Move to Jagran APP

डेढ़ माह में गहरा हुआ डेंगू का डंक, 18 और लोगों में पुष्टि Dehradun News

उत्तराखंड में डेंगू का डंक गहराता जा रहा है। देहरादून में 18 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इस तरह जनपद में अब तक 862 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।

By Edited By: Updated: Fri, 13 Sep 2019 11:27 AM (IST)
Hero Image
डेढ़ माह में गहरा हुआ डेंगू का डंक, 18 और लोगों में पुष्टि Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में डेंगू का डंक गहराता जा रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं, जबकि डेंगू के नए मरीज सामने नहीं आ रहे हैं। यही नहीं, डेगू का मच्छर दिन-प्रतिदिन घातक होता जा रहा है। देहरादून में 18 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इस तरह जनपद में अब तक 862 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें 31 मरीज बाहर के भी हैं। वहीं, राज्य में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा चौदह सौ तक पहुंचने वाला है। 

देहरादून के अलावा नैनीताल, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, टिहरी, अल्मोड़ा व पौड़ी में भी डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर सक्रिय है। वर्तमान में पहाड़ व मैदान में मौसम का जो मिजाज है, उससे लगता नहीं कि डेंगू का मच्छर जल्द निष्क्रिय होगा। चिकित्सक भी मान रहे हैं कि मौसम का मौजूदा रुख मच्छर के लिए मुफीद बना हुआ है। 

तापमान का अधिकतम स्तर 25-26 डिग्री सेल्सियस से कम होने पर ही मच्छर की सक्रियता कम होगी। कुल मिलाकर डेंगू का डंक लगातार गहरा होता जा रहा है। पिछले डेढ़ माह में तो डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छर ने तमाम सीमाएं लांघ दी हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान पहाड़ व मैदान में एक हजार से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आए हैं। 

कई मरीजों का आंकड़ा महकमे के पास उपलब्ध ही नहीं है। क्योंकि निजी अस्पतालों में उपचार कराने वाले डेंगू के मरीजों का ब्यौरा जुटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कोई नीति निर्धारित नहीं की है। 

डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं और विभागीय अधिकारी दावे पर दावे कर रहे हैं। यही नहीं, खानापूर्ति के लिए आए दिन बैठकें की जा रही हैं। जिनका नतीजा सिफर ही रहा है। ऐसे में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में डेगू का मच्छर किस कदर कहर बरपा सकता है। 

61 घरों में मिला लार्वा 

स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम समेत अन्य विभागों की संयुक्त टीमों ने शहर में अलग-अलग स्थानों का दौरा कर 1202 घरों का निरीक्षण किया। इनमें से 61 घरों में लार्वा मिला है। जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया। इसके अलावा लोगों को बीमारी की रोकथाम व बचाव की जानकारी भी दी गई। वायरल व अन्य संक्रामक बीमारियों की चपेट में आए लोगों को भी दवा दी गई है। वहीं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों को डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए कहा गया है। 

स्वास्थ्य शिविर में पांच सौ लोगों की जांच 

स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से संजय कॉलोनी में जांच शिविर आयोजित किया गया। राजपुर रोड के पूर्व विधायक राजकुमार ने शिविर का उद्घाटन किया। शिविर में पांच सौ से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। वहीं, डेगू संदिग्ध मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए दून अस्पताल की लैब भेजा गया। वायरल के मरीजों को भी दवा वितरित की गई। 

डॉ. चारू गहलोत ने लोगों को बताया कि किस तरह सावधानी बरतकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। कहा कि बुखार ज्यादा होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने सीएमओ से मलिन बस्तियों में चिकित्सा शिविर लगाने का अनुरोध किया था। क्योंकि बस्तियों में भी डेंगू का मच्छर सक्रिय है और यहां रहने वाले लोग भी निरंतर इसकी चपेट में आ रहे हैं। 

कहा कि इस बीमारी से डरने की नहीं, बल्कि जागरूकता की जरूरत है। इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद निखिल कुमार, विजय प्रकाश, मुकेश भारती, जगदीश बहुगुणा, दीपा जोशी, रीना रमोला, सुनीता आदि भी उपस्थित रहे। 

यह भी पढ़ें: डेंगू के खिलाफ चिकित्सकों ने सोशल मीडिया पर खोला मोर्चा Dehradun News

डेंगू के कारण वेल्हम ब्वॉयज बंद 

डेंगू के कारण अब शिक्षण संस्थानों ने भी एहतियातन कई कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। निजी व सरकारी स्कूलों में बच्चे पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर जा रहे हैं। वहीं देश के प्रतिष्ठित बोर्डिग स्कूल वेल्हम ब्वॉयज में डेंगू के दो संदिग्ध मामले सामने आने के बाद छुंट्टी कर दी गई है। प्रधानाचार्य गुनमीत बिंद्रा ने बताया कि एहतियात के तौर पर स्कूल 21 सितम्बर तक बंद किया गया है। सभी छात्रों को घर भेज दिया गया है। पूरे परिसर को सैनिटाइज करने के बाद स्कूल फिर खोला जाएगा।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंग में डेंगू हुआ विकराल, युवक की मौत; मरीजों का आंकड़ा 13 सौ के पार

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।