अचूक सुरक्षा के बावजूद Composite Cylinder से ग्राहकों का परहेज, एलपीजी के मुकाबले कई मायनों में है बेहतर
Composite Cylinder कंपोजिट सिलेंडर सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर हैं। जबकि एलपीजी सिलेंडर के दुर्घटना होने पर जानमाल का खतरा बना रहता है। कंपोजिट सिलेंडर के ब्लास्ट होने पर किसी तरह का खतरा नहीं रहता है। लेकिन आयल कंपनियों ने सिलेंडर को बाजार में उतारने से पहले ग्राहकों को जागरुक नहीं किया। जिसकी वजह से कंपोजिट सिलेंडर खरीदने में ग्राहक रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Composite Cylinder: सुरक्षा में अचूक होने के बाद भी ग्राहक कंपोजिट सिलेंडर लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। भारी एलपीजी सिलेंडर के मुकाबले कंपोजिट सिलेंडर सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर हैं। जबकि एलपीजी सिलेंडर के दुर्घटना होने पर जानमाल का खतरा बना रहता है।
कंपोजिट सिलेंडर के ब्लास्ट होने पर किसी तरह का खतरा नहीं रहता है। लेकिन आयल कंपनियों ने सिलेंडर को बाजार में उतारने से पहले ग्राहकों को जागरुक नहीं किया। जिसकी वजह से कंपोजिट सिलेंडर खरीदने में ग्राहक रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
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गैस एजेंसियों में बिक्री के लिए रखे
दरअसल, आयल कंपनी की ओर से 10 किलो का कंपोजिट सिलेंडर ग्राहकों की सुविधा के लिए गैस एजेंसियों में बिक्री के लिए रख दिए हैं। लेकिन योजना लांच करते समय व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। हालांकि, कंपनी एलपीजी के भारी कनेक्शन के मुकाबले कंपोजिट सिलेंडर की सिक्योरिटी अधिक है। लेकिन सुरक्षा की बात की जाए तो कंपोजिट सिलेंडर भारी सिलेंडर के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है।
गैस चूल्हे से सिलेंडर तक फायर उपकरण की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। जबकि यह सुविधा भारी एलपीजी सिलेंडर में नहीं है। हालांकि, सिलेंडर न बिकने के पीछे आयल कंपनियां सिक्योरिटी अधिक होने का हवाला दे रही हैं। उत्तराखंड एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमन लाल ने बताया कि सुरक्षा से लैस कंपोजिट सिलेंडर खरीदने में ग्राहक रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
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कंपनी की ओर से गैस एजेंसियों को कंपोजिट सिलेंडर बेचने का टारगेट दिया जा रहा है। लेकिन ग्राहक सिलेंडर खरीदने से हाथ पीछे खींच रहे हैं। उन्होंने बताया कि व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है।इसके पीछे खास वजह यह भी है कि एलपीजी सिलेंडर सामान्य परिवार में डेढ़ माह तक चल जाता है। जबकि कंपोजिट सिलेंडर में 10 किलो गैस है, जो कि एक माह से कम चलता है। कंपनी को भारी एलपीजी के समक्ष 14 किलो गैस उपलब्ध करानी चाहिए। जिससे आसानी से सिलेंडर बिक सकेंगे।
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- कंपोजिट सिलेंडर में 10 किलो गैस की सुविधा उपलब्ध
- सिलेंडर के ब्लास्ट होने पर फायर बाल रोकेगा खतरा
- कंपोजिट सिलेंडर की सिक्योरिटी तीन हजार रुपये निर्धारित
- भारी एलपीजी सिलेंडर को कंपोजिट में ट्रांसफर कराने की सुविधा उपलब्ध
- भारी एलपीजी सिलेंडर को कंपोजिट में ट्रांसफर कराने में देनी होगी अतिरिक्त सिक्योरिटी
- कंपोजिट की डीबीसी लेने पर 6000 रुपये की देनी होगी सिक्योरिटी
- भारी एलपीजी सिलेंडर की डीबीसी की कीमत 4800 रुपये है