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कांग्रेस ने कहा, दिशाहीन और महंगाई बढ़ाने वाला है आम बजट

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आम बजट दिशाहीन प्रतिगामी विकास अवरोधी तथा आम आदमी के हितों के खिलाफ मंहगाई बढ़ाने वाला है।

By Edited By: Updated: Sat, 06 Jul 2019 10:57 AM (IST)
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कांग्रेस ने कहा, दिशाहीन और महंगाई बढ़ाने वाला है आम बजट
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार के आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि आम बजट दिशाहीन, प्रतिगामी, विकास अवरोधी तथा आम आदमी के हितों के खिलाफ मंहगाई बढ़ाने वाला है। 

एक बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी हठधर्मिता का परिचय देते हुए ऐसा बजट प्रस्तुत किया जो मंहगाई बढ़ाने वाला तथा देश की आर्थिक वृद्धि पर चोट पहुंचाने वाला है। कोरी घोषणाओं व जुमलेबाजी वाले बजट में वित्तीय प्रबंधन का नितात अभाव है। बजट के प्रावधानों से विकास दर दहाई का आकडा भी नहीं छू पाएगी और न ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। 

उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में घोषणाओं का अंबार तो लगाया, लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए पैसा कहां से आएगा, इसका कोई उल्लेख नहीं है। बजट में आम जनता को मंहगाई से निजात दिलाने के लिए प्रावधान करने के स्थान पर पेट्रोल-डीजल के दामों में एक रुपया अतिरिक्त सेस लगाकर मंहगाई को बढ़ाने का काम किया है। 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बजट में नौजवानों के भविष्य की घोर उपेक्षा की गई है। पिछले कार्यकाल में की गई नोटबंदी और जीएसटी से देश में कई हजार लघु उद्योग बंद हो गए थे। रीयल स्टेट सेक्टर में काम पूरी तरह से ठप है। किसानों को उनकी उत्पाद लागत न मिलने से कृषि क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर न्यूनतम हुए हैं। 

इन तीनों क्षेत्र में लगभग छह करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं। यूपीए सरकार के समय एफडीआई का विरोध करने वाली मोदी सरकार ने बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई की राह खोल दी है। बजट पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाला है। इनकम टैक्स छूट के रूप में कर्मचारियों को राहत नहीं दी गई। आत्म हत्या के लिए मजबूर हो रहे किसानों को बरगलाने का काम किया गया है। 

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि ईवीएम से निकली सरकार और वित्त मंत्री का पहला बजट निराशाजनक रहा है। विशेषकर महिला वित्तमंत्री होने के नाते गृहणियों ने जो अपेक्षाएं रखीं थीं, उन पर तुषारापात किया गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय सरोकारों की अनदेखी की गई है।

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