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Lockdown में बाहर निकलने को लोगों ने ढूंढे ऐसे बहाने, चाहकर भी पुलिस रोक न पाए

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बाद भी लोग लॉकडाउन में बेवजह घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 01 May 2020 07:28 PM (IST)
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Lockdown में बाहर निकलने को लोगों ने ढूंढे ऐसे बहाने, चाहकर भी पुलिस रोक न पाए
देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बाद भी लोग लॉकडाउन में बेवजह घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे। इसके लिए कुछ लोगों ने तो ऐसे बहाने ढूंढ निकाले हैं कि पुलिस चाहकर भी उन्हें नहीं रोक पाती। इन बहानों में सबसे ज्यादा कारगर है दवा लेने जाने की 'गोली'। जिसका 'इलाज' पुलिस के पास भी नहीं है। मजबूरन पुलिसकर्मियों को ऐसे लोगों को जाने ही देना पड़ता है। गुरुवार को दैनिक जागरण की टीम शहर के प्रमुख चौराहों पर लॉकडाउन के पालन और पुलिस की चेकिंग व्यवस्था को परखने निकली तो यही तस्वीर सामने आई।

लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं के अलावा किसी के भी शहर में घूमने पर पाबंदी है, लेकिन शहर में प्रमुख चौराहों पर तैनात पुलिस जब ऐसे वाहन चालकों को रोकती है तो अधिकतर लोग मेडिकल सुविधा को अपना हथियार बनाकर निकल जाते हैं। दैनिक जागरण की टीम ने गुरुवार को घंटाघर, सहारनपुर चौक, दर्शनलाल चौक और निरंजनपुर सब्जी मंडी चौक का जायजा लिया तो वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि 80 फीसद लोग डॉक्टर का पर्चा दिखाकर कह देते हैं कि माता या पिताजी की दवा लेने जा रहा हूं।

ऐसे में उन्हें जाने देना पड़ता है। घंटाघर चौक पर तैनात सीपीयू के दरोगा अनुराग सिंह का कहना है कि दवा लेने जाने से किसी को रोका नहीं जा सकता। हालांकि, जिन वाहन चालकों पर शक होता है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। मगर कई ऐसे भी होते हैं, जिन्हें मजबूरन जाने दिया जाता है। क्योंकि, हो सकता है कि वह सच में दवा लेने जा रहे हों।

अनावश्यक घूमने पर 311 मुकदमे

22 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन के बाद जिले के विभिन्न थानों में अनावश्यक रूप से घूमने वालों पर 311 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 270 मुकदमे आपदा प्रबंधन अधिनियम और 41 महामारी रोग अधिनियम के तहत दर्ज किए गए हैं।

नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में सबसे अधिक उल्लंघन

लॉकडाउन का उल्लंघन करने में नेहरू कॉलोनी और डोईवाला क्षेत्र के लोग सबसे आगे हैं। दोनों थानों में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 49-49 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। चकराता और त्यूणी में कोई उल्लंघन करता नहीं पकड़ा गया।

लॉकडाउन का उल्लघंन करने पर गुरुवार को प्रदेश में 68 मुकदमे दर्ज किए गए। जिसमें 524 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। प्रदेश में अब तक 2396 मुकदमे दर्ज कर 11,774 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही अभी तक एमवी एक्ट के अंतर्गत कुल 28,292 वाहनों के चालान, 5678 वाहन सीज और 1.42 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया। दून में लॉकडाउन के उल्लंघन में आठ मुकदमे दर्ज कर 37 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस एक्ट के तहत 32 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। नियमों का उल्लंघन करने वाले 325 वाहनों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई, जबकि 24 वाहनों को सीज किया गया।

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लॉकडाउन के उल्लंघन में 524 गिरफ्तार

हम नहीं मानेंगे: जिला प्रशासन और पुलिस महकमा लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि बेवजह घर से बाहर न निकलें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को लेकर तो बिल्कुल भी नहीं। लेकिन, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं। अब पश्चिमी पटेलनगर की यह तस्वीर ही देख लीजिए। इसमें स्कूटी सवार महिला को देखकर सहज अंदाजा लग जाता है कि वह कितनी जागरूक हैं।

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