उत्तराखंड : विधानसभा सत्र में झलकेगी कांग्रेस की 2022 की रणनीति, पढ़िए पूरी खबर
कांग्रेस ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से अपनी तैयारी को धार देनी शुरू कर दी है। 21 दिसंबर से प्रारंभ हो रहे तीन दिनी विधानसभा सत्र में पार्टी के तेवरों की झलक दिखना तकरीबन तय है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 19 Dec 2020 04:53 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कांग्रेस ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से अपनी तैयारी को धार देनी शुरू कर दी है। 21 दिसंबर से प्रारंभ हो रहे तीन दिनी विधानसभा सत्र में पार्टी के तेवरों की झलक दिखना तकरीबन तय है। सत्र के दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव देहरादून में मौजूद रहेंगे, बल्कि 21 व 22 दिसंबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इसमें विधानसभा क्षेत्रवार रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
2017 में सत्ता से बेदखल हुई कांग्रेस 2022 में सत्ता में वापसी को लेकर सतर्कता के साथ आगे बढ़ रही है। प्रमुख प्रतिपक्षी पार्टी के तौर पर उसने सरकार पर हमले तेज किए हैं। साथ में प्रदेश में जनता के बीच संगठन को सक्रिय करने की रूपरेखा बनाई गई है। यही वजह है कि पार्टी के तेवर अभी से बदले-बदले और तल्ख होने लगे हैं। सड़क से सदन तक सरकार को घेरने पर पूरा फोकस किया गया है। रणनीति को पुख्ता करने के लिए खुद प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव सत्र के दौरान दून दौरे पर रहेंगे। उनके कार्यक्रम की शुरुआत 21 दिसंबर को युवक कांग्रेस के विधानसभा घेराव से शुरू होगी।
खास बात ये है कि 21 व 22 को ही प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक भी बुलाई गई है। इसमें प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री, सचिव, जिलाध्यक्ष और अनुषंगिक संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। बैठक का एजेंडा विधानसभा क्षेत्रवार पार्टी की जनता के बीच पैठ बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा। दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रदेश में प्रचंड बहुमत हासिल हुआ, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। भाजपा से मिल रही कड़ी चुनौती को कांग्रेस शिद्दत से महसूस कर रही है। जवाबी रणनीति के तहत पूरे प्रदेश में जिलों से लेकर ब्लॉक स्तर पर जनता से जुड़ने पर जोर दिया जाएगा।
विधानसभा के बीते सितंबर माह में एक दिनी सत्र में पार्टी मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने से वंचित रही थी। सोमवार से तीन दिनी सत्र में पार्टी अपने पिछले प्रदर्शन की भरपाई के मूड में है। इस वजह से मुद्दों की फेहरिश्त बनाई जा चुकी है। इनमें से किसानों की समस्या, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को पार्टी लगातार उठा रही है। अब कर्मकार कल्याण बोर्ड में वित्तीय अनियमितताओं को विपक्ष मुद्दा बनाने की तैयारी कर चुका है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश प्रभारी की मौजूदगी में विस्तृत बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों को संगठन को मजबूत बनाने के जिए जिम्मेदारी सौंपने पर विचार होगा।
प्रीतम सिंह की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने बीते रोज मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मुख्यमंत्री ने उनसे भी कोरोना जांच कराने का आग्रह किया था। इसके बाद प्रीतम सिंह ने अपनी जांच कराई। उन्होंने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण का कार्यक्रम निरसत कर दिया था। प्रदेश अध्यक्ष की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर पार्टी ने राहत की सांस ली है।
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