Move to Jagran APP

उत्तराखंड में कोरोना से निपटने की कोशिशें तेज, अस्थायी तौर पर भरे जाएंगे चिकित्सकों के पद

उत्तराखंड में कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद इसकी रोकथाम और इससे निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने शुरू कर दिए हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 15 Mar 2020 02:38 PM (IST)
Hero Image
उत्तराखंड में कोरोना से निपटने की कोशिशें तेज, अस्थायी तौर पर भरे जाएंगे चिकित्सकों के पद
देहरादून, राज्य ब्यूरो। सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद इसकी रोकथाम और इससे निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत चिकित्साधिकारी ग्रेड-1 के 555 रिक्त पदों को इंटरव्यू के माध्यम से रखने का निर्णय लिया है। नर्सिंग और पेरामेडिकल स्टॉफ के रिक्त पदों को आउटसोर्सिंग से भरा जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर अल्प अवधि में 100 बैड तक के प्री फैब्रिकेटेड अस्पताल को बनाने की अनुमति भी सरकार ने प्रदान कर दी है। आवश्यकता पड़ने पर विभागीय एंबुलेंस को भी कोरोना निधि से आपातस्थिति से निपटने के लिए अपग्रेड किया जा सकेगा। 

प्रदेश में कोरोना को लेकर सरकार पूरी तरह एहतियात बरत रही है। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों के रिक्त पदों पर भी सृजित पदों के 50 फीसद अतिरिक्त पदों पर आउटसोर्स के माध्यम से 11 माह के लिए भर्ती करने की अनुमति प्रदान कर दी है। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड, आइसीयू तैयार करने, चिकित्सा उपकरण, औषधि व अन्य आवश्यक सामग्री की खरीद करने के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। यह धनराशि खर्च करने का अधिकार स्वास्थ्य महानिदेशक को दिया गया है।

चिकित्सा शिक्षा विभाग में जिला स्तरीय अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आकस्मिकता की स्थिति में वाहन खरीदने की भी अनुमति दी गई है। इसके तहत चिकित्सा विभाग के लिए 35 और चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए 10 हल्के वाहन को जीइएम पोर्टल के माध्यम से खरीदने की अनुमति प्रदान की गई है। जरूरत पड़ने पर सरकार निजी मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षुओं की भी इलाज में मदद ले सकेगी। 

यह भी पढ़ें: Coronavirus: जापान से लौटे आइआइटी छात्र के कोरोना संदिग्ध होने की आशंका, सैंपल जांच के लिए भेजे

सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कोरोना के मद्देनजर मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी होटलों को भी एडवाइजरी जारी की गई है कि वे अपने यहां आने वाले सभी पर्यटकों का ब्योरा रखें। किसी में भी वायरस के लक्षण पाए जाने पर इसकी सूचना चिकित्सा अधिकारियों को दें। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर तक भी बैठकों का आयोजन कर लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार केवल बीमार और डॉक्टर नर्स को मास्क लगाना चाहिए। 

यह भी पढ़ें: Coronavirus: उत्‍तराखंड में नहीं होगी आठवीं तक के छात्रों की परीक्षा

शेष को मास्क लगाने की आवश्यकता नहीं है। प्रदेश में अभी 5197 एन-95 और 17 हजार ट्रिपल लेयर मास्क उपलब्ध है। आवश्यकता पड़ने पर इन्हें और लिया जाएगा। सभी एयरपोर्ट पर पर्यटकों की स्केनिंग की जा रही है। प्रदेश में 387 आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं। उन्होंने बताया कि 355 लोगों को 28 दिन की निगरानी में रखा गया था। इनमें से अभी भी 183 की निगरानी की जा रही है। कोई भी संदिग्ध मामला प्रकाश में आने पर हेल्पलाइन नंबर 104 में कॉल की जा सकती है। 

यह भी पढ़ें: Coronavirus: लोगों में नहीं हायतौबा, फिर कहां गए मास्क और सैनिटाइजर

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।