Move to Jagran APP

डीबीएस में कॉलेज प्रशासन के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन Dehradun News

डीबीएस पीजी कॉलेज में शिक्षकों के आंदोलन के चलते पिछले पांच दिनों से दाखिले ठप पड़े हैं। इससे छात्र संघ में रोष है। छात्रसंघ ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।

By BhanuEdited By: Updated: Sat, 27 Jul 2019 01:47 PM (IST)
Hero Image
डीबीएस में कॉलेज प्रशासन के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। डीबीएस पीजी कॉलेज में शिक्षकों के आंदोलन के चलते पिछले पांच दिनों से दाखिले ठप पड़े हैं। इससे छात्र संघ में रोष है। छात्रसंघ ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग है कि शिक्षकों का आंदोलन खत्म करवाकर दाखिले शुरू कराए जाएं। 

छात्रसंघ अध्यक्ष मनबीर सिंह नेगी के नेतृत्व में एबीवीपी और छात्र संघ के पदाधिकारियों ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्र संघ ने कॉलेज में दाखिला प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्राचार्य को ज्ञापन भी सौंपा। 

छात्रसंघ अध्यक्ष मनबीर नेगी ने कहा कि पिछले चार दिनों से डीबीएस पीजी कॉलेज में शिक्षक आंदोलन के चलते दाखिले नहीं हो रहे हैं। दूर-दराज के गांवों से आ रहे छात्रों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से शिक्षकों का धरना खत्म करवाकर दाखिले शुरू कराने की मांग की। 

छात्र संघ महासचिव शुभम जोशी ने कहा कि दाखिले देर से होने से कॉलेज के शैक्षिक कैलेंडर भी प्रभावित होगा। विरोध जताने वालों में संकेत नौटियाल, हिमांशु कुमार, आयुष उनियाल, सोनू मिश्रा, योगेश घाघट, सौरभ रावत, कपिल, अजय पंवार, अंजली समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

शिक्षा सचिव के पास पहुंचे डीबीएस के शिक्षक

डीबीएस पीजी कॉलेज के शिक्षकों की समस्या का हल नहीं निकल सका है। शिक्षकों ने शासन से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। शिक्षक संघ ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आनंद वर्धन से मुलाकात की। सचिव ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि अभी शिक्षकों की समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है। 

डीबीएस पीजी कॉलेज में शिक्षकों का विरोध जारी रहा। शिक्षक अर्जित अवकाश की स्थिति पर जवाब नहीं मिलने तक धरने से उठने को तैयार नहीं हैं। कॉलेज में शिक्षकों के धरने के चलते दाखिलों की प्रक्रिया ठप रही। प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों से दाखिला लेने पहुंच रहे छात्रों को मायूस लौटना पड़ा। 

डीबीएस पीजी कॉलेज के शिक्षक सुबह ही अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। शिक्षकों का कहना है कि अर्जित अवकाश पर जब तक लिखित में प्रबंधन स्थिति साफ नहीं करता तब तक विरोध जारी रहेगा। 

प्राचार्य वीसी पांडे और छात्रसंघ पदाधिकारियों ने शिक्षकों से धरना खत्म कर दाखिलों की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की, लेकिन शिक्षक धरने पर अड़े रहे। शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह ने कहा कि प्रबंधन और प्राचार्य को कई बार लिख कर दिया जा चुका है। अर्जित अवकाश पर स्थिति साफ नहीं हुई है। जब तक लिखित में स्थिति साफ नहीं होगी विरोध जारी रहेगा। 

इसके बाद शिक्षक संघ ने प्रमुख शिक्षा उच्च सचिव से इस बाबत मुलाकात की। शासन-प्रबंधन के बीच शिक्षक पिस रहे शिक्षकों का कहना है कि राज्य सरकार ने छुट्टियों के लिए 1973 रेगुलेशन एक्ट लागू किया है। केवल डीबीएस प्रबंधन ने छुट्टियों के लिए 2010 रेगुलेशन एक्ट लागू किया है। 

डॉ. दीपक भट्ट ने कहा कि प्रशासन और प्रबंधन की लड़ाई के बीच शिक्षक पिस रहे हैं। कहा कि शासन को मामले को संज्ञान में लेकर इस पर स्थिति साफ करनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ. रूपेश कुमार, डॉ. दीपक भट्ट, डॉ. राकेश सिंह, डॉ. अटल बिहारी, डॉ. अल्का सुरी, डॉ. शीतल कनौजिया,डॉ. सोनू सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे। 

