प्रदेशभर के डॉक्टर छह अप्रैल से काली पट्टी बांधकर करेंगे काम
प्रदेश भर के डॉक्टर छह अप्रैल से काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। जबकि, 13 अप्रैल से सभी प्रकार की सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा।
देहरादून, [जेएनएन]: प्रदेश भर के सरकारी डॉक्टर छह अप्रैल से काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इससे पहले चिकित्सक 10 अप्रैल से हड़ताल पर जाने का एलान कर चुके हैं। वह 10 से 12 अप्रैल तक आपातकालीन सेवाएं और पोस्टमार्टम ड्यूटी छोड़ सभी सेवाएं बंद रखेंगे। जबकि, 13 अप्रैल से सभी प्रकार की सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा। वहीं छह अप्रैल को कुमाऊं में बैठक आयोजित की जाएगी।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड कार्यकारिणी की रविवार को प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. डीपी जोशी की अध्यक्षता में आपात बैठक आयोजित की गई। जिसमें गढ़वाल मंडल के तमाम पदाधिकारी शामिल हुए। प्रांतीय महासचिव डॉ. दिनेश चौहान ने बताया कि चिकित्सकों की लंबित मांगों पर हाल ही में स्वास्थ्य सचिव नितेश झा से बात हुई है, जिन्होंने सभी मांगों पर अपनी सहमति दी है। बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि क्या सचिव के आश्वासन पर हड़ताल स्थगित की जाए, जिसे सभी ने एक स्वर में नकार दिया।
वक्ताओं ने कहा कि चिकित्सकों की मांगों पर निर्णय सरकार को लेना है। इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी आवश्यक है। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री के ही पास है, ऐसे में बिना उनसे वार्ता किए हड़ताल वापस नहीं ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एनपीए, एचआरए, हिल एलाउंस, डीएसीपी की शर्त एवं ट्रांसफर एक्ट पर सरकार जल्द निर्णय ले। इस दौरान छह अप्रैल से काली पट्टी बांध कार्य करने का भी प्रस्ताव आया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
बैठक में उपाध्यक्ष डॉ. आनंद शुक्ला, डॉ. मेघना असवाल, डॉ. प्रदीप राणा, डॉ. चारू बहुगुणा, अतिरिक्त महासचिव गढ़वाल डॉ. अजीत मोहन जौहरी, अतिरिक्त महासचिव कुमाऊं डॉ. मनोज कांडपाल, कोषाध्यक्ष डॉ. राम प्रकाश, संयुक्त सचिव डॉ. गरिमा पंत बिष्ट, डॉ. तुहीन कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: बेरोजगार संघ ने किया सचिवालय कूच, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
यह भी पढ़ें: हरिद्वार में शहरी विकास मंत्री के कार्यालय पर बेरोजगार संघ का प्रदर्शन
यह भी पढ़ें: लाठीचार्ज के विरोध में महिला मंच ने लगाया जाम, मुकदमा