Corona Fighters: आयकर अधिकारी डीएस नेगी कहा- कोरोना ने बहुत सताया पर धैर्य नहीं छोड़ा
Corona Fighters डीएस नेगी आयकर अधिकारी (इन्वेस्टिगेशन विंग देहरादून) ने बताया कि जब तक मुझे कोरोना नहीं हुआ था तब तक इस बात का अहसास नहीं था कि यह रोग कितना गंभीर हो सकता है। हालांकि मन में डर था और पूरी एहतियात भी बरत रहा था।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 24 Apr 2021 01:21 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। Corona Fighters डीएस नेगी आयकर अधिकारी (इन्वेस्टिगेशन विंग, देहरादून) ने बताया कि जब तक मुझे कोरोना नहीं हुआ था, तब तक इस बात का अहसास नहीं था कि यह रोग कितना गंभीर हो सकता है। हालांकि, मन में डर था और पूरी एहतियात भी बरत रहा था। दो अप्रैल को हल्के लक्षण उभरने के बाद कोरोना की जांच कराई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मेरे साथ मेरी पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई।
हम दोनों घर की ऊपरी मंजिल में आइसोलेट हो गए और मेड को भी काम पर आने से मना कर दिया। मन में कई तरह के सवाल उठ रहे थे, फिर भी ठान लिया था कि इसका डटकर मुकाबला करना है। चार-पांच दिन के भीतर पत्नी में तो किसी तरह के लक्षण नहीं उभरे, पर मुझे तेज खासी होने लगी। इसके साथ ही कमर में बेहद तेज दर्द शुरू हो गया। खांसी के साथ दर्द और तेज महसूस होने लगता। मैंने हार नहीं मानी और ठान लिया कि कोरोना को हराना है। पत्नी के साथ में होने के चलते मैं घर के भीतर मास्क पहनने लगा और यदि रात में सोते समय खांसी होती तो उस समय भी मास्क लगा लेता।
कोरोना को हराने के लिए नियमित रूप से फल खाने लगा। गर्म पानी पिया और पानी की मात्रा भी बढ़ा दी। इसके अलावा संतुलित भोजन पर फोकस किया और व्यायाम भी किया। साथ ही चिकित्सक के परामर्श के आधार पर सभी दवाओं की पूरी डोज ली। करीब चार दिन बाद खांसी बंद हो गई और कमर का दर्द भी गायब हो गया। अब मेरी आइसोलेशन अवधि समाप्त हो गई है और स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। मेरी यही सलाह है कि कोरोना को गंभीरता से लें और संक्रमित होने पर धैर्य खोने की जगह उसका डटकर मुकाबला करें। यदि मन मजबूत है तो शरीर भी मजबूत होने लगता है।
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