उधर,  डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडे के मुताबिक, शिक्षकों की हर मांग को कॉलेज प्रबंधन के सामने रखा जा रहा है। प्रबंधन से जो भी आदेश आएगा, उसे कॉलेज में लागू किया जाएगा। शिक्षकों के धरने से दाखिले प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित छात्रों को दाखिलों के लिए दोबारा मौका दिया जाएगा। 

डीएवी शिक्षक संघ ने यूजीसी को लिखा पत्र 

आश्वासन के बाद डीएवी कॉलेज में शिक्षकों ने छुट्टियों को लेकर अपना धरना खत्म कर दिया था, लेकिन कॉलेज प्रबंधन की ओर से अर्जित अवकाश पर स्थिति साफ नहीं होने से शिक्षकों में रोष है। डीएवी के शिक्षकों ने अब यूजीसी का दरवाजा खटखटाया है। 

शिक्षक संघ अध्यक्ष डा यूएस राणा ने बताया कि यूजीसी को पत्र लिखकर अर्जित अवकाश पर स्थिति साफ करने को कहा है। बताया कि यूजीसी से स्थिति साफ होने के बाद कॉलेज शिक्षक संघ आगे की कार्रवाई करेगा। 

दाखिले न होने पर एबीवीपी ने किया हंगामा 

रायुपर डिग्री कॉलेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने दाखिले के लिए पहुंचे छात्रों के फार्म नहीं लिए जाने पर हंगामा कर दिया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने दूर-दराज से दाखिला लेने पहुंच रहे छात्र और अभिभावकों को बरगलाया है। छात्रों को दाखिले के लिए अगले दिन बुलाया गया, लेकिन जब छात्र अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे तो दाखिला लेने से मना कर दिया।

रायपुर कॉलेज की एबीवीपी इकाई ने कॉलेज प्रशासन का घेराव किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज ने दाखिला लेने पहुंच रहे छात्रों को गलत सूचना दी। एबीवीपी कार्यकर्ता तान्या कौशिक ने बताया कि दाखिले के लिए पहुंचे छात्रों को पहले 22 जुलाई को कॉलेज में बुलाया गया। 

22 को दाखिला लेने पहुंचे छात्रों को 26 जुलाई की तिथि दी गई। जब शुक्रवार को छात्र पहुंचे तो उन्हें दाखिला देने से मना कर दिया। उधर, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि छात्रों का विरोध गलत है। 12 जुलाई को फार्म जमा करने की अंतिम तिथि थी, लेकिन छात्रों ने समय पर फार्म जमा नहीं किए। 

विरोध जताने वालों में ऐसे छात्र भी शामिल हैं, जिनका नाम पहली और दूसरी मेरिट लिस्ट में आ चुका है। लेकिन समय पर अपनी सीट लॉक कर दाखिला नहीं लिया। अब दूसरी वेटिंग लिस्ट पर दाखिले चल रहे हैं। नियमानुसार पुरानी मेरिट के छात्रों को अब दाखिला नहीं दिया जा सकता। 

आरक्षित सीटों के लिए खुले आवेदन

रायपुर डिग्री कॉलेज में बीए, बीएससी और बीकॉम पाठ्यक्रम की आरक्षित सीटें आधी भी नहीं भर सकी हैं। ऐसे में आरक्षित सीटों पर दोबारा फार्म भरने का मौका दिया गया है। 28 जुलाई तक कॉलेज के फार्म लेकर इन सीटों के लिए आवेदन किया जा सकता है।

छात्रों की मांग गलत 

बीए एडमिशन इंचार्ज डॉ. दीपा जोशी के अनुसार, रायपुर कॉलेज के छात्रों की मांग गलत है। पिछली मेरिट के छात्रों को तय समय के बाद दाखिला नहीं दिया जा सकता। वर्तमान में दूसरी वेटिंग लिस्ट पर दाखिले लिए जा रहे हैं। हालांकि, आरक्षित वर्ग की सीटों के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके बाद भी अगर सीटें खाली रही तो कॉलेज प्रशासन इस पर अग्रिम निर्णय लेगा। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में अनियमितताओं का बोलबाला, जानिए 

यह भी पढ़ें: शुल्क पर अब अपने ही घर में घिरा आयुर्वेद विश्‍वविद्यालय

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में नियुक्तियों में धांधली, स्पेशल ऑडिट में हुआ खुलासा

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।