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दहेज के लिए पति-सास-ननद बने हैवान, पहले गर्भपात कराना चाहा; फि‍र बच्‍चे सहित घर से निकाला

Dowry Case उत्तराखंड के विकासनगर में एक विवाहिता को दहेज के लिए प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया गया। उसका विवाह 13 दिसंबर 18 में शैलेश घिल्डियाल निवासी पटेल रोड देहरादून के साथ हुआ था। पति ओएनजीसी में संविदा पर कार्यरत है। पीड़िता ने थाना सहसपुर में पति सास और ननद के खिलाफ दहेज अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By rajesh panwar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 07 Sep 2024 05:00 PM (IST)
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Dowry Case: दहेज के लिए विवाहिता को घर से निकाला, पति समेत तीन पर मुकदमा

जागरण संवाददाता, विकासनगर। Dowry Case: दहेज न मिलने पर विवाहिता को मारपीट कर घर से निकालने पर पति समेत तीन के खिलाफ थाना सहसपुर में दहेज अधिनियम आदि में मुकदमा दर्ज किया गया है। पति ओएनजीसी में संविदा पर कार्यरत है।

थाना सहसपुर में विवाहिता निधि ने दी तहरीर में कहा कि उसका विवाह 13 दिसंबर 2018 में शैलेश घिल्डियाल निवासी पटेल रोड देहरादून के साथ हुआ था। उसके माता पिता ने अपनी हैसियत से बढ़-चढ़कर दान दहेज व सोना चांदी के आभूषण व एक लाख रूपये नगद ससुरालियों को दिए थे।

विवाह के कुछ दिन बाद उसकी सास हेमलता व ननद निमिषा उर्फ नीलू दुर्व्यवहार करने लगे। कम दहेज लाने के ताने देना शुरू कर दिया। वह दुर्व्यवहार को यह सोच कर सहती रही कि वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा, परन्तु ससुरालियों की लालसा दिन प्रतिदिन बढ़ती गयी, जिसके बाद वह मारपीट करने लगे।

विरोध करने पर पति शैलेश ने कहा कि वह ओएनजीसी में कार्यरत है, उसे दहेज में कार न दी गयी तो उसके तलाक देकर किसी अच्छे घराने में शादी कर लेगा। पति रोज रात को शराब के नशे में घर आता और गाली-गलौच कर मारता-पीटता था। उसकी ननद अपना ससुराल छोडकर अपने मायके में निवास कर रही है। उसे हमेशा हर छोटी बात कर प्रताडित किया जाता था। यह धमकी भी दी जाती थी कि यदि तेरे पिता द्वारा एक कार व 50 हजार रुपये नगद अदा नहीं किये गए तो इस घर से बाहर निकाल देंगे।

जब वह गर्भवती हुई तो सास ने गर्भपात कराने को कहा। जब उसने पूरा वाक्या अपने माता पिता को बताया तो पिता ने बीस हजार रुपये की रकम उसके ससुराल भेज दी और दामाद को जल्द ही तीस हजार रुपये और देने का आश्वासन दिया। 17 जून 2020 को जब उसने पुत्र को जन्म दिया तो लगा कि अब सब ठीक हो जाएगा। लेकिन पुत्र के जन्म के बाद भी ससुराली मारपीट करते रहे और एक मार्च 2023 को उसे ससुरालियों ने मारपीट कर घर से निकाल दिया।

साथ ही यह भी कहा कि जब तेरे परिवार की इतनी हैसियत नहीं थी कि हमें समय-समय पर उपहार व पैसे दे सकें तो उन्होंने उसकी शादी क्यों की थी। अब उसे व उसकी औलाद को नहीं पाल सकते। उसने 3 अक्टूबर 2023 को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्रभारी महिला हेल्पलाईन विकासनगर को प्रेषित किया। जिसमें उसकी व उसके पति की काउंसलिंग हुई।

उसका पति 25 अक्टूबर 2023 को समझौता कर उसे अपने साथ ले गया। कुछ समय तक तो ससुरालