औली में विंटर गेम्स पर भारी पड़ रहा फेडरेशनों का विवाद
औली में इस साल भी विंटर गेम्स पर ग्रहण लगता दिख रहा है। दो फेडरेशन के विवाद के चलते सरकार विंटर गेम्स पर ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है।
By Edited By: Updated: Wed, 12 Dec 2018 10:26 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। औली में इस साल भी विंटर गेम्स पर ग्रहण लगता दिख रहा है। दो फेडरेशन के विवाद के चलते सरकार विंटर गेम्स पर ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है। इन परिस्थितियों में औली में अंतरराष्ट्रीय तो दूर राज्य स्तरीय विंटर गेम्स का आयोजन भी संभव नजर नहीं आ रहा हैं।
चमोली जनपद के औली (जोशीमठ) में इस बार बर्फबारी के लिए अनुकूल मौसम है। पिछले माह से यहां बर्फबारी जारी है। जिसके आसार फरवरी तक दिख रहे हैं। इसके अलावा औली में पिछले कुछ सालों से खराब पड़ी बर्फ बनाने की मशीन भी ठीक हो गई है। परिस्थितियां अनुकूल देखते हुए यहां विंटर गेम्स कराने की पूरी तैयारी है, लेकिन दूसरी तरफ विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और इंडिया ओलंपिक एसोसिएशन के बीच चला रहा विवाद आयोजन में बड़ी बाधा बन रहा है।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि इन फेडरेशनों का विवाद सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार भी इस बार विंटर गेम्स को भव्य रूप से कराने की पक्षधर है। ऐसे में हर संभव प्रयास किए जाएंगे कि औली में विंटर गेम्स का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजन हो।
अपने-अपने वर्चस्व की लड़ाई भारतीय ओलंपिक संघ विंटर गेम्स पर भी अपना वर्चस्व चाहता है। इसके लिए संघ की तरफ से दावा भी पेश किया गया है। वहीं, कई सालों से विंटर गेम्स कराने वाले विंटर गेम्स फेडरेशन इसका विरोध कर इसे अपने अधिकार क्षेत्र में रखना चाहता है। दोनों फेडरेशन में अपने स्वार्थ को लेकर चल रहा विवाद प्रदेश और देश के विंटर गेम्स के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है।
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