उत्तराखंड: मौसम में ठंडक से भी कमजोर नहीं हुआ डेंगू मच्छर, लगातार बढ़ रहे मरीज
सुबह-शाम ठंडक बढ़ रही है फिर भी हर दिन डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं। ताजा मामले में प्रदेश में 165 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
By Edited By: Updated: Tue, 24 Sep 2019 08:29 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मौसम का मिजाज बदलने के बाद भी डेंगू का डंक कमजोर नहीं हो रहा है। सुबह-शाम ठंडक बढ़ रही है, फिर भी हर दिन इस बीमारी के नए मरीज सामने आ रहे हैं। ताजा मामले में प्रदेश में 165 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें सर्वाधिक 161 मरीज जनपद देहरादून के हैं। वहीं ऊधमसिंह नगर में चार मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है।
बता दें, जनवरी माह से अब तक प्रदेशभर में 4243 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जबकि आठ मरीजों की मौत हो चुकी है। डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण जिम्मेदार महकमों की नींद उड़ी हुई है। इस बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए सरकारी तंत्र द्वारा अब तक किए गए सभी इंतजाम धराशायी होते दिख रहे हैं। रोजाना कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। अस्पतालों में सुबह से ही मरीजों की भारी भीड़ लग जा रही हैं, वहीं तमाम वार्ड भी फुल हैं। पैथोलॉजी लैब के बाहर भी मरीजों की लंबी कतार देखी जा सकती है। बहरहाल, एक तरफ डेंगू का मच्छर तेजी से पैर पसार रहा है, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य महकमा दावा पर दावा कर रहा है।
विभागीय अधिकारी अब तक किए गए अधिकाश दावे फिसड्डी ही साबित हुए हैं। कहने के लिए अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मैदान में उतर चुके हैं, पर प्रदेश में डेंगू के मच्छर की सक्रियता कम नहीं हो रही है। स्वास्थ्य महकमे के साथ ही तमाम अन्य विभाग भी रोकथाम में जुटे हैं, पर मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक के आंकड़ों के अनुसार डेंगू के सर्वाधिक 2768 मामले जनपद देहरादून में सामने आए हैं। यहां छह लोगों की मौत भी डेंगू से हो चुकी है। इसके अलावा नैनीताल में 1189, हरिद्वार में 146, ऊधमसिंह नगर में 90, टिहरी गढ़वाल में 15, पौड़ी गढ़वाल में 12, अल्मोड़ा में 9, रुद्रप्रयाग में छह, बागेश्वर व चमोली में तीन-तीन और चंपावत में दो लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
जनपद नैनीताल में डेंगू से दो लोगों की मौत हुई है। प्रदेशभर में हुई मौत का आधिकारिक आंकड़ा आठ बताया जा रहा है, जबकि संख्या इससे कई ज्यादा है।वूमेंस कॉन्फ्रेंस ने डेंगू की रोकथाम को किया जागरूकऑल इंडिया वूमेंस कॉन्फ्रेंस की ओर से नत्थनपुर स्थित अकेशिया पब्लिक स्कूल में डेंगू की रोकथाम को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों को डेंगू के लक्षण और बचाव की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में संस्था की अध्यक्ष अरुणा चावला ने कहा इस वर्ष डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा चार हजार पार कर गया है। सभी नागरिकों व सामाजिक संस्थाओं को अपने स्तर पर इससे बचाव और लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।वहीं, आइआइपी की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ललिता बकाया ने कहा कि बताया कि तेज बुखार, सिर व आंखों में दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, छाती और बाहों पर छोटे-छोटे दाने होना डेंगू के लक्षण हैं। जिससे घबराने के बजाय सहीं समय पर डॉक्टर से परामर्श लें।
यह भी पढ़ें: बेकाबू होती जा रही है डेंगू की बीमारी, मरीजों का आंकड़ा हुआ चार हजार पारइसके अलावा रेडक्रॉस सोसायटी की उपाध्यक्ष पुष्पा भल्ला ने कहा कि घर के आसपास गंदगी और पानी एकत्र न होने दें। पानी की टंकियों में एक चम्मच तेल डालें और मच्छर पनपने के स्त्रोतों को नष्ट करें। इस अवसर पर सुमन बंदूनी, रेनू भटनागर, पूनम वर्मा, योगमाया नैन्सी, शालू जैन, सिमरन और संस्था के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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