Coronavirus: उत्तराखंड में सर्विलांस और सैंपलिंग में हुई बढ़ोतरी, सीएम ने कहा- नियंत्रण में है स्थिति
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई है लेकिन हालात नियंत्रण में हो। मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्विलांस टेस्टिंग और सैंपलिंग पर फोकस किया जा रहा है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sun, 19 Jul 2020 09:51 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। Coronavirus मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई है, लेकिन हालात नियंत्रण में हो। मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्विलांस, टेस्टिंग और सैंपलिंग पर फोकस किया जा रहा है। सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय पर उचित इलाज उपलब्ध हो सके।
राज्य के सभी जिलों में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर जाकर सर्विलांस किया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि किसी में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं। विशेष रूप से सीनियर सिटिजन और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों की जानकारी रखी जा रही है। अधिकांश जिलों में सर्विलांस के दो या दो से ज्यादा राउंड हो चुके हैं। उत्तरकाशी में चार, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, अल्मोडा, चमोली और टिहरी में 3-3, बागेश्वर, चम्पावत, पौड़ी और ऊधमसिंह नगर में 2-2 और पिथौरागढ़, देहरादून के साथ ही हरिद्वार में 1-1 राउंड सर्विलांस का किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को आगे भी लगातार करते रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पूरी गंभीरता से सर्विलांस करने और इससे प्राप्त जानकारियों के आधार पर जरूरी कदम उठाने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने सैंपलिंग और टेस्टिंग को भी बढाने के निर्देश दिए हैं। राज्य में सैंपलिंग में लगातार वृद्धि हो रही है। इस सप्ताह औसतन 2487 सैंपल हर दिन लिए गए, जबकि पिछले सप्ताह यह औसत 1660 प्रतिदिन था। प्रति मिलियन जनसंख्या पर सैंपलिंग का औसत बढ़कर 9981 हो गया है, जो राष्ट्रीय औसत से कुछ ही कम है। एक सप्ताह में इसके राष्ट्रीय औसत से ऊपर जाने की पूरी संभावना है। चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौङी और रुद्रप्रयाग में सैंपलिंग, राष्ट्रीय औसत से अधिक है। टेस्टिंग और सैंपलिंग को बढाने के लिए जिलाधिकारियों को प्राइवेट लैब का भी उपयोग करने को कहा गया है।
जिलों में ट्रूनेट मशीनें और एंटीजन टेस्टिंग किट भी उपलब्ध करवाई गई हैं। राज्य में वर्तमान में 342 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर हैं, जिनमें 23436 बेड की क्षमता है। इनमें से 22762 अभी खाली हैं। कोविड फेसिलिटी में आइसीयू बेड 338, वेंटिलेटर 243 और ऑक्सीजन सपोर्ट बेड 1197 हैं। इनकी संख्या में भी लगातार वृद्धि की जा रही है।यह भी पढ़ें: Coronavirus: दून में करना है प्रवेश, तो साथ लाएं कोरोना वायरस नेगेटिव का प्रमाण
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में पाजिटिव मामलों में वृद्धि देखी गई है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सर्विलांस, टेस्टिंग और सैंपलिंग पर फोकस किया जा रहा है। सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय पर उचित इलाज उपलब्ध हो।यह भी पढ़ें: पर्यटकों के कोरोना जांच के प्रमाण पत्रों की हो पुख्ता चेकिंग : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
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