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फर्जी बैंक गारंटी जमा करने पर ठेकेदार पर मुकदमा, रोड के चौड़ीकरण की निविदा में जारी करवाई थी फर्जी बैंक गारंटी

हरिद्वार बाईपास रोड चौड़ीकरण की निविदा में फर्जी बैंक गारंटी जमा करने पर लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने ठेकेदार से काम वापस लेने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है। आरोपित ने 77 लाख रुपये की बैंक गारंटी बचाने के लिए यह खेल किया।

By Sumit KumarEdited By: Updated: Sat, 05 Feb 2022 09:40 PM (IST)
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ठेकेदार से काम वापस लेने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : हरिद्वार बाईपास रोड चौड़ीकरण की निविदा में फर्जी बैंक गारंटी जमा करने पर लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने ठेकेदार से काम वापस लेने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है। आरोपित ने 77 लाख रुपये की बैंक गारंटी बचाने के लिए यह खेल किया। फर्जी बैंक गारंटी पर पर्दा पड़ा रहे, इसके लिए निर्माण कंपनी ने बैंक गारंटी के साथ संलग्न दस्तावेज में बैंक की फर्जी ईमेल आइडी भी दर्ज की। भेद खुलने पर अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

कैंट कोतवाली में दी तहरीर में लोनिवि की अधिशासी अभियंता ने बताया कि आइएसबीटी से रेलवे क्रासिंग के बीच सड़क चौड़ीकरण के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे। सबसे न्यूनतम टेंडर राकेश कुमार कंपनी, डीडीए एलआइजी फ्लैट, सत्यम एन्क्लेव, दिल्ली का था। लोनिवि की ओर से कंपनी के ठेकेदार को तीन जुलाई 2021 को पत्र जारी कर 30 दिन के अंदर 77 लाख 70 हजार रुपये की बैंक गारंटी जमा करने को कहा गया। आरोपित ने सात अगस्त को यूनियन बैंक आफ इंडिया, दारुखाना ब्रांच, मुंबई की ओर से जारी बैंक गारंटी प्रस्तुत की।

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इसके बाद नौ अगस्त को राकेश कुमार कंपनी के साथ अनुबंध किया गया। इसी दिन ठेकेदार द्वारा जारी बैंक गारंटी की जांच करवाई गई तो संबंधित बैंक ने कहा कि उक्त बैंक गारंटी की संख्या उनके रिकार्ड में दर्ज नहीं है। बैंक ने कहा कि यह गारंटी फर्जी तौर पर बनाई गई है। इंस्पेक्टर कैंट कोतवाली शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि अधिशासी अभियंता की तहरीर पर ठेकेदार राकेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

लोनिवि के दो अधिकारियों पर गिर चुकी गाज

बैंक गारंटी का सत्यापन करवाए बिना ठेकेदार को टेंडर देने के मामले में कुछ समय पहले राजमार्ग यूनिट के अधीक्षण अभियंता (एसई) रणजीत सिंह और अधिशासी अभियंता (ईई) ओमपाल सिंह को निलंबित किया जा चुका है। फर्जी बैंक गारंटी मामले में राष्ट्रीय राजमार्ग यूनिट के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार की ओर से निर्माण कंपनी राकेश कंस्ट्रक्शन से काम छीनकर कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।

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