कॉलेज प्राचार्य परिषद ने खोला गढ़वाल विवि के खिलाफ मोर्चा
फीस बढ़ोत्तरी को लेकर दून के चार बड़े संबद्ध कॉलेजों के छात्रों के बाद अब प्राचार्यो ने भी हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
By Edited By: Updated: Sat, 16 Nov 2019 11:14 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। फीस बढ़ोत्तरी को लेकर दून के चार बड़े संबद्ध कॉलेजों के छात्रों के बाद अब प्राचार्यो ने भी हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में गढ़वाल विवि व संबद्ध कॉलेजों के बीच टकराव और बढ़ेगा।
गढ़वाल विश्वविद्यालय की ओर से बढ़ाई गई फीस के विरोध में पिछले कई दिनों से चले आ रहे छात्रों के आदोलन के कारण दून के डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर पीजी कॉलेज व एमकेपी कॉलेजों का माहौल बिगड़ता जा रहा है। डीएवी कॉलेज में अभी तक आतरिक परीक्षाएं तक शुरू ही नहीं हुई हैं। दिसंबर में सेमेस्टर परीक्षाएं होनी हैं।छात्रों के बढ़ते दबाव व उग्र आंदोलन से चिंतित प्राचार्य परिषद की बैठक एसजीआरआर पीजी कॉलेज में हुई। इसमें सभी प्राचार्यो ने एक स्वर में बढ़ी हुई फीस का कड़ा विरोध किया। प्राचार्य परिषद के अध्यक्ष व एसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. वीए बौड़ाई ने बताया कि गढ़वाल विवि में पूर्व में हुई बैठक में फीस वृद्धि का कोई भी प्रस्ताव पास नहीं करवाया गया। जिससे कि इस तरह बढ़ी हुई फीस को लागू किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रति छात्र 1200 रुपये पंजीकरण व संबद्धता फीस वसूली जा रही है। गढ़वाल विवि की बैठक में पंजीकरण व संबद्धता फीस केवल निजी संस्थानों के लिए ही लगाने पर चर्चा में आई थी, जिसका भी प्राचार्यो ने विरोध किया था। अशासकीय कॉलेज के विद्यार्थियों पर बढ़ाई हुई फीस प्राचार्य ने तत्काल वापस लेने का अनुरोध किया। प्राचार्य परिषद के महामंत्री व डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने बताया कि गढ़वाल विवि ने यह दोहरा रवैया अपनाया है कि उन्होंने अपने तीनों कैंपस श्रीनगर गढ़वाल, टिहरी एवं पौड़ी कॉलेज परिसर में फीस नहीं बढ़ाई है, केवल अशासकीय कॉलेजों में ही फीस बढ़ोत्तरी की गई है, जो उचित नहीं है।
परिषद के पदाधिकारी व डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पाडे ने कहा कि इस प्रकार के रवैया से केवल विश्वविद्यालयों व संबद्ध कॉलेजों में मतभेद बढ़ेगा। इससे दून के चारों कॉलेजों में पठन-पाठन भी प्रभावित होगा। एमकेपी पीजी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रेखा खरे ने कहा कि संबद्ध कॉलेज व विवि दोनों की जिम्मेदारी समय पर परीक्षाएं कराना है, जिसके लिए इस प्रकार के आदोलन को अतिशीघ्र खत्म किया जाना चाहिए।
मई की बैठक का विरोध नवंबर में क्यों : कुलसचिव संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्य परिषद की बैठक में एचएनबी गढ़वाल विवि की फीस वृद्धि का विरोध करने के संबंध में गढ़वाल विवि के कुलसचिव डॉ. एके झा ने साफ किया कि संबद्ध कॉलेज के प्राचार्य छात्रों को गुमराह कर रहे हैं। इस संबंध में बीते मई महीने में बैठक हुई थी। जुलाई में नई फीस चार्ट की विवरणिका प्रकाशित की गई।
उन्होंने कहा कि संबद्ध कॉलेज प्राचार्य को विरोध करना था तो लिखित में विवि प्रशासन को समय पर पत्र भेजते। अब नवंबर में विवि के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है, जब सेमेस्टर परीक्षा फार्म भरने की तिथि भी समाप्त होने वाली है। फीस बढ़ोत्तरी का निर्णय विवि की कार्य परिषद व संबद्ध कॉलेज प्राचार्यो की संयुक्त बैठक में लिया गया था। कहा कि विवि की ओर से पंजीकरण शुल्क में वन टाइम केवल 400 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्री की ओर से मिले पत्र में भी वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया गया है।
जिम्मेदारी से बच रहा विवि प्रशासन डीएवी पीजी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष निखिल शर्मा के अनुसार, गढ़वाल विवि प्रशासन की सच्चाई सामने आ गई है। विवि प्रशासन संबद्ध कॉलेज प्रशासन पर झूठे आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से बचता रहा है। यह भी साफ हो गया कि गढ़वाल विवि को पहाड़ के छात्रों के हित से कोई सरोकार नहीं है।' तत्काल वापस लेनी होगी फीस
एसजीआरआर कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष शुभम बंसल के का कहना है कि एचएनबी गढ़वाल विवि को बढ़ी हुई फीस तत्काल वापस लेनी होगी। अन्यथा छात्र अपना विरोध वापस नहीं लेंगे। आंतरिक परीक्षा के बाद दिसंबर में सेमेस्टर परीक्षाएं हैं और छात्र-छात्राएं सड़क में उतरकर आंदोलन को विवश हैं।छात्रों ने फूंका उच्च शिक्षा राज्य मंत्री का पुतलापरीक्षा शुल्क वृद्धि के खिलाफ एमपीजी कॉलेज मसूरी में छात्रों ने तालाबंदी कर प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री का पुतला फूंका। छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पंवार ने कहा कि परीक्षा शुल्क वृद्धि को वापस ली जाए और चतुर्थ सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित किया जाए। मौके पर पहुंचे एसडीएम मसूरी व शहर कोतवाल ने छात्रों से वार्ता की। इस दौरान छात्रों ने एसडीएम अरूण चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
यह भी पढ़ें: छात्रों ने डीएवी प्राचार्य कार्यालय पर जड़ा ताला, साढ़े चार घंटे तक बनाया बंधक Dehradun Newsएसडीएम ने ज्ञापन को उच्चाधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्रों ने धरना व तालाबंदी खत्म की। प्रदर्शन करने वालों में छात्र नेता मनीष नौटियाल, नवीन शाह, अनिल पंवार, मेघना, वंदना, जयपाल गुसाईं आदि शामिल रहे।
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