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Dehradun News: बारिश में पानी-पानी हुआ देहरादून, सर्विस लेन पानी में डूबी; नाले हुए ओवरफ्लो

Dehradun News बुधवार को दिनभर आइएसबीटी फ्लाईओवर की दायीं तरफ की सर्विस लेन चार फीट तक पानी में डूबी रही और वाहन चालकों समेत राहगीरों को यहां से गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। आइएसबीटी के प्रवेश मार्ग से लेकर पार्किंग वाले भाग में भी बड़ी मात्रा में पानी भर गया। लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Thu, 13 Jul 2023 09:38 AM (IST)
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बारिश में पानी-पानी हुआ देहरादून, सर्विस लेन पानी में डूबी; नाले हुए ओवरफ्लो
देहरादून, जागरण संवाददाता। मानसून सीजन में वर्षा का दौर छठे दिन जारी रहा और जलभराव की जो स्थिति पहले थी, उसमें जरा भी कमी नहीं आई। जिसका मतलब यह हुआ कि जलभराव की स्थिति पर काबू पाने में हमारी मशीनरी असमर्थ है और किसी तरह बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। शहर में तमाम जगह मुख्य सड़कें पानी में डूबी रहीं तो आइएसबीटी और इसी दिशा वाले शिमला बाईपास रोड क्षेत्र में जलभराव की स्थिति काबू से बाहर दिखी।

आइएसबीटी क्षेत्र में जलभराव की स्थिति गहराने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को इस क्षेत्र का निरीक्षण किया था। हालांकि, यहां जलभराव का कारण अत्यधिक वर्षा के साथ अधिकारियों की अनदेखी भी है। लिहाजा, बुधवार की वर्षा में भी इस क्षेत्र में जरा भी राहत नहीं दिखी। क्योंकि, मुख्यमंत्री के दौरे के बाद सक्रिय हुई मशीनरी के लिए अल्प समय में नाले की स्थिति में सुधार कर पाना संभव ही नहीं है।

आइएसबीटी फ्लाईओवर की सर्विस लेन पानी में डूबी

बुधवार को दिनभर आइएसबीटी फ्लाईओवर की दायीं तरफ की सर्विस लेन चार फीट तक पानी में डूबी रही और वाहन चालकों समेत राहगीरों को यहां से गुजरने में भारी परेशानी उठानी पड़ी। आइएसबीटी के प्रवेश मार्ग से लेकर पार्किंग वाले भाग में भी बड़ी मात्रा में पानी भर गया। शिमला बाईपास के भूड़पुर क्षेत्र में नहर का पुश्ता टूट जाने के बाद पानी निरंतर आसपास के घरों में घुस रहा है। इसके चलते एसडीआरएफ तीन परिवारों को अन्यत्र भी शिफ्ट कर चुकी है।

बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार को आपदा नियंत्रण कक्ष में कुल चार शिकायतें आई हैं। जबकि नगर निगम आपदा नियंत्रण कक्ष में 25 शिकायतें आई हैं। आपदा नियंत्रण कक्ष की ओर से संबंधित विभागों को निस्तारण के लिए भेज दिया गया है।

निगम की ओर से कुल छह शिकायतों का निस्तारण किया गया है। सबसे अधिक समस्याएं घरों में पानी घुसने की हैं। बुधवार को आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में जिले में कुल 44 मार्ग बरसात के कारण बंद हैं। इसकी वजह से आमजन को वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है।

बारिश के चलते नाले ओवरफ्लो

दून में तीन स्थानों पर नाले ओवरफ्लो होने से नाले का पानी घरों में घुस गया। समस्या से निजात पाने के लिए स्थानीय लोगों ने आपदा नियंत्रण कक्ष में फोन किया। इसके बाद आपदा नियंत्रण कक्ष से समस्या का निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया गया।

नगर निगम में सर्वाधिक शिमला बाईपास, मोथरोवाला, राघव विहार, ऋषि विहार, दून विहार, चंद्रबनी में नाला ओवरफ्लो होने से पानी घरों में घुसने की शिकायतें आई हैं। इसके बाद निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान किया है। कुछ स्थानों पर अभी भी टीम कार्य कर रही है। चार राज्य मार्ग बंद हैं। मुख्य जिला मार्ग एक बंद हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में 39 मार्ग पूरी तरह से बंद हैं।

रामगढ़ में रपटे पर जानमाल का खतरा बरकरार

शिमला बाईपास रोड पर ही रामगढ़ स्थित जिस बरसाती रपटे में हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम की बस फंस गई थी, वहां भी स्थिति भी पहले की ही तरह है। वाहन चालक जान हथेली पर रखकर यहां से गुजरने को विवश हैं।हालांकि, पानी बढ़ने पर पुलिस मार्ग के दोनों तरफ वाहनों का संचालन रोकने का प्रयास कर रही है, लेकिन बड़े वाहन तब भी यहां से किसी तरह गुजर ही रहे हैं। इसी क्षेत्र के कारबारी ग्रांट में भी वर्षा का पानी सड़क पर भर आया। जिसके चलते स्कूली बच्चों को जलमग्न सड़कों से होकर ही स्कूल जाना पड़ा।

रपटे पर अब पुल बनाने की आई याद, बना रहे प्रस्ताव

शिमला बाईपास रोड पर रामगढ़ रपटा इन दिनों खतरनाक रूप में दिख रहा है। एक यात्री वाहन के इसमें फंसने से दर्जनों यात्री बाल-बाल बचे। यह मार्ग राज्य राजमार्ग है और इसके बाद भी यहां रपटों पर पुल निर्माण की सुध नहीं ली जा सकी।

लोनिव निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल के मुताबिक, शिमला बाईपास रोड पर वैसे तो सात रपटे हैं, लेकिन तीन पर पुल निर्माण की जरूरत है। रामगढ़ रपटे के साथ अन्य दो रपटों पर पुल निर्माण का प्रस्ताव मुख्यालाय को शीघ्र भेजा जाएगा। ताकि पुल निर्माण की संभावना के लिए फिजिबिलिटी स्टडी कराई जा सके।

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