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Dehradun News : 9 हजार का लोन, गंवा दिए पौने छह लाख रुपये- ऑनलाइन लोन से रहिए सावधान

Online Loan पीड़ित ने बताया कि नौ मई 2024 को बिना उनकी जानकारी के 3500 रुपये का लोन दे दिया। जिसमें से केवल 2008 रुपये उनके खाते में आए। एप ग्राहक सेवा से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो पाई। इसके बाद आरोपित ब्लैकमेल करते हुए इस राशि को चुकाने के लिए लगातार धनराशि जमा करवाते रहे।

By Soban singh Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 28 Jul 2024 10:07 PM (IST)
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आनलाइन लोन लेने की सोच रहे हैं तो रहें सावधान, ठग आपको भी बना सके हैं शिकार
जागरण संवाददाता, देहरादून। आप भी अगर आनलाइन लोन एप से लोन लेने की सोच रहे हैं तो पहले यह खबर जरूर पढ़ लें। दून के एक व्यक्ति ने आनलाइन एप से नौ हजार रुपये का लोन लेकर समय पर चुकता भी कर दिया।

इसके बावजूद साइबरों ठगों ने उन्हें ब्लैकमेल करते हुए उनसे पौने छह लाख रुपये ठग लिए। साथ ही उनकी फोटो को अश्लील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। अब पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की। क्लेमेनटाउन थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ऑनलाइन लोन लेने पर फंंसे

पुलिस को दी शिकायत में क्लेमेनटाउन निवासी स्पर्श ने बताया कि उन्होंने आनलाइन लोन एप से तीन हजार रुपये का लोन लिया। इसमें से उनके खाते में 1,920 रुपये आए। इसके बाद उन्होंने तीन हजार रुपये का एक और लोन लिया और दोनों ऋण समय पर चुका दिए।

फिर जरूरत पढ़ने के कारण तीन हजार रुपये का एक और ऋण लिया, जिसे एक सप्ताह के अंदर चुकाना था, लेकिन पांचवें दिन से ही एप के अधिकारियों ने धमकाना शुरू कर दिया और उनकी अश्लील तस्वीरें विभिन्न इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। अश्लील तस्वीरें उनके परिचितों को भेज दीं।

जब वह लोन जमा करते तो आरोपित भुगतान प्राप्त न होने का दावा करते। अब तक आरोपित उनसे पौने छह लाख रुपये जमा करवा चुके हैं। क्लेमेनटाउन थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

आनलाइन लोन ले रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान

- रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने ऋण को लेकर कुछ नियम तय किए हैं। किसी भी एप से लोन लेने से पहले आपको इसकी वेबसाइट पर जांच लेना चाहिए कि क्या वह आरबीआइ के नियमों पर खरी उतरती है, या नहीं।

- जो एप सही होंगे, वे बिना केवाइसी के लोन नहीं दे सकते। वे यूजर को वेरिफाई करने के लिए सबसे पहले केवाइसी प्रोसेस को फालो करेंगे। केवाइसी प्रोसेस काफी लंबा होता है. ऐसे में आपको इत्मिनान से इसे पूरा करना चाहिए। ठगी करने वाले एप पर यह प्रोसेस नहीं मिलेगा। वे बिना किसी जांच के आपको लोन देने के दावे कर रहे होंगे।

- लोन देने वाला एक वैध एप हमेशा आपको एक लोन एग्रीमेंट देता है। इस एग्रीमेंट में आपके ऋण के विवरण, जैसे प्रोसेसिंग शुल्क, ब्याज दर और चुकाने का शेड्यूल लिखा होता है। लोन एग्रीमेंट न करने वाले एप से सतर्क रहना चाहिए।

- ठगी करने वाले एप अक्सर उधार लेने वाले से ऋण मंजूरी के लिए पहले ही शुल्क या अग्रिम भुगतान करने को कहते हैं, हालांकि ऐसा करना नियमों के विरुद्ध है। क्योंकि यहां उनकी मंशा आपके रुपये हड़पने की है।

- प्ले स्टोर, गूगल और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म पर यूजर्स की ओर से किए गए रिव्यू जरूर देख लें। यूजर्स के अनुभवों के बारे में जानकारी पाने के लिए इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर जाकर देखें कि लोग उसके बारे में क्या बात कर रहे हैं।

आनलाइन एप के माध्यम से ठगी करने के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसके लिए आनलाइन ऋण लेने वालों को सतर्क होने की जरूरत है। आनलाइन लोन लेने से पहले एप के बारे में अच्छी तरह से जानकारी जुटा लें। यदि कोई इस तरह से ठगी का शिकार हो रहा है तो रुपये देने के बजाय वह तत्काल पुलिस को सूचित करे।

- आयुष अग्रवाल, एसएसपी, एसटीएफ

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