्रदेश के अन्य जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला दहन किया।

देहरादून महानगर कांगे्रस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में कांग्रेस भवन में जुटे। नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता एस्लेहॉल चौक पर पहुंचे। यहां केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

उन्होंने सिलेंडर उठा कर और केंद्र सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध जताते हुए सरकार से रसोई गैस के दाम वापस लेने की मांग की। महानगर अध्यक्ष लाल चंद ने कहा कि केंद्र सरकार ने आम जनों के जेब पर बड़ा डाका डाला है। दिल्ली चुनावों के चलते पहले तो समय पर बढ़े हुए दाम जारी नहीं किए। जब किए तो 145 रुपये बढ़ा दिए जो गरीब जनता के पेट पर लात मारने जैसा है। 

कहा कि केंद्र सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। सरकार के दाम कम नहीं करने तक पार्टी सड़कों पर उतर कर भाजपा सरकार की दमनकारी नीति का विरोध करेगी। पुतला दहन करने वालों में पूर्व मंत्री मातवर सिंह कंडारी, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, भुवन कापड़ी, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, गौरव चौधरी, नागेश रतूड़ी, प्रभुलाल बहुगुणा, गोदावरी थापली, डॉ. आरपी रतूड़ी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

महंगाई के खिलाफ फूंका पुतला 

लगातार बढ़ती महंगाई के विरोध में नगर महिला कांग्रेस ने गांधी चौक पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर कौर के नेतृत्व में गांधी चौक पर एकत्रित महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही रसोई गैस के बढ़े हुए दाम वापस लेने की मांग की। 

परेड मैदान से धरना स्थल शिफ्ट करने का विरोध

धरना स्थल परेड ग्राउंड से शिफ्ट किए जाने का विभिन्न संगठनों ने विरोध किया है। उन्होंने धरना स्थल पर प्रदर्शन कर आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा। परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर क्रियाशील विभिन्न संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि सरकार गुपचुप तरीके से धरना स्थल को स्थानांतरित करना चाहती है। 

इसके लिए गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के बैनर तले भेजे गए ज्ञापन में धरना स्थल स्थानांतरित करने को षडय़ंत्र बताया गया है। विरोध करने वालों में चिह््िनत आंदोलनकारी संगठन, पीपुल्स फोरम, उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच, संविधान बचाओ संघर्ष समिति, देवभूमि ई रिक्शा वेलफेयर सोसायटी, उत्तराखंड बेरोजगार संघ, उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संघ आदि शामिल थे। 

संगठनों का मानना है कि सरकार ने यदि इस प्रकार का कदम उठाया तो यह लोक संघर्ष के बेहद अहम मुद्दों बेरोजगारी, महंगाई, उत्पीडऩ आदि की आवाज को दबाने का प्रयास होगा। गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के नीति प्रभाग के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने यह ज्ञापन अपर नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन पर विजय सिंह रावत, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, रविंद्र प्रधान, प्रवीण गुसाईं, जयकृत कंडवाल, रवि त्यागी, भुवनेश चंद्रा, सत्यवीर आर्य, दौलत कुंवर, सुरेंद्र सिंह रावत, लक्ष्मी देवी, संतोषी देवी आदि ने हस्ताक्षर किए।

एनआरसी पर स्पष्ट जवाब दे केंद्र सरकार

बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड की पूर्व चेयरपर्सन व अधिवक्ता रजिया बैग ने कहा कि केंद्र सरकार को एनआरसी पर अपना स्पष्ट बयान जारी करना चाहिए। जब तक केंद्र सरकार एनआरसी को समाप्त करने की घोषणा नहीं करती है तब तक परेड ग्राउंड में धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।

उत्तरांचल प्रेस क्लब में रजिया बैग के नेतृत्व में प्रेस वार्ता कर सीएए व एनआरसी पर विरोध जताया। इस दौरान रजिया बैग ने कहा कि केंद्र सरकार एनआरसी पर स्पष्ट बयान नहीं दे रही है। केंद्र सरकार को जल्द एनआरसी प्रक्रिया को समाप्त करने का स्पष्ट बयान देना चाहिए। 

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उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार एनआरसी को समाप्त करने की घोषणा नहीं करती है। तब तक परेड ग्राउंड में महिलाओं व पुरुषों द्वारा चलाया जा रहा धरना अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय ने देश के सभी वर्ग के लोगों को परेशान किया है। इस दौरान रईस फातिमा, संजीव, जबर सिंह पाविल, हाकिम खान, दिलशाद हसन, अब्दुल रहमान, इसात खान, जाहिद अन्जुम, फरकान अहमद शामिल रहे।

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