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इंदिरा हृदयेश गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती, कोरोना संक्रमण के चलते भेजा गया एयर एंबुलेंस से

डॉ. इंदिरा हृदयेश को उपचार के लिए रविवार को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। कोरोना संक्रमण के चलते डॉ हृदयेश को देहरादून से एयर एंबुलेंस से भेजा गया।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 20 Sep 2020 05:53 PM (IST)
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इंदिरा हृदयेश गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती, कोरोना संक्रमण के चलते भेजा गया एयर एंबुलेंस से
देहरादून, राज्य ब्यूरो। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश को उपचार के लिए रविवार को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। कोरोना संक्रमण के चलते डॉ. हृदयेश को देहरादून से एयर एंबुलेंस से भेजा गया। एयर एंबुलेंस की व्यवस्था राज्य सरकार ने की, जबकि मेदांता में उन्हें भर्ती कराने का बंदोबस्त भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने किया।   

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश की कोरोना जांच रिपोर्ट बीते शुक्रवार को पॉजिटिव आई थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिये शनिवार को हल्द्वानी से देहरादून में मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां सिंगल रूम की व्यवस्था नहीं होने से वह खफा रहीं। बाद में उन्हें रात में ही बल्लूपुर चौक स्थित सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

रविवार को डॉ. इंदिरा हृदयेश को पहले दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती करने का निर्णय लिया गया। नेता प्रतिपक्ष डॉ हृदयेश के साथ मौजूद उनके पुत्र सुमित हृदयेश ने बताया कि सुबह राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने दूरभाष पर डॉ हृदयेश से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। बलूनी के ही मेदांता में भर्ती किए जाने संबंधी बंदोबस्त करने के बाद डॉ हृदयेश को रविवार दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे एयर एंबुलेंस से ले जाया गया।

'दैनिक जागरण' से बातचीत में सुमित हृदयेश ने बताया कि मेदांता में करीब एक घंटा परीक्षण के बाद रविवार दोपहर तीन बजे डॉ. हृदयेश को प्राइवेट रूम में भर्ती किया गया। उन्होंने कहा कि डॉ. हृदयेश को चेस्ट इन्फेक्शन की वजह से सावधानी बरतते हुए भर्ती कराया गया है। उनकी हालत अभी सामान्य है। वहीं सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि डॉ हृदयेश की इच्छा देखते हुए उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती करने के लिए ले जाया गया। सरकार ने उनके लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की।  

सुमित हृदयेश ने 45 हजार रुपये बिल पर जताई आपत्ति

डॉ. इंदिरा हृदयेश के पुत्र सुमित हृदयेश देहरादून के मैक्स अस्पताल की व्यवस्था से बेहद खफा नजर आए। उन्होंने मैक्स में की गई व्यवस्थाओं को लेकर सरकार पर भी निशाना साधा। साथ में अस्पताल प्रशासन की ओर से चार घंटे भर्ती रहने के ऐवज में थमाए गए 45 हजार रुपये के बिल पर आपत्ति की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक और देहरादून के डीएम के प्रयासों के बाद भी अस्पताल प्रबंधन के रवैये में सुधार नहीं आया। 

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नेता प्रतिपक्ष के लिए सिंगल रूम की व्यवस्था की सरकार की कोशिशें विफल रहना शासन और प्रशासन को कठघरे में खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि कॉमन टॉयलेट 78 वर्षीय डॉ हृदयेश के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का सबब बन सकता था। उन्होंने कहा कि आइसीयू में भर्ती नहीं होने के बावजूद अस्पताल प्रशासन ने इसका बिल भी थमाया। हालांकि उन्होंने मेदांता में व्यवस्था के लिए सांसद अनिल बलूनी और एयर एंबुलेंस के लिए सरकार का आभार जताया।

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