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Coronavirus: उत्‍तराखंड से 713 नहीं, इससे कहीं अधिक लोग गए हैं जमातों में

उत्‍तराखंड से बाहर विभिन्न जमातों में जाने वालों की संख्या 713 नहीं बल्कि इससे कहीं अधिक है। यह संख्या हजार का आंकड़ा पार कर सकती है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 03 Apr 2020 10:25 AM (IST)
Coronavirus: उत्‍तराखंड से 713 नहीं, इससे कहीं अधिक लोग गए हैं जमातों में
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश से बाहर विभिन्न जमातों में जाने वालों की संख्या 713 नहीं, बल्कि इससे कहीं अधिक है। यह संख्या हजार का आंकड़ा पार कर सकती है। पुलिस मुख्यालय और अभिसूचना मुख्यालय द्वारा इस पर काम करने के बाद यह बात सामने आई है। अभी इनकी संख्या की जानकारी एकत्र करने का काम चल रहा है। शुक्रवार को इसका अपडेट आंकड़ा जारी होने की उम्मीद है। इस बीच पुलिस ने विभिन्न जमातों में गए 292 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। इसके साथ ही अब विदेशों से उत्तराखंड में विभिन्न जमातों में शामिल होने आए और यहां से गए विदेशियों के संबंध में भी जानकारी ली जा रही है। 

विशेषकर उन देशों के विदेशी जमातियों कजी, जहां कोरोना के अधिक मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जमातों में जाने और आने के संबंध में जानकारी जुटाने और ऐसे लोगों को क्वारंटाइन करने के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन कराया जाए। जो इसका उल्लंघन करेगा उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई तब्लीगी जमात में शामिल लोगों में से कई के कोरोना की पुष्टि और कुछ की मौत होने के बाद से उत्तराखंड सरकार भी सर्तक है। इस घटना के बाद देश भर में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में अब नए सिरे से इनकी सूची तैयारी की जा रही है। इसमें एलआइयू का भी सहयोग लिया जा रहा है। सूची तैयार करते समय एक नई बात यह सामने आई है कि उत्तराखंड से जनवरी से मार्च के बीच केवल 713 नहीं बल्कि इससे कहीं अधिक लोग विभिन्न जमातों में शामिल होने प्रदेश से बाहर गए थे और विदेशियों समेत बड़ी संख्या में बाहर के जमाती उतराखंड के विभिन्न जिलों में आए थे। 

इनमें उन देशों के जमाती भी शामिल हैं जहां कोरोना के मामले कहीं अधिक है। इस खबर ने सरकार व पुलिस की चिंता और बढ़ा दी है। इन परिस्थितियों में पुलिस के सामने चुनौती ऐसे सभी लोगों को चिह्न्ति करने के साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को भी चिह्न्ति करना है ताकि उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही जरूरत पड़ने पर उन्हें क्वारंटाइन भी किया जा सके।

यही कारण है कि गुरुवार को पुलिस ने इनका कोई आंकड़ा जारी नहीं किया, बल्कि सभी जिलों से सघन अभियान चलाते हुए ऐसे लोगों को चिहि्नत करने पर जोर दिया। मकसद यह कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी यह बात कही है । उन्होंने कहा कि लोग यहां से विभिन्न जमातों में गए थे। कुछ लोग यहां भी हैं, जिनमें नेपाल के लोग भी शामिल हैं। उन्हें क्वारंटाइन कर लिया गया है। कई लोग देश के अन्य हिस्सों में गए थे, वे वापस नहीं आए।

प्रदेश से जो लोग जमातों में गए थे उनसे सख्ती से क्वारंटाइन व आइसोलेशन का अनुपालन करने को कहा गया है। जो इसका अनुपालन नहीं करेगा उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में 713 लोगों के विभिन्न जमातों में जाने की बात सामने आई थी। उनकी संख्या इससे कहीं अधिक है। इसका डाटा एकत्र किया जा रहा है। शुक्रवार तक इसका आंकड़ा मिल जाएगा।

 जमातियों की सूचना छिपाने पर मुकदमा

निजामुद्दीन मरकज से आए जमातियों को अपने घर ठहराने तथा इसकी जानकारी छिपाने के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इन सभी को पहले ही क्वारंटाइन किया जा चुका है। मरकज में तब्लीगी जमात से लौटे जमाती लक्सर कोतवाली के खरंजा कुतुबपुर गांव में चार घरों में ठहरे थे। कोतवाल वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने नौशाद, मेहरबान, तासीन व शमीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इन पर सूचना छिपाने का आरोप है।

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हरिद्वार का पूरा गांव होम क्वारंटाइन

श्यामपुर क्षेत्र के गैंडीखाता गांव के सभी ग्रामीणों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। अपर जिलाधिकारी ललित नारायण मिश्र ने बताया कि इस गांव में सौ से अधिक परिवार रहते हैं। अधिकतर घरों के लोग निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज से पिछले दिनों लौटे हैं।

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