सीएसडी कैंटीन का सॉफ्टवेयर होगा अपडेट, नहीं ले सकेंगे अधिक आइटम
सीएसडी कैंटीन से खरीद की मात्रा संबंधी नियम को सख्त कर दिया गया है। सीएसडी ने आर्मी एरिया और ऑर्डनेंस फैक्ट्री इस्टेट में चल रहीं यूनिट कैंटीन के सॉफ्टवेयर में परिवर्तन किया है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 05 Apr 2018 05:05 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: सीएसडी कैंटीन से खरीद की मात्रा संबंधी नियम को सख्त कर दिया गया है। इसका कड़ाई से पालन किया जाए, इसलिए कैंटीन भंडार विभाग (सीएसडी) ने आर्मी एरिया और ऑर्डनेंस फैक्ट्री इस्टेट में चल रहीं यूनिट कैंटीन के सॉफ्टवेयर में परिवर्तन किया है। सॉफ्टवेयर जितनी मात्रा दिखाएगा, उससे अधिक साबुन, तेल, शैम्पू और कॉस्मेटिक आदि खरीदना अब मुमकिन नहीं होगा।
रक्षा मंत्रालय ने एएफडी और नॉन एएफडी कोटा के तहत अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए मासिक सीमा तय कर रखी है। इससे अधिक राशि का ग्रोसरी आइटम वह नहीं ले सकते। नॉन एएफडी आइटम के तहत एक जनवरी 2015 से सीमा को तय किया गया था। इसमें कमीशंड अफसर और बराबर की रैंक के अधिकारी के लिए 11 हजार रुपये प्रतिमाह, अलग-अलग रैंक में जेसीओ को भी आठ से 11 हजार और दूसरी रैंक के अधिकारियों के लिए पांच हजार से 5500 रुपये कोटा तय है।डिफेंस सिविलियन कर्मचारी जो पे-बैंड तीन एवं चार में आते हैं, उन्हें भी 11 हजार रुपये कीमत की चीजें खरीदने की पात्रता है। पे-बैंड एक और दो के लिए क्रमश: आठ हजार और 5500 रुपये मासिक कोटा फिक्स है। इसी तरह एएफडी आइटम भी हैं। इसकी सीमा सालाना 55 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक है। सामान्यत: इसमें 750 रुपये से ज्यादा कीमत की चीजों को शामिल किया जाता है।
31 मार्च से सॉफ्टवेयर अपडेट होने की प्रक्रिया: सेना मुख्यालय के हालिया सर्कुलर में ग्रॉसरी से संबंधित 48 चीजें शामिल हैं। जबकि, एएफडी आइटम की सूची में 15 चीजें शामिल की गई हैं। कैंटीन सर्विसेज डायरेक्ट्रेट की क्वार्टर मास्टर जनरल ब्रांच ने तीनों सेनाओं के कमांड मुख्यालय, असम राइफल्स महानिदेशालय, एनसीसी हेडक्वार्टर, डीआरडीओ मुख्यालय, कोस्ट गार्ड हेडक्वार्टर व डीजबीआर हेडक्वार्टर को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आगामी 31 मार्च से सॉफ्टवेयर अपडेट होने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।मई तक का दिया समय
गाइडलाइन के अनुसार कैंटीन भंडार विभाग से संबंधित यूनिट रन कैंटीन को तब तक ग्रॉसरी उपलब्ध नहीं होगी, जब तक कैंटीन में नया सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं हो जाता है। मई तक सभी कैंटीनों में सॉफ्टवेयर अपडेट हो जाएगा।
बाहर बाजार में सामान बिकने की भी शिकायत: बाजार की तुलना में सीएसडी कैंटीन से मिलने वाले सामान का मूल्य बहुत कम होता है। पिछले कुछ समय से इस तरह की शिकायतें मिली कि इस रियायत का दुरुपयोग हो रहा है। सीएसडी कैंटीन से रियायती दर पर सामान खरीद कर खुले बाजार (दुकानों) में अधिक मूल्य पर ब्रिकी होने की शिकायत भी मिल रही थी। ऐसे में सेना मुख्यालय ने सॉफ्टवेयर में परिवर्तन कर पहले की अपेक्षा सामान में कुछ कटौती भी कर दी है।यह भी पढ़ें: डेंगू, मलेरिया के मच्छरों का काल है ड्रैगनफ्लाईयह भी पढ़ें: ड्रोन है एयरस्पेस इंजीनियरिंग की आधुनिक तकनीक
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