Dehradun Disaster: आपदा में तबाह हुई फसलों के नुकसान का सर्वे करेगा कृषि विभाग, टीमें गठित
देहरादून में भारी बारिश और भूस्खलन से फसलों को हुए नुकसान का कृषि विभाग सर्वे करेगा। विकासखंड और न्याय पंचायत स्तर पर टीमें गठित की जाएंगी। हल्दवाड़ी और कार्लीगाड में मलबे में दबने से कई पशुओं की मौत हुई है जिसका पशुपालन विभाग सर्वे कर रहा है। गन्ना विभाग भी डोईवाला और सहसपुर में गन्ने की फसल के नुकसान का आकलन करेगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून । जिले में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाह हुई फसलों के नुकसान का कृषि विभाग सर्वे करेगा। इसके लिए विकासखंड और न्याय पंचायत स्तर पर सर्वे टीमें गठित होंगी। विभाग की ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
कृषि विभाग के मुताबिक सोमवार देर रात और मंगलवार को जिले में बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भयंकर तबाही मचाई। आपदा से फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। वहीं, नदियों के उफनने से नीचे इलाकों में फसलों में जलभराव और खतों का कटाव हुआ है।
मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि सभी छह विकासखंड़ों में फसलों के नुकसान का सर्वे किया जाएगा। जिले में धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी व अरहर, मूंग, उड़द की फसलों की बुआई की गई हैं। पूर्व के सर्वे में कोई नुकसान नहीं होने की बात सामने आई थी। लेकिन, अब कई स्थानों पर नदियों, भूस्खलन, बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। इससे फसलों को नुकसान की सूचनाएं प्राप्त हुई है। जल्द सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा।
हल्दवाड़ी और कार्लीगाड में मलबे में दबने से 43 पशुओं की मौत
रायपुर विकासखंड के गांव हल्दवाड़ी ओर कार्लीगाड का पशुपालन की टीम ने सर्वे किया। दरअसल, दोनों स्थानों पर बादल फटने के कारण गांवों में भारी नुकसान और पशुओं के मलबे में दबने से मरने की बात सामने आई थी।
वहीं, गुरुवार को मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सतीश जोशी की अगुवाई में दोनों स्थानों पर टीमों ने सर्वे किया। इस दौरान हल्दवाड़ी में दिनेश सिंह की एक भैंस व 21 बकरी और गोविंद सिंह की एक भैंस और एक बकरी मलबे में दबने से मौत हो गई। जबकि, कार्लीगाड में किसान कृपाल सिंह रावत की 12 बकरी, चार गाय व तीन बछड़ों की दबने से मौत हो गई।
सीवीओ जोशी ने बताया कि शुक्रवार को भी टीम दोनों स्थानों पर सर्वे करेगी। वहीं, जिले के छह विकासखंड़ों के 24 उप पशु चिकित्सालय और 52 पशु प्रसार केंद्र के प्रभारी संबंधित क्षेत्रों में टीम गठित कर गांव-गांव सर्वे करेंगे।
गन्ना विभाग के अधिकारी भी करेंगे सर्वे
सहायक गन्ना आयुक्त कुलश्रेष्ठ फुलेरिया ने बताया कि डोईवाला, सहसपुर और विकासनगर में गन्ने की प्रमुखता से खेती होती है। डोईवाला क्षेत्र में जाखन नदी की बाढ़ के कारण कई स्थानों पर नुकसान की खबर है।
सहसपुर में गहरे क्षेत्रों में जलभराव से गन्ना फसल में नुकसान की बात सामने आई है। इसके लिए जल्द सर्वे कराया जाएगा। कहा, इस बार जिले में इस बार 3750 हेक्टेयर में गन्ना फसल है। बता दें कि जिले के करीब साढ़े आठ हजार किसान गन्ना खेती से जुड़े हैं। देहरादून समिति से करीब 3500 और डोईवाला समिति से 5500 शामिल हैं।
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