Dehradun Disaster: देहरादून आपदा में अब भी 13 लोग लापता, 27 लोगों के शव बरामद
देहरादून में अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में 13 लोग अभी भी लापता हैं जिनकी खोज जारी है। अब तक 27 शव बरामद हुए हैं। सहस्रधारा और कार्लीगाड में बादल फटने से 11 लोग और प्रेमनगर में टोंस नदी में बहने से दो लोग लापता हैं। 168 आपदा प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सोमवार रात आई आपदा के कारण कई संपर्क मार्ग टूटे हुए हैं।

जासं, देहरादून। देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि की चपेट में आए 13 लोग अब भी लापता हैं। उनकी तलाश जारी है। अब तक 27 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं।
सहस्रधारा और इससे सटे कार्लीगाड में बादल फटने की घटना के बाद से 11 लोग लापता हैं, जबकि प्रेमनगर में टोंस नदी में बहे दो लोग लापता है। कार्लीगाड, सहस्रधारा समेत विभिन्न क्षेत्रों से 168 आपदा प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
तीन शव बरामद, दो ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे से संबंधित
देहरादून: नयागांव स्थित परवल में ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ बहे दो अन्य के शव बरामद कर लिए गए हैं। खुशहालपुर से एसडीआरएफ की टीम ने सर्चिंग के दौरान महिला का शव बरामद किया। परवल क्षेत्र में एक ट्रेक्टर ट्रॉली पर सवार लोगों के बहने की घटना में लापता व्यक्तियों की सर्चिंग की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार को एक महिला का शव बरामद किया।
वहीं इसी घटना में बहे एक अन्य व्यक्ति होराम उम्र 28 वर्ष पुत्र हरचरण सिंह ग्राम मुड़िया जैन, थाना सोनकपुर ,मुरादाबाद की भी पहचान कर ली गई है। यह शव बुधवार को बरामद हुआ, लेकिन पहचान नहीं हो पाई थी। मृतक के भाई कृष्ण कुमार निवासी मुड़िया जैन , मुरादाबाद ने शव की शिनाख्त की है। शव परवल में हुई घटना से संबंधित है।
दूसरी ओर रायपुर क्षेत्रंतर्गत सौडा सरोली में सोंग नदी से आज पुन: एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है जो नदी में बहकर आया है । मृतक की उम्र करीब 35-40 है। शव आपदा से संबंधित लापता व्यक्तियों में से होने की पूर्ण संभावना है। मृतक के शव को कोरोनेशन अस्पताल मोर्चरी में रखवाया जा रहा है।
दून में बुधवार देर रात हुई बारिश से फिर सहमे लोग
देहरादून: सोमवार देर रात आई आपदा में शहर के एक दर्जन से अधिक इलाके ऐसे हैं, जहां अभी भी संपर्क मार्ग टूटे हुए हैं। जिला मुख्यालय से लोगों का संपर्क अभी भी खत्म है। ऐसे में इनके भवन क्षतिग्रस्त हो गये हैं या घरों मलबा घुसा है।
सहस्रधारा, कार्लीगार्ड, गजियावाला, गुच्चुपानी, मालदेवता, नंदा की चौकी आदि क्षेत्रों में प्रभावित ने खौफ के साए में रात गुजारी।
बिजली-पानी की लाइनें ध्वस्त
दूसरी ओर अतिवृष्टि और भूस्खलन के कारण दून व आसपास क्षेत्र में 33 संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गए हैं। इससे फुलेत, सरखेत, छमरौली, सिल्ला, क्यारा समेत 20 गांवों का संपर्क राजधानी से पूरी तरह कट गया है। इन क्षेत्रों में लोग कैद होकर रह गए हैं। शहर से लेकर गांव तक बिजली-पानी की आपूर्ति भी चरमरा गई है।
पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होने से 2.5 लाख परिवार प्रभावित हैं तो विद्युत पोल और लाइनें टूटने से करीब 1,200 परिवार बिजली से वंचित हैं। हालांकि, बुधवार को मौसम अनुकूल रहने से प्रभावित क्षेत्रों में जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए।
इस कड़ी में देर शाम मसूरी को देहरादून से जोड़ने के लिए कुठाल गेट स्थित शिव मंदिर के पास बेली ब्रिज बनाकर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी गई थी, जबकि प्रेमनगर के पास विकासनगर को जोड़ने वाले पांवटा साहिब राजमार्ग पर पुल टूटने के बाद यातायात सुचारु करने के लिए अस्थायी पुल बनाने को ह्यूम पाइप डालने की तैयारी चल रही है।
कार्लीगाड, सहस्रधारा समेत विभिन्न क्षेत्रों से 168 आपदा प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन ने आसपास के स्कूल, सामुदायिक भवनों में राहत शिवर बनाए हैं, साथ ही कुछ होटलों को भी अधिग्रहीत किया गया है। सड़क से कट चुके आधा दर्जन से अधिक क्षेत्रों में हेलीकाप्टर से 700 किलो राशन भिजवाया गया है। इन क्षेत्रों में संपर्क मार्गों की बहाली के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। देहरादून में सोमवार रात से लेकर मंगलवार सुबह तक चौतरफा कुदरत का कहर बरपा।
इस दरमियान बादल फटने व अतिवृष्टि से नदियां उफान पर आ गईं और मसूरी, विकासनगर, सहस्रधारा, मालदेवता, डोईवाला समेत कुछ अन्य क्षेत्रों में भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ। कई लोग भी नदियों के उफान और भूस्खलन के मलबे की चपेट में आ गए थे। इनमें से दो व्यक्तियों के शव बुधवार को राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे पुलिस बल ने सौढ़ा सरोली और गूलर घाटी में सौंग नदी से बरामद किए। वहीं, एक बच्चे का छत विक्षत शव नया गांव क्षेत्र में आसन नदी से मिला। इसके अलावा प्रेमनगर क्षेत्र में टोंस नदी में ट्रैक्टर ट्राली के साथ बहे एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया।
प्रेमनगर में टोंस नदी में बही एक युवती और मसंदावाला में बहे मुरादाबाद के एक युवक का शव सहारनपुर के बेहट क्षेत्र में बरामद हुआ है। अभी 11 लोग कार्लीगाड/सहस्रधारा, बिलासपुर कंडाली/मसंदावाला और छमरौली क्षेत्र में लापता हैं। दो अन्य टोंस नदी में ट्रैक्टर ट्राली के साथ बह गए थे, उनकी भी तलाश की जा रही है।
जिले में आपदा से 85 करोड़ का नुकसान
मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई अतिवृष्टि से जिले में सड़कों, पुलों के साथ ही पेयजल लाइनों और ऊर्जा निगम की लाइनों को भारी क्षति पहुंची है। इस नुकसान का प्रारंभिक आकलन करीब 85 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग, राजमार्ग व अन्य एजेंसियों की सड़कों को ही 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचा है। जल संस्थान की 70 योजनाओं को 15 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति पहुंची है। इसी तरह बिजली की लाइनों को 10 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। अधिकतर जगह बिजली आपूर्ति सुचारु कर दी गई है।
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