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साइबर ठगों ने अपर सचिव के खाते से उड़ाए 57 हजार Dehradun News

साइबर ठगों ने प्रोटोकॉल विभाग के अपर सचिव के खाते से 57797 रुपये साफ कर दिए। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Tue, 03 Mar 2020 01:07 PM (IST)
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साइबर ठगों ने अपर सचिव के खाते से उड़ाए 57 हजार Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। साइबर ठगों ने प्रोटोकॉल विभाग के अपर सचिव के खाते से 57797 रुपये साफ कर दिए। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

नेहरू कॉलोनी थाना के एसओ दिलबर सिंह के अनुसार अपर सचिव रमेश कुमार ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें पेटीएम पर एक लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करते ही उनके पेटीएम वॉलेट से पैसे उड़ने शुरू हो गए। 24 फरवरी को शाम चार बजकर 52 मिनट से पांच बजे के बीच साइबर ठग ने पेटीएम वॉलेट से आठ ट्रांजेक्शनों में पैसे उड़ा लिए।

44 हजार रुपये डूबने से बचाए

देहरादून ओएलएक्स पर वॉशिंग मशीन खरीदने के नाम पर साइबर ठग ने टोकन मनी देने का झांसा देकर व्यक्ति के खाते से 44 हजार निकाल दिए। इसकी शिकायत जब साइबर थाने को मिली तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रुपये डूबने से बचा लिए।

अंकुश मिश्रा सीओ साइबर थाना ने बताया कि कंडोली निवासी मुख्तार ने एक मार्च को शिकायत दर्ज करवाई कि एक शातिर ठग ने ओएलएक्स पर वाशिंग मशीन खरीदने के नाम पर टोकन मनी देने का झांसा दिया। बातों-बातों में ठग ने मुख्तार के खाते से 44 हजार रुपये उड़ा लिए। साइबर क्राइम थाने से कांस्टेबिल नितिन रमोला ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्तार के 42 हजार रुपये उनके बैंक खाते में वापस कराए।

उमरा के लिए सऊदी भेजने  के नाम पर 65 हजार ठगे

टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी के संचालक समेत तीन लोगों ने एक शख्स से 65 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित ने उमरा के लिए सऊदी अरब के मक्का-मदीना जाने को आरोपितों से संपर्क किया था। आरोपितों ने रुपये लेने के बाद वीजा नहीं दिया और पैसे मांगने पर धमकी दी। पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि आजाद कॉलोनी, माजरा में रहने वाले अतेशाम अंसारी ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें अतेशाम ने बताया कि वह अपनी मां मेहराज और भतीजी आयशा को उमरा के लिए मक्का-मदीना भेजना चाहता था। 

वीजा आदि के इंतजाम के लिए उसने माजरा में ही अलकरीम टूर एंड ट्रैवल्स में संपर्क किया। वहां उसकी मुलाकात अलकरीम टूर एंड ट्रैवल्स के संचालक मुस्तकीम निवासी माजरा और शोएब व जाकिर अली से हुई। तीनों ने उसे विश्वास दिलाया कि उमरा के लिए वीजा के साथ मक्का-मदीना में रहने और खाने का भी इंतजाम कर देंगे। इसके एवज में अतेशाम अंसारी ने आरोपितों को 12 मार्च 2019 को 65 हजार रुपये दे दिए। 

इसके बाद आरोपित वीजा देने के नाम पर टालमटोल करने लगे। आरोपितों ने रुपये देने के काफी वक्त बाद भी वीजा उपलब्ध नहीं कराया। जब भी अतेशाम वीजा के संबंध में बात करता तो उसे आश्वासन देकर टरका देते। आरोप है कि बीते वर्ष सात दिसंबर को पैसा वापस मांगने पर आरोतिपों ने गाली-गलौज करने के साथ ही धमकी दी।

आरटीई के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप

एक अधिवक्ता ने आरटीई के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आरटीई के तहत दाखिले के लिए ब्रह्मपुरी वार्ड में केवल जीआरडी स्कूल का विकल्प दिया जा रहा है। इसमें आवेदन नहीं हो रहा। अधिवक्ता ने इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्री और शिक्षा विभाग को शिकायती पत्र लिखा है। 

अधिवक्ता पुनीत चौधरी ने बताया कि इसकी शिकायत डीईओ आरएस रावत और आरटीई जिला प्रभारी राकेश उनियाल से की गई तो उन्होंने ने बताया कि स्कूल आरटीई के लिए पंजीकृत ही नहीं है। उधर, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत प्रिया रावत ने बताया कि स्कूल पंजीकृत है। 

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अधिवक्ता के अनुसार पड़ताल करने पर पता चला है कि शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से जानबूझकर इसमें आवेदन रोके गए हैं। उन्होंने पत्र में शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से न्याय की मांग की है।

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