तीन नामांकन खारिज होने के बाद अब मजबूत निर्दलीय पर दांव खेलेगी कांग्रेस
नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के तीन पार्षद पद के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए हैं। अब कांग्रेस तीन सीटों पर मजबूत निर्दल पर दांव खेलेगी।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 27 Oct 2018 10:52 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के तीन पार्षद पद के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए हैं। नामांकन पत्रों की जांच के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने पाया कि वार्ड नंबर-62 से दावेदार राहुल पंवार, वार्ड- 65 से महेश यादव व वार्ड-68 से धीरज भंडारी ने पूर्व में पंचायत चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्होंने खर्च का ब्योरा चुनाव आयोग को नहीं दिया।
इससे तीन पार्षद पद के प्रत्याशियों के नामांकन जांच के बाद निरस्त कर दिए गए। अब इन तीनों वार्डों पर कांग्रेस मजबूत निर्दलीय प्रत्याशियों की तलाश कर रही है ताकि भाजपा प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दी जा सके। संपर्क करने पर महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि तीनों वार्ड प्रत्याशियों को लेकर बैठक में चर्चा की जाएगी। कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन हास्यास्पद: अजय भट्ट
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कांग्रेस द्वारा सीबीआइ प्रकरण पर विरोध-प्रदर्शन करने को हास्यास्पद बताया। कहा कि उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को जो आदेश दिए उससे केंद्र सरकार की कार्रवाई को बल मिला है और कांग्रेस औंधे मुंह गिरी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के समय सीबीआइ सरकार का तोता बन कर रह गई थी, उसे अब ठीक किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने सीवीसी के कहने पर आलोक वर्मा जो जांच के घेरे में हैं, उन्हें छुट्टी पर भेजा। कांग्रेस बिना सिर-पैर के आरोप लगाकर मामले को राफेल से जोडऩे की कोशिश कर रही है। कांग्रेस सत्ता के लिए इतनी परेशान है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के षडय़ंत्र रचती रहती है।
कांग्रेस तलाश रही अपनों की चुनौती का तोड़
कांग्रेस नगर निगम के 100 वार्डो में पार्षद पद के टिकट आवंटन के बाद उपजे विवाद का हल तलाशने में जुटी है। महापौर पद के प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल, पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह व पूर्व विधायक राजकुमार अपने-अपने स्तर पर रूठे कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। कांग्रेस को शहर के कम से कम दो दर्जन वार्डो में 'अपनों' से ही चुनौती मिल रही है। जिनका पार्टी ने टिकट काटा है। वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनौती दे रहे हैं। कुछ दूसरी पार्टियों के संपर्क में भी हैं। ऐसे रूठे कांग्रेसियों को मनाने वरिष्ठ कांग्रेसी दिनभर पार्टी कार्यालय में जुटे हुए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह आदि ने कार्यकर्ताओं से अलग-अलग बैठक की। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पहली बार नगर निगम में शामिल किए गए बाहरी क्षेत्र के 40 वार्ड में कांग्रेस खुद की स्थिति मजबूत मानकर चल रही है, लेकिन उनकी चिंता शहर के 60 वार्ड हैं। जिनमें कांग्रेस को वर्ष 2013 के चुनाव में मात्र 24 वार्डो में सफलता मिली थी। पार्टी ने पूर्व विधायकों को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वह अपने-अपने क्षेत्र के वार्डो की जिम्मेदारी लें और पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करें। प्रचार समिति ने तय किए मुद्दे
कांग्रेस की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने कांग्रेस भवन में चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार की। कहा पार्टी महंगाई, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के बढ़े दाम को अहम मुद्दा बनाएगी। साथ ही केंद्र सरकार ने देहरादून को स्मार्ट सिटी में शामिल किया, लेकिन साढ़े चार साल में कोई प्रगति नहीं हुई। इसे भी चुनावी मुद्दा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपये की बंदरबाट, दो करोड़ युवकों को प्रतिवर्ष रोजगार का झूठा आश्वासन, जीएसटी से व्यापारी वर्ग में हो रही परेशानी को भी मुद्दा बनाया जाएगा। बैठक में चुनाव प्रचार समिति के सदस्य राजेंद्र शाह, देवेंद्र बुटोला, राजेश चमोली, महेश जोशी, नवीन पयाल, आदर्श सूद आदि उपस्थित रहे।
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