उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, अल्मोड़ा में मकान ध्वस्त होने से युवती की मौत
अल्मोड़ा के तल्ली जाजर गांव में मंगलवार तड़के अतिवृष्टि के बाद एक मकान ध्वस्त होने से एक युवती की मौत हो गई।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 04 Sep 2019 07:52 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में मौसम का कहर जारी है। अल्मोड़ा के तल्ली जाजर गांव में मंगलवार तड़के अतिवृष्टि के बाद एक मकान ध्वस्त होने से एक युवती की मौत हो गई, जबकि चार लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। चमोली के लामबगड़ में मलबा आने से 24 घंटे से बंद बदरीनाथ राजमार्ग मंगलवार शाम को खोला जा सका। रुद्रप्रयाग के नारायणकोटि में केदारनाथ हाईवे सुबह करीब दो घंटे भूस्खलन के चलते बंद रहा। गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्ग सुचारू रहे। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले 36 घंटे पहाड़ों में जोरदार बारिश के आसार हैं, विशेषकर कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
राज्य के पहाड़ी जिलों में अतिवृष्टि व भूस्खलन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंगलवार तड़के अल्मोड़ा के धौलादेवी विकास खंड के तल्ली जाजर गांव में अतिवृष्टि से एक मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। मलबे में दबकर 20 वर्षीय युवती भावना जोशी की मौत हो गई, जबकि चार लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। पिथौरागढ़ जिले में भूस्खलन से बंद टनकपुर-तवाघाट हाईवे 68 घंटे बाद यातायात के लिए खोला जा सका।
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मार्ग खुलने के बाद तीन दिन से फंसे वाहन निकल सके हैं। सोमवार रात बारिश के बाद हुए भूस्खलन से पिथौरागढ़ के एक दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं, जबकि तेजम तहसील के सेलमाली गांव में भारी बारिश से ऊफान में आए नाले से कई नाली खेत मय धान की फसल के बह गई। बंगापानी में आरसीसी पुलिया बहने से तीन गांवों का सम्पर्क कट गया है। बागेश्वर जिले में तीन मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और छह मार्ग बंद पड़े हैं।
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