उत्तराखंड में कोरोना की मृत्यु दर 1.92 फीसद, ब्लैक फंगस की नौ फीसद; पढ़िए पूरी खबर
प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। चिंताजनक पहलू यह है कि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी अब हर दिन बढ़ रही है। उत्तराखंड में कोरोना की मृत्यु दर 1.92 फीसद है जबकि ब्लैक फंगस में नौ फीसद।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 11:05 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। चिंताजनक पहलू यह है कि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी अब हर दिन बढ़ रही है। उत्तराखंड में कोरोना की मृत्यु दर 1.92 फीसद है, जबकि ब्लैक फंगस में नौ फीसद। राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 155 मामले आए हैं। इनमें 14 मरीज दम तोड़ चुके हैं। 13 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं।
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना के अनुसार यह फंगल इंफेक्शन नाक से शुरू होता है। इसके बाद यह आंखों में पहुंचता है और फिर दिमाग तक जाता है। जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन व्यक्तियों को सावधान रहने की जरूरत है। जिन व्यक्तियों में डायबिटीज अनियंत्रित रहती है, उनको ब्लैक फंगस का खतरा अधिक है। खासतौर पर अगर उन्हें कोरोना भी हुआ हो। यह फंगस फेफड़े या दिमाग में चला जाए तो मरीज की जान जाने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके नाक या साइनस में रहने तक मरीज को बचाना आसान होता है। जरूरत समय पर इलाज शुरू करने की होती है।
सलाह
- कोरोना से ठीक होने के बाद अपना ब्लड शुगर नियंत्रित रखें।
- चिकित्सक की सलाह के बाद ही स्टेरॉयड का इस्तेमाल करें।
- एंटीबायोटिक और एंटीफंगल दवाइयों का उपयोग कैसे करना है, इसपर चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
- आक्सीजन ले रहे हैं तो ह्यूमिडिफायर में साफ पानी का ही इस्तेमाल करें।
- ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने पर इम्युनिटी बूस्टर दवा बंद कर दें।
- इलाज के लिए अपने शरीर को हाइड्रेट रखें यानी पानी की कमी न होने दें।
यह भी पढ़ें-Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के नए मामले हुए कम, पर मौत बढ़ा रही चिंताUttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।