डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के अधिवेशन में 11 सूत्रीय मांगों पर चर्चा Dehradun News
डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन जनपद देहरादून के द्विवार्षिक अधिवेशन में शाखा के सदस्यों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को मुख्य अतिथि विधायक उमेश शर्मा काऊ के समक्ष रखा।
By BhanuEdited By: Updated: Mon, 03 Feb 2020 12:39 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन जनपद देहरादून के द्विवार्षिक अधिवेशन में शाखा के सदस्यों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को मुख्य अतिथि विधायक उमेश शर्मा काऊ के समक्ष रखा। जिस पर मुख्य अतिथि ने उनकी मांगों को शासन में रखने की बात कही। इसके बाद एसोसिएशन कार्यकारिणी का गठन किया गया।
कचहरी स्थित संघ भवन में डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन जनपद देहरादून का द्विवार्षिक अधिवेशन संपन्न हुआ। जिसमें शाखा अध्यक्ष सुधा कुकरेती ने अपना मांग पत्र मुख्य अतिथि को सौंपा। जिसमें मुख्य रूप से राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रख आइपीएचएस मानकों में संशोधन, पदोन्नति के पदों में वृद्धि, फार्मेसिस्ट संवर्ग को पोस्टमार्टम भत्ता, संवर्ग के पदों का आकलन कर ढांचे का पुनर्गठन समेत 11 सूत्रीय मांगें शामिल रहीं। इस पर मुख्य अतिथि विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि फार्मेसिस्ट की मांगों को शासन स्तर पर उठाया जाएगा। इस दौरान विशिष्ट अतिथि महानिदेशक चि. परिकल्याण उत्तराखंड डॉ. सीएमओ देहरादून डॉ. मीनाक्षी जोशी समेत अन्य मौजूद रहे।
सुधा अध्यक्ष व चंद्रमोहन बने सचिवडिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन जनपद देहरादून की वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल पूरा होने पर अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का गठन करने के लिए चुनाव संपन्न कराए गए। जिसमें सुधा कुकरेती को अध्यक्ष, अनिल बिष्ट को उपाध्यक्ष, चंद्रमोहन सिंह राणा को सचिव, एसडी अमोली को संगठन मंत्री बनाया गया।
इसके अलावा उर्मिला द्विवेदी को संयुक्त मंत्री, केएनएस नेगी को संप्रेक्षक व मुकेश नौटियाल को कोषाध्यक्ष चुना गया। निर्वाचन प्रक्रिया चुनाव अधिकारी मंडलीय सचिव राकेश रावत, मंडलीय अध्यक्ष वीपीएस रावत व महामंत्री उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन पंचम बिष्ट की देखरेख में संपन्न हुए।
मनमानी का लगाया आरोपडिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के दूसरे गुट ने अधिवेशन व चुनाव कराने वाले गुट पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री पवन पांडे ने कहा कि पंवार गुट ने डीजी के 17 जनवरी के आदेश को ताक पर रख अधिवेशन व चुनाव कराया है। दोनों कार्यकारिणियों के कार्य की जांच चल रही है। शासन से अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है।चार फरवरी तक सकारात्मक फैसले का इंतजार
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभी आस लगाए हैं कि सरकार उनकी मांगों को स्वीकार करेगी और वह वापस काम पर लौटेंगी। यहीं कारण है कि 275 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बर्खास्तगी के बाद भी परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसे स्वीकारने से इन्कार कर रही हैं।यह भी पढ़ें: समस्याओं को लेकर राजा गार्डन के लोगों ने लगाया जाम, विधायक को घेरा Hraidwar News
संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी के अनुसार कैंट विधायक ने उन्हें चार फरवरी तक मुख्यमंत्री से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया है। तब तक वह शांतिपूर्वक बेमियादी अनशन कायम रखेंगी। अगर फिर भी उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगी। बता दें बेमियादी अनशन के 24वें दिन कालसी से उर्मिला तोमर और सकीरन खातून अनशन पर रहीं।यह भी पढ़ें: देहरादून और पौड़ी में 275 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त
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