coronavirus: उत्तराखंड में सामने आया कोरोना का पहला मामला, प्रशिक्षु आइएफएस संक्रमित
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान के प्रशिक्षु आइएफएस में कोरोना की पुष्टि हुई है। कुछ दिनों पहले प्रशिक्षु कई देशों के भ्रमण पर एक दल के साथ गया था।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 15 Mar 2020 08:48 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस ने उत्तराखंड में भी दस्तक दी है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के 26 वर्षीय प्रशिक्षु आइएफएस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी स्थिति नियंत्रण में है। वह हाल में स्पेन से लौटे थे। राज्य में यह पहला मामला है। इनके अलावा विदेश से लौटे चार अन्य प्रशिक्षुओं की रिपोर्ट आनी बाकी है। इधर, राज्य में कोरोना का मामला सामने आने के बाद सतर्कता और जागरूकता बढ़ा दी गई है। सरकार ने रविवार को नई एडवाइजरी जारी हुए सिनेमाघरों को भी 31 मार्च तक बंद कर दिया। साथ ही होटल रेस्तरां और अन्य सार्वजनिक स्थलों के लिए भी गाइडलाइन जारी की है।
कोरोना के संक्रमण की आशंका को देखते हुए भारतीय वन अनुसंधान संस्थान में सैलानियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। कार्बेट पार्क पहुंचने वाले विदेशियों को प्रवेश से पहले अस्पताल में जांच अनिवार्य कर दी गई है। इसी कड़ी में देहरादून में एक महीने तक चलने वाला एतिहासिक झंडेजी का मेला तीसरे दिन ही रविवार को समेट दिया गया है। देहरादून के डीएम ने कोचिंग इंस्टीट्यूटों को अगले आदेशों तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। दूसरी तरफ, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कालेज श्रीनगर गढ़वाल में कक्षाएं भी 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई हैं। अन्य शिक्षण संस्थानों में पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के प्रशिक्षु आइएफएस का 28 सदस्यीय दल शैक्षिक भ्रमण पर स्पेन गया था। वहां से लौटने पर दो दिन पहले ही छह प्रशिक्षुओं के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज भेजे गए थे। जिनमें दो की रिपोर्ट रविवार को प्राप्त हुई। इनमें एक की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने एक व्यक्ति की कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की है।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि मरीज की स्थिति नियंत्रण में है। उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में आइसोलेशन में रखा गया है। कोरोना संक्रमित आइएफएस को अभी तक संस्थान के अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया था। देर शाम उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया। मरीज के संपर्क में रहे अन्य लोगों को भी आइसोलेशन में रखा जा रहा है। महानिदेशक ने बताया कि मामला सामने आने के बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी परिसर में बचाव एवं नियंत्रण के लिए भी कदम उठाए गए हैं। लोगों से अपील की जा रही है कि वह कतई भयभीत न हों। देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी को चिकित्सा तंत्र को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में अभी तक 25 सैंपल
महानिदेशक ने बताया कि रविवार को चार और सैंपल जांच के लिए भेजे गए। अभी तक 29 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें 17 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक पॉजिटिव आया है। अन्य की रिपोर्ट आनी बाकी है। सप्ताहभर स्पेन रहा था दलअकादमी के 62 प्रशिक्षु आइएफएस पिछल दिनों फिनलैंड, रूस और स्पेन शैक्षणिक भ्रमण पर गया था। इनमें से स्पेन गया 28 सदस्यीय दल एक सप्ताह वहां रुका था। भारत लौटने पर इस दल की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई। इनमें से छह सदस्यों को सर्दी-जुकाम की शिकायत के चलते आइसोलेशन में रखा गया था। इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेज गए।
यह भी पढ़ें: coronavirus: उत्तराखंड में कोरोना से निपटने का खर्चा एसडीआरएफ मद से उठाएंगेप्रभारी सचिव(उत्तराखंड स्वास्थ्य) डॉ. पंकज पांडेय ने बकाया कि कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने वाले प्रशिक्षु आइएफएस के संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान कर ली गई है। इन्हें ट्रैक किया जा रहा है। कोरोना को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है, हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और हर मुमकिन एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
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