Coronavirus: कोरोना संक्रमित युवक ने गृह जिले में छिपाई ट्रेवल हिस्ट्री
संदिग्ध मान जिस युवक का सैंपल लिया गया वह करीब 170 किमी का सफर तय कर अपने घर उत्तरकाशी पहुंच गया। अधिकारियों के हाथ-पांव तब फूले जब उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई और फोन बंद मिला।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Tue, 19 May 2020 12:13 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। कोरोना पर सिस्टम की संजीदगी बयां करने के लिए ऋषिकेश का एक वाकया काफी है। हद देखिए कि संदिग्ध मान जिस युवक का सैंपल लिया गया वह करीब 170 किमी का सफर तय कर अपने घर उत्तरकाशी पहुंच गया। अधिकारियों के हाथ-पांव तब फूले जब उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई और फोन बंद मिला।
उप जिलाधिकारी ऋषिकेश ने उत्तरकाशी प्रशासन से बात की तब कहीं सांस में सांस आई। पता चला कि युवक गांव के ही विद्यालय में क्वारंटाइन किया गया है। अब उस बस के चालक, परिचालक व अन्य यात्रियों पर भी खतरा मंडरा रहा है जिससे वह उत्तरकाशी गया।महाराष्ट्र से रविवार को अन्य यात्रियों के साथ उत्तरकाशी बड़कोट तहसील निवासी एक युवक ऋषिकेश पहुंचा था। थर्मल स्क्रीनिंग में तापमान ज्यादा होने पर उसे एम्स ऋषिकेश जांच के लिए लाया गया। जहां उसका सैंपल लिया गया। सोमवार को शाम करीब छह बजे युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
एम्स प्रशासन के पास उपलब्ध विवरण के मुताबिक जब एम्स की टीम ने युवक के मोबाइल पर बात करनी चाही तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला। जिसकी जानकारी एम्स प्रशासन ने स्टेट कोविड कंट्रोल रूम को दी। युवक के मोबाइल पर कई फोन किए गए पर वह बंद ही मिला। बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी पहुंचने पर युवक ने जिला प्रशासन से भी अपनी ट्रेवल हिस्ट्री छिपाई। साथ ही ऋषिकेश एम्स को भी अपना गलत फोन नंबर दिया। इसके कारण ऋषिकेश एम्स में इसे लेकर प्रशासन की परेशानी बढ़ गई।
उप जिलाधिकारी प्रेमलाल के मुताबिक 24 अन्य यात्रियों के साथ इस युवक को बस के जरिए उत्तरकाशी रवाना किया गया था। इन सभी लोगों को होम क्वारंटाइन किया जाना था। इस संबंध में उप जिलाधिकारी उत्तरकाशी ने बताया कि युवक को गांव के ही विद्यालय में क्वारंटाइन किया गया है। बस में सवार अन्य यात्री भी क्वारंटाइन किए जाएंगे। परिवहन निगम की जिस बस में इन्हें ले जाया गया था उनके चालक और परिचालक को ऋषिकेश में ही क्वारंटाइन किया गया है।
कोरोना संदिग्ध वार्ड से गायब हुई महिला, गेट पर मिली दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जबकि एक महिला बिना सूचना अस्पताल से निकल गई। महिला कोरोना संदिग्ध थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वह 15 मई से अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थी। हालांकि कुछ देर बाद ही उसे अस्पताल के गेट से पकड़ कर वापस लाया गया।आजाद नगर कॉलोनी निवासी कोरोना संदिग्ध महिला तीन दिन से दून अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थी। महिला के साथ उसका छोटा बच्चा भी था। लैब से महिला के सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज होना था।
वार्ड में ड्यूटी पर तैनात सिस्टर डिस्चार्ज की प्रक्रिया पूरी करा रही थीं। इसी बीच महिला गायब हो गई। जिसके बाद अस्पताल में अफरातफरी मच गई। कर्मचारियों ने उसे ढूंढा और उसके पति को फोन किया। कुछ देर बाद महिला अस्पताल के गेट नंबर दो के बाहर ही मिल गई। कर्मचारी उसे वापस वार्ड में लाए। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि महिला बिना बताए नीचे चली गई थी। जिसे बाद में डिस्चार्ज कर उसके घर पहुंचाया गया।
496 अप्रवासियों की सामुदायिक निगरानीअप्रवासियों की आमद के साथ देहरादून जिले की सीमाओं व रवानगी स्थल पर रैंडम सैंपलिंग और लोगों की निगरानी का क्रम जारी है। देहरादून में विभिन्न प्रदेशों व राज्य के अन्य जिलों से आए कुल 496 लोगों की सामुदायिक निगरानी कर स्वास्थ्य का अपडेट लिया गया। इसमें बाहरी राज्यों से आए 308 व अन्य जिलों के 88 लोग शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: पौड़ी के क्वारंटाइन सेंटर में नोएडा से लौटे युवक की मौतडीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अप्रवासियों को मिलाकर सोमवार को 35 हजार 126 लोगों की निगरानी की गई। उधर, रैंडम सैंपलिंग की व्यवस्था के तहत 142 लोगों के सैंपल लिए गए। आशारोड़ी चेकपोस्ट पर 31, कुल्हाल पर 31 व रायवाला चेकपोस्ट पर 16 लोगों के रैंडम सैंपल लिए गए। राज्य के विभिन्न जिलों के लिए लोगों की रवानगी से पहले 75 रैंडम सैंपल लिए गए।
यह भी पढ़ें: Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का एक और मामला, क्वारेंटाइन सेंटर में एक बुजुर्ग महिला की मौत
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।