Delhi-Dehradun Highway: 12 हजार पेड़ बचाने को पेड़ों से चिपके वन गुर्जर, तस्वीरों में देखें हरियाली बचाने को प्रदर्शन
Delhi-Dehradun Highway करीब 12 हजार पेड़ों का विनाश कर दिल्ली-देहरादून राजमार्ग चौड़ीकरण परियोजना का विकास किया जाना है। इतनी ज्यादा संख्या में पेड़ों के कटान को रोकने के लिए दून के 19 गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) लामबंद हो गए हैं।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 03 Oct 2021 09:35 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। Delhi-Dehradun Highway गणेशपुर से डाटकाली मंदिर के बीच करीब 12 हजार पेड़ों का विनाश कर दिल्ली-देहरादून राजमार्ग चौड़ीकरण परियोजना का विकास किया जाना है। इतनी ज्यादा संख्या में पेड़ों के कटान को रोकने के लिए दून के 19 गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) लामबंद हो गए हैं। एनजीओ कार्यकर्त्ता मोहंड बचाओ अभियान के तहत शनिवार को मोहंड पहुंचे और पेड़ों को कटने से बचाने के लिए प्रदर्शन किया।
इस परियोजना के तहत मोहंड क्षेत्र में बसे दर्जनों वन गुर्जरों के डेरों को भी शिफ्ट करने के आदेश हैं। लिहाजा, एनजीओ कार्यकर्त्ताओं ने अभियान में वन गुर्जरों को भी शामिल कर लिया है। मोहंड बचाओ अभियान से जुड़ते हुए वन गुर्जर चौड़ीकरण की जद में आने वाले पेड़ों से चिपक गए और ऐतिहासिक चिपको आंदोलन की तर्ज पर पेड़ों को कटने से बचाने की मांग की।
आंदोलन की संयोजक द अर्थ एंड क्लाइमेट इनिशिएटिव की प्रतिनिधि डा. आंचल शर्मा ने कहा कि समूची दूनघाटी पर्यावरण की नजर से संवेदनशील है। यहां पेड़ों के कटान को रोकने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि विभिन्न संगठनों ने हरियाली नहीं तो वोट नहीं मुहिम शुरू की है। जिस राजनीतिक दल के घोषणा पत्र में पर्यावरण संरक्षण की बात नहीं होगी, उसे वोट नहीं दिया जाएगा। एनजीओ कार्यकर्त्ता संदीप चौहान ने कहा कि जब तक पेड़ों के कटान का विकल्प नहीं तलाशा जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
एसजे एलुमिनाई एसोसिएशन ने किया रक्तदान महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर सेंट जोजप्स एलुमिनाई एसोसिएशन ने ईसी रोड पर एक डिस्पेंसरी 'धर्मार्थ चिकित्सालय' की स्थापना कर जन सेवा को समर्पित किया। इस दौरान डिस्पेंसरी में श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, ब्रदर जेरोम एल्लेंस एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल गोयल ने संयुक्त रूप से डिस्पेंसरी का उद्घाटन किया। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोनाकाल में सभी अस्पतालों में खून की कमी से मरीजों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन का यह कदम सराहनीय है।
यह भी पढ़ें- Save Tree Campaign: पुराने पेड़ को बचाने के लिए गले में रस्सी बांध धरने पर बैठे बुजुर्ग, जानें- कहां का है मामलाब्रदर जेरोम एल्लेंस ने कहा कि एसोसिएशन ने आम लोग की मदद के लिए बेहतर पहल की है, उम्मीद है हर जरूरतमंद को इसका लाभ मिलेगा। इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय गोयल ने बताया कि कोरोनाकाल में उनकी एसोसिएशन की ओर से किए गए कार्यों का लाभ आम लोग को मिला, जिससे प्रेरित होकर ही उन्होंने यह डिस्पेंसरी शुरू की है। कार्यक्रम में प्रवीण चंढोक, विजय वच्छानी, हर्षित गुप्ता, अंबुज ओबराय, तिरुपति जुनेजा, मनोज, आकाश, ध्रुव, पुलकित मौजूद रहे।
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