करारी हार के बाद बचाव की मुद्रा में कांग्रेस, शहीद के घर गए हरीश
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर हार के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Tue, 28 May 2019 09:25 AM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर हार के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव नतीजे आने के बाद पहली बार प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के साथ पार्टी के प्रदर्शन को लेकर गुफ्तगू की। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने पार्टी में गुटबाजी से इन्कार किया। साथ ही कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के पीछे पूरी ताकत से खड़े हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह उन्हें अपने कक्ष में लेकर पहुंचे। कक्ष में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा समेत अन्य पार्टी नेताओं की मौजूदगी में चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि नगर निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद भी पार्टी बढ़त नहीं बना सकी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हार के बावजूद कांग्रेस की मुहिम थमने वाली नहीं है। पार्टी अपनी कमजोरी से सबक लेकर आगे बढ़ेगी। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ज्यादा देर तक बैठक में मौजूद नहीं रहे। कोर्ट में पेशी का हवाला देते हुए कुछ देर बाद वह चले गए।
बाद में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस पहली बार चुनाव नहीं हारी है। भाजपा ने भी हारने के बाद कमजोरी को सुधारा। कांग्रेस अपनी कमजोरियां दूर करेगी। प्रदेश संगठन में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी से लोगों की ज्यादा अपेक्षाएं हैं। किसी एक कार्यक्रम में सभी लोक एक साथ दिखाई देना संभव नहीं है। गौरतलब है कि राजीव भवन में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर आयोजित गोष्ठी का समापन होने पर ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस भवन पहुंचे सके थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के फैसले पर पार्टी का हर नेता अमल करता है। पौड़ी लोकसभा सीट से मनीष खंडूड़ी को टिकट दिया गया तो पार्टी के सभी दावेदारों व नेताओं ने इस फैसले का सम्मान कर एकजुटता का परिचय दिया। प्रदेश संगठन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह पूरी शक्ति के साथ प्रदेश अध्यक्ष के पीछे खड़े हैं। वरिष्ठता के नाते पहले भले ही वह प्रीतम के बगल में खड़े रहे हों, लेकिन अब उनके पीछे खड़े हैं। बाबा केदार की पूरी सेवा की, नहीं मिला फल: रावत
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ में पिछली कांग्रेस सरकार ने जो कार्य प्रारंभ किए, उससे ज्यादा कार्य अब तक नहीं हुए हैं। बाबा केदार के पास जाकर वह पूछेंगे कि उन्होंने पूरी सेवा की, लेकिन फल नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बाबा केदार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा काम करने का मौका दिया है, ताकि वह केदारनाथ में लिनचोली मार्ग और भीमबली से रोपवे का निर्माण कर सकें। हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस बहुलतावादी संस्कृति व सबको साथ लेकर साथ चलने की सोच के साथ आगे बढ़ेगी। अलबत्ता, राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक स्वरूप और कार्यप्रणाली में बदलाव पर विचार किए जाने की बात उन्होंने कही।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की केदारनाथ धाम और चार धाम यात्रा को लेकर किए गए प्रयासों का सियासी प्रतिफल नहीं मिलने की टीस उभर आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के छठवें चरण के बाद और सातवें चरण से ऐन पहले केदारनाथ धाम पहुंचकर बाबा के दर्शन तो किए ही, ध्यान साधना भी की थी। बाद में चुनाव नतीजे सामने आए तो इसे मोदी की सुनामी माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि बाबा केदार का आशीर्वाद उन पर बरसा।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को दोबारा सरकार बनाने का मौका देकर उन्हें सुधरने का मौका मिला है। अब उन्हें केदारनाथ धाम के विकास के लिए काम करने चाहिए। अभी तक जितने कार्य हुए, उनकी सरकार ने प्रारंभ किए थे। नरेंद्र मोदी को अब गंगा जल की शुद्धता के लिए भी गंभीरता से काम करना चाहिए। रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने चुटकी ली कि वह भी बाबा केदार जाएंगे। बाबा से पूछेंगे कि आखिर उनकी सेवा में कहां कमी रह गई। कहीं ऐसा तो नहीं कि वह समाधि में रहे और उनका भक्त ऐसे ही मारा गया हो।
हरिद्वार के बजाय नैनीताल संसदीय सीट से चुनाव लड़ने और हारने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने सोच विचार कर उक्त निर्णय लिया था। पांच साल हरिद्वार का सांसद रहकर वहां एग्रो डेवलपमेंट के बाद ऊधमसिंहनगर क्षेत्र में भी एग्रो प्रोसेसिंग के विकास की योजना थी, लेकिन उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं हुई। अब त्रिवेंद्र को पूरे पांच साल
हरीश रावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव के भाजपा के पक्ष में नतीजे आने का अच्छा पहलू ये भी है कि अब उन्हें राज्य हित में पूरे पांच साल का मुख्यमंत्री कार्यकाल मिल सकेगा। एनडी तिवारी को छोड़कर इससे पहले जो भी मुख्यमंत्री रहे, उन्हें पूरा कार्यकाल नहीं मिला। पूरा कार्यकाल मिलने के बाद उन्हें पूछा जा सकेगा कि आखिर उन्होंने जनता के अरमानों को किस हद तक पूरा किया।
राहुल के दूत बन शहीद के घर पहुंचे हरदापुलवामा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के परिजनों से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को मुलाकात की। वह नेशविला रोड स्थित उनके आवास पहुंचे। कुछ माह पूर्व शहीद की दादी का भी देहांत हुआ है। रावत ने इसे लेकर भी अपनी संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मार्च में दून में चुनावी रैली की थी। इस दौरान उन्होंने शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट, मेजर विभूति ढौंडियाल व सीआरपीएफ के एएसआइ मोहन लाल रतूड़ी के घर जाकर परिवार को ढांढस बंधाया था। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि वह अब इसी क्रम में राहुल के प्रतिनिधि के रूप में वहां गए थे। यह भी पढ़ें: बाबा केदार से पूछेंगे हरीश रावत, भगवान कहां गलती हुईयह भी पढ़ें: पूर्व सीएम हरीश रावत बोले, प्रीतम सिंह के साथ खड़े रहेंगे कांग्रेसजनयह भी पढ़ें: भगतदा ने हरदा पर ली चुटकी, कही ये बड़ी बात; जानिएलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
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