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Dehradun Car Accident: क्यों बंद थे ओएनजीसी चौक के कैमरे? डीएम ने मांगी रिपोर्ट

Dehradun Car Accident देहरादून में हुए एक भीषण कार हादसे ने शहर की यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ओएनजीसी चौक पर हुए हादसे में सीसीटीवी कैमरों के बंद होने से जांच में परेशानी हो रही है। जिले में सुरक्षा के मद्देनजर जेब्रा क्रासिंग और थ्रीडी मार्किंग स्पीड ब्रेकर आदि के निर्माण के लिए मौके पर ही 30 लाख रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है।

By Suman semwal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 16 Nov 2024 08:46 PM (IST)
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Dehradun Car Accident: जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी कंपनी से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब की है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: राजधानी में यातायात का दबाव बढ़ने के साथ सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ ऊपर चढ़ने पर जिलाधिकारी सविन बंसल ने कारणों को चिह्नित करने को कहा। उन्होंने ओएनजीसी चौक पर हुए इनोवा हादसे के दौरान बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों पर गंभीर रुख अपनाया।

जिलाधिकारी ने इस मामले में स्मार्ट सिटी कंपनी से सप्ताहभर में रिपोर्ट तलब की है। जागरण ने शनिवार के अंक में प्रकाशित खबर में इस तथ्य का प्रमुखता से उल्लेख किया था। जिसमें कैमरे बंद पड़ने के पीछे के तकनीकी और व्यवस्थागत पहलू भी उजागर किए गए थे।

एक-एक जीवन कीमती

शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि एक-एक जीवन कीमती है। लोगों की जान बचाने के लिए हर स्तर पर गंभीरता से प्रयास किए जाने आवश्यक हैं। जिलाधिकारी ने जिले में करीब 50 ब्लैक स्पाट का ब्योरा तलब करते हुए सुरक्षा के मद्देनजर जेब्रा क्रासिंग और थ्रीडी मार्किंग स्पीड ब्रेकर आदि के निर्माण के लिए मौके पर ही 30 लाख रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया।

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साथ ही जिलाधिकारी ने सुधारीकरण के अन्य कार्यों के लिए संबंधित विभागों से एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन सुनील शर्मा, संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन शैलेश तिवारी पुलिस अधीक्षक यातायात मुकेश कुमार, अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल आदि उपस्थित रहे।

10 दिन के भीतर ठीक करें स्मार्ट सिटी के कैमरे

जिलाधिकारी ने पाया कि शहरभर में लगाए गए स्मार्ट सिटी के 115 सर्विलांस कैमरे विभिन्न निर्माण कार्यों के चलते बंद पड़े हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कैमरों को 10 दिन के भीतर दुरुस्त किया जाए।

आशारोड़ी पर लगेगी हाई मास्ट लाइट

आशारोड़ी चेकपोस्ट के पास बुधवार देर रात कंटेनर की टक्कर से कई वाहनों के चपेट में आ गए थे। हादसे में एक व्यक्ति की मौत और सरकारी कर्मचारियों समेत तीन व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिलाधिकारी ने प्रकरण पर भी गंभीर रुख अपनाया। उन्होंने लोनिवि अधिकारियों को आशारोड़ी क्षेत्र में हाईमास्ट लाइट लगाने के निर्देश दिए, ताकि वन क्षेत्र में अंधेरे के कारण कोई हादसा न हो पाए।

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स्पीड मापने वाले कैमरे कंट्रोल सेंटर से जुड़ेंगे

ओएनजीसी चौक हादसे के मद्देनजर जिलाधिकारी ने पुलिस को निर्देश दिए कि स्पीड मानीटर कैमरों को स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाए। संबंधित विभाग इस काम में सहयोग करें, ताकि शहर में रफ्तार के सौदागरों को रियल टाइम पर पकड़ा जा सके।

पुलिस के खराब कैमरों पर मांगा प्रस्ताव

जिलाधिकारी ने शहर में पुलिस के खराब पड़े कैमरों को दुरुस्त करने के लिए तीन साल की एएमसी के लिए अनटाइड फंड से धनराशि स्वीकृत की। उन्होंने इसके लिए पुलिस अधीक्षक यातायात को प्रस्ताव देने को कहा।

जीरो इन्वेस्टमेंट माडल पर लगेंगी 14 ट्रैफिक लाइट

जिलाधिकारी ने पुलिस की 14 नई ट्रैफिक लाइटों को जीरो इन्वेस्टमेंट (शून्य निवेश) माडल पर लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है और टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है।

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