देश के सर्वाधिक प्रदूषित टॉप-10 शहरों में देहरादून भी, पढ़िए पूरी खबर
देश के सर्वाधिक प्रदूषित टॉप-10 शहरों में देहरादून भी है। आंकड़ों पर गौर करें तो आइएसबीटी क्षेत्र में वायु प्रदूषण का अधिकतम स्तर चार गुना पाया गया है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 10 Dec 2019 08:47 PM (IST)
देहरादून, सुमन सेमवाल। एक दौर में दून और सुकून के बीच गहरा रिश्ता था। यहां की आबोहवा स्वच्छ होने से इसे रिटायर्ड लोगों का शहर भी कहा जाता। दूर तक जहां भी नजर जाती आम-लीची से लकदक बाग और फसलों से लहलहाते खेत नजर आते थे। फिर वर्ष 2000 में उत्तराखंड पृथक राज्य बना और दून राजधानी। इसके बाद शहरीकरण की अनियंत्रित दौड़ में दून और सुकून के बीच का फासला बढ़ता चला गया। जनसंख्या में 40 फीसद से अधिक का इजाफा हो चुका है और वाहनों की संख्या 300 फीसद से भी अधिक दर से बढ़कर नौ लाख का आंकड़ा छूने जा रही है। इस सबका सर्वाधिक असर यहां की स्वच्छ हवा पर पड़ा, जिसमें रेस्पायरेबल सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (श्वसनीय ठोस निलंबित कण) यानी पीएम-10 व 2.5 की मात्रा मानक से चार गुना तक बढ़ गई है।
पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर सबसे पुराने औसत आंकड़े वर्ष 2008 के हैं और तब पीएम-10 की यह स्थिति आज की तुलना में आधी से भी कम (116 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर) थी। आज के ताजा आंकड़ों की बात करें तो जनवरी 2019 से अक्टूबर 2019 के बीच पीएम-10 की अधिकतम मात्रा 240 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से भी अधिक पाई गई है, जबकि वार्षिक औसत आधार पर यह मात्रा 60 से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसी तरह जिस पीएम-2.5 की मात्रा वार्षिक आधार पर 40 से अधिक नहीं होनी चाहिए, उसके कणों की उपस्थिति हवा में अधिकतम 117 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर भी पाई गई है। हवा में घुले प्रदूषण कणों की मात्रा बताती है कि वायु प्रदूषण का ग्राफ किस तेजी से बढ़ रहा है। यदि समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यहां भी दिल्ली से हालात बनते देर नहीं लगेगी।
आइएसबीटी क्षेत्र में सर्वाधिक प्रदूषण
पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दून में घंटाघर, रायपुर रोड, आइएसबीटी क्षेत्र में वायु प्रदूषण (पीएम-10 व पीएम-2.5 कणों) की जांच करता है। जनवरी 2019 से अक्टूबर तक के आंकड़ों पर गौर करें तो आइएसबीटी क्षेत्र में वायु प्रदूषण का अधिकतम स्तर चार गुना पाया गया है। अन्य क्षेत्रों में भी वायु प्रदूषण मानक से कहीं अधिक है, मगर इसका आंकड़ा तीन गुने का आसपास सिमटा है।
क्षेत्रवार वायु प्रदूषण की उच्च औसत स्थिति
- क्षेत्र------------पीएम-10------------पीएम-2.5
- घंटाघर----------196.74------------104.56
- रायपुर रोड-----136.15-------------82.87
- आइएसबीटी-----243.12------------117.56
वायु प्रदूषण में टॉप टेन में पहुंच चुका दूनवर्ष 2017 के अंत में केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने देश के तमाम शहरों के वायु प्रदूषण की जो रिपोर्ट संसद में रखी थी, उसमें दून सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में टॉप टेन में शामिल हो गया है। इस सूची में शामिल देश के तमाम बड़े शहरों से दून जैसे छोटे शहर का आगे निकल जाना खतरे की घंटी बजाता दिख रहा है।
संसद में रखी गई रिपोर्ट में टॉप शहरों में दून की स्थिति (2017 के अंत में)
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- दिल्ली------------278
- वाराणसी----------256
- बरेली------------253
- देहरादून----------241
- गाजियाबाद-------235
- फिरोजाबाद--------223
- सहारनपुर----------218
- कानपुर------------217
- स्थल------------------------पीएम-10------------पीएम-2.5
- दून अस्पताल----------------330------------------240
- सहारनपुर चौक---------------244-----------------256
- बल्लीवाला चौक--------------190-----------------115
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