महासंघ बनने से पहले फूट, विक्रम यूनियन हुई अलग; पढ़िए पूरी खबर
शहर में स्मार्ट सिटी इलेक्टिक बस और ई-रिक्शा के संचालन के विरोध में बुलाई ट्रांसपोर्टरों की बैठक सिटी बस महासंघ और विक्रम जनकल्याण समिति की कलह की भेंट चढ़ गई। दरअसल सभी यूनियन को मिलाकर महासंघ बनाकर विरोध की तैयारी की जा रही थी लेकिन मामला दूसरी तरफ चला गया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 16 Jun 2021 05:46 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। शहर में स्मार्ट सिटी इलेक्टिक बस और ई-रिक्शा के संचालन के विरोध में बुलाई ट्रांसपोर्टरों की बैठक सिटी बस महासंघ और विक्रम जनकल्याण समिति की आपसी कलह की भेंट चढ़ गई। दरअसल, सिटी बस, आटो, विक्रम, टाटा मैजिक एवं टैक्सी यूनियन को मिलाकर महासंघ बनाकर विरोध की तैयारी की जा रही थी, लेकिन मामला दूसरी तरफ चला गया। विक्रम यूनियन ने कहा कि जब वह स्टेज कैरिज परमिट की मांग करेंगे, तब सिटी बस महासंघ विरोध नहीं करेगा। जिस पर सिटी बस महासंघ ने कहा कि इस मांग का वह हमेशा विरोध करते आए हैं व आगे भी करेंगे। जिस पर महासंघ बनने से पहले ही उसमें फूट पड़ गई व विक्रम यूनियन ने बैठक बीच में ही छोड़ दी।
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत लो-फ्लोर इलेक्टिक बसों का संचालन शुरू हो चुका है। अभी यह दो मार्गों पर चल रहीं, लेकिन धीरे-धीरे इनके मार्ग बढ़ाए जा रहे हैं। वहीं ई-रिक्शा की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही। सिटी बस महासंघ, विक्रम और आटो यूनियन समेत टाटा मैजिक यूनियन शुरू से इलेक्टिक बस व ई-रिक्शा का विरोध करते आ रहे हैं। मांग है कि इलेक्टिक बस शहर के बाहरी मार्गों पर चलाई जाएं व ई-रिक्शा मुख्य मार्गों के बजाए अंदरूनी गलियों तक सीमित रहें। मांग पूरी न होने पर सिटी बस महासंघ की ओर से मंगलवार को तहसील चौक स्थित दीन दयाल पार्क में एक बैठक बुलाई गई। जिसमें विक्रम, आटो, मैजिक व टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक में सभी यूनियनों का एक महासंघ बनाकर विरोध की रणनीति बनी। इसी बीच स्टेज कैरिज परमिट के मद्दे पर सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल और विक्रम जनकल्याण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार आपस में उलझ गए। उलझन बढ़ती देख विक्रम जनकल्याण समिति इस बैठक से अलग हो गई। हालांकि, बैठक में सिटी बस, आटो व मैजिक यूनियन ने उक्त मुद्दे पर संयुक्त रूप से आंदोलन करने की बात कही। तय हुआ कि कोविड कर्फ्यू की समाप्ति के बाद शासन को अपनी मांगों से अवगत कराया जाएगा। चेतावनी भी दी गई कि यदि शासन ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो समस्त यूनियन हड़ताल पर चली जाएंगी। हड़ताल में परिवार के बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा।
बैठक में टाटा मैजिक यूनियन के अध्यक्ष गिरीश मनोड़ीख, बिष्ट गांव टाटा मैजिक यूनियन अध्यक्ष गणोश बाबू एवं महामंत्री मनीष क्षेत्री, दून आटो रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा एवं महामंत्री शेखर कपिल समेत सिटी बस यूनियन के अन्य प्रतिनिधियों में अनुज चंदेल, रघुवीर सिंह नेगी, जितेंद्र सोलंकी, उपेंद्र रावत, अनुज गोयल, मनमोहन बिष्ट, अनुराग गोयल व अमृत सिंह आदि मौजूद रहे।यह भी पढ़ें-मांगों पर कार्रवाई न होने से राज्य आंदोलनकारी नाराज, कहा कि सरकार उनकी मांगों को कर रही अनदेखा
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