Coronavirus: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण दर अब तक के उच्च स्तर पर, पढ़िए
उत्तराखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमण दर भी अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 04 Jun 2020 01:29 PM (IST)
देहरादून, सुकांत ममगाईं। उत्तराखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमण दर भी अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। बुधवार को प्रदेश में संक्रमण दर बढ़कर 4.03 फीसद पर पहुंच गई, जबकि एक पखवाड़ा पहले यह दर एक फीसद से भी नीचे थी। इससे अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का बोझ भी बढ़ा है। संक्रमण का बढ़ता ग्राफ न सिर्फ सिस्टम की बेचैनी बढ़ा रहा है बल्कि लोगों में भी दहशत बढ़ी है। इस बीच राहत की बात यह है कि पिछले दो-तीन दिन में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला बीती 15 मार्च को आया था। इसके बाद हर अंतराल में प्रदेश में कोरोना के मरीज आते रहे और ठीक होते रहे। चार मई को लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होने तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 61 मामले थे। जिसमें से सिर्फ 21 मरीजों का उपचार चल रहा था। बाकी के 39 संक्रमित ठीक होकर घर जा चुके थे। यानी राज्य कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में जीत के बेहद करीब पहुंच गया था। लेकिन, लॉकडाउन 3.0 शुरू होने के साथ प्रदेश में प्रवासियों की आमद शुरू हुई तो संक्रमण भी गहराने लगा।
21 मई के बाद प्रदेश में तेजी से बढ़े मरीज21 मई तक भी इक्का-दुक्का मरीज ही सामने आ रहे थे। उस वक्त तक प्रदेश में मरीजों की संख्या 150 से कम थी, जिसमें से 54 पूरी तरह ठीक हो चुके थे। ऐसे में लग रहा था कि जल्द ही हालात पर नियंत्रण पा लिया जाएगा। लेकिन, इसके बाद दर्जनों की संख्या में मरीजों के आने का जो क्रम शुरू हुआ वो अभी तक बदस्तूर जारी है। हालात यह है कि अब पॉजिटिव मरीजों की संख्या एक हजार से अधिक हो चुकी है। इससे संक्रमण दर का ग्राफ भी तेजी से ऊपर चढ़ा है। 21 मई को जो संक्रमण दर 0.95 फीसद थी, वह अब चार फीसद से ऊपर पहुंच चुकी है। कोरोना की दस्तक के करीब सवा दो माह से अधिक के समय में यह सर्वाधिक संक्रमण दर है।
कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर में भी हो रहा इजाफाहर अंतराल के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने से मृत्यु दर में भी इजाफा हो रहा है। इतना जरूर है कि राज्य में अब तक कोरोना संक्रमित जिन आठ मरीजों की मौत हुई है, वह अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे। लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों की मौत का एकमात्र कारण कोरोना मानने से इन्कार कर रहा है।
कोविड केयर सेंटर भेजे 23 और मरीजदून मेडिकल कॉलेज अस्पताल से बुधवार को कोरोना संRमित 23 और मरीज तीलू रौतेली महिला छात्रवास में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किए गए। तीन दिन में यहां 66 मरीज शिफ्ट किए जा चुके हैं। कोविड केयर सेंटर में उन मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जिनमें इस बीमारी के लक्षण नहीं हैं, या हल्के लक्षण हैं। वहां चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। इधर, दून अस्पताल से 10 संदिग्ध मरीज रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं।
मंत्रियों के स्वास्थ्य की हो रही निगरानीपर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों के स्वास्थ्य की भी नियमित निगरानी की जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि यह सभी लोग लो रिस्क की श्रेणी में हैं। पर फिर भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल व आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का उन्होंने स्वयं जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया। बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: उत्तराखंड में कोरोना जांच का बैकलॉग सात हजार के पारमहिला चिकित्सक के पति को किया क्वारंटाइनकोरोनाकाल में स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। बताया गया कि कोरोना संRमित निजी महिला चिकित्सक के पति भी एक प्राइवेट अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ हैं। उन्हें होम क्वारंटाइन करने के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों की भी सूची तैयार की जा रही है। ताकि उन सभी को क्वारंटाइन किया जा सके।
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