Cyber Crime: अब अपराधियों से निपटेंगे साइबर कमांडो, दी जा रही ट्रेनिंग; इसलिए होंगे खास
Cyber Crime साइबर अपराधियों से निपटने के लिए राज्य सरकार हर जिले में साइबर कमांडो की तैनाती करने जा रही है। ये कमांडो साइबर अपराध के मामलों को सुलझाने के साथ साइबर थाना और साइबर सेल में तैनात जवानों को प्रशिक्षित भी करेंगे।
By Soban singhEdited By: Nirmala BohraUpdated: Fri, 03 Mar 2023 01:37 PM (IST)
सोबन सिंह गुसांई, देहरादून: Cyber Commando: उत्तराखंड में दिन-ब-दिन साइबर अपराध बढ़ रहा है। साइबर ठगी के ही हर साल 15 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इसको देखते हुए साइबर अपराधियों से निपटने के लिए राज्य सरकार हर जिले में साइबर कमांडो की तैनाती करने जा रही है।
इसके लिए देहरादून स्थित एसटीएफ कार्यालय में सौ से अधिक पुलिस के जवानों और सीओ आपरेशन को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में हर जिले की साइबर सेल से दो से तीन जवान शामिल हैं, जो तकनीक के क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं।
इसी वर्ष जनवरी में आयोजित डीजी कांफ्रेंस में केंद्र सरकार ने साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को साइबर कमांडो तैयार करने के निर्देश दिए थे।
इसका उद्देश्य है कि जैसे ही साइबर अपराध की शिकायत मिले तुरंत उसकी जांच शुरू कर उतनी ही तेजी से अपराधी तक पहुंचा जा सके। ये कमांडो साइबर अपराध के मामलों को सुलझाने के साथ साइबर थाना और साइबर सेल में तैनात जवानों को प्रशिक्षित भी करेंगे।
तीन चरण में दिया जाएगा प्रशिक्षण
साइबर कमांडो का प्रशिक्षण तीन चरण में पूरा होगा। सबसे पहले बेसिक ट्रेनिंग दी जा रही है। गुरुवार को शुरू हुई यह ट्रेनिंग तीन दिन तक चलेगी। इसमें जवानों को साइबर ठगी की घटनाओं की जांच-पड़ताल करने, ठगी गई धनराशि पीड़ित को वापस दिलाने और साइबर ठगों का पता लगाने का प्रशिक्षण प्रदेशभर के साइबर एक्सपर्ट दे रहे हैं।दूसरे चरण में इंटरमीडिएट ट्रेनिंग होगी, जिसमें अन्य साइबर अपराधों से निपटना सिखाया जाएगा। तीसरे चरण में एडवांस ट्रेनिंग के तहत आइटी एक्ट में दर्ज मुकदमों की जांच के गुर सिखाए जाएंगे। बाहरी राज्यों के एक्सपर्ट भी प्रशिक्षण देंगे।
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