पंचायत चुनावः चकराता में तीन जिपं सीटों पर सिमटी कांग्रेस, कालसी में सूपड़ा साफ
इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2019 के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद जहां एक ओर कांग्रेसी खेमे में मायूसी है वहीं दूसरी ओर भाजपा जीत की खुशी मना रही है।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 26 Oct 2019 12:48 PM (IST)
देहरादून, चंदराम राजगुरु। इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2019 के चुनावी नतीजे सामने आने के बाद जहां एक ओर कांग्रेसी खेमे में मायूसी है, वहीं दूसरी ओर भाजपा जीत की खुशी मना रही है। जौनसार बावर क्षेत्र में भाजपा ने कांग्रेस की परंपरागत सीटों पर कब्जा कर पिछली बार के मुकाबले इस बार चार जिला पंचायत सीटों पर बड़ी जीत हासिल की है। इससे कांग्रेस की बेचैनी बढ़ गई। कांग्रेस को परंपरागत सीटों के हाथ से निकलने का मलाल है।
जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के आरक्षित चकराता विधानसभा क्षेत्र में दशकों से कांग्रेस का सियासी वर्चस्व रहा है। चकराता को कांग्रेस का सबसे मजबूत किला माना जाता है। इस बार के पंचायत चुनाव में यहां बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है। इससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है। दो विकासखंडों में बंटे चकराता विधानसभा क्षेत्र के कालसी ब्लॉक में जिला पंचायत की पांच सीटें और चकराता ब्लॉक में छह सीटें मिलाकर यहां कुल 11 जिपं सीटें निर्धारित है। पिछले बार हुए पंचायत चुनाव की बात करें तो चकराता ब्लॉक में कांग्रेस के पास छह में से पांच जिला पंचायत सीटें थी। कालसी ब्लॉक में कांग्रेस के पास दो सीटें थी।
पिछली बार कालसी ब्लॉक में भाजपा के पास तीन जिपं सीटें व चकराता में सिर्फ एक जिपं सीट मिलाकर कुल चार जिपं की सीटें थी। इस बार के पंचायत चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन कर कांग्रेस की परंपरागत रायगी जिपं सीट, मोहना व उद्पाल्टा समेत चार जिपं सीटों पर बढ़त बनाई है। चकराता में रायगी जिपं सीट से भाजपा समर्थित रामपाल, मोहना सीट से भाजपा समर्थित मीरा जोशी व बायला सीट से भाजपा समर्थित मदनलाल ने जीत दर्ज की है। कालसी ब्लॉक में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। इस बार के चुनाव में कांग्रेस के हाथ से कालसी ब्लॉक की उद्पाल्टा व आरा सीट और चकराता में रायगी, बायला व मोहना समेत पांच जिपं सीटें निकल गई।
चकराता में भाजपा की एकमात्र मलेथा जिपं सीट कब्जाने में कांग्रेस सफल रही। इस तरह यहां कांग्रेस को चार जिपं सीटों का बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं, भाजपा को चार जिपं सीटों का फायदा हुआ है। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले सीमांत तहसील त्यूणी क्षेत्र में मिली बड़ी सफलता के पीछे देवघार खत के अणू निवासी जाने-माने कवि-साहित्यकार रहे स्व. पंडित शिवराम के पुत्र मूरतराम शर्मा को भाजपा सरकार में दर्जाधारी राज्यमंत्री बनाने से भाजपा को यहां बड़ा सियासी लाभ हुआ है।
इस बार के पंचायत चुनाव में रायगी-त्यूणी क्षेत्र में राज्यमंत्री मूरतराम शर्मा, कंडमाण के कांडोई-भरम क्षेत्र में बुल्हाड निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता प्रताप रावत व जौनसार क्षेत्र में भाजपा विधायक मुन्ना ङ्क्षसह चौहान की पत्नी पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत मधु चौहान की मेहनत कामयाब रही। भाजपा के जबरदस्त चुनावी मैनेजमेंट से कांग्रेस को चकराता में तगड़ा झटका लगा है।यह भी पढ़ें: नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों ने चुनाव खर्च का ब्योरा न दिया तो खतरे में पड़ेगी कुर्सी
इससे कांग्रेस खेमे में मायूसी है और भाजपा पंचायत चुनाव में मिली बड़ी सफलता से जीत की खुशी मना रही है। राजनीतिक जानकारों की माने तो इस बार के पंचायत चुनाव के संकेतों से कांग्रेस के लिए आगे की राह आसान नहीं है। बरहाल कांग्रेस हार के सही कारणों का पता लगा रही है।यह भी पढ़ें: चकराता में ब्लॉक प्रमुख के लिए मचा सियासी घमासान, पढ़िए पूरी खबर
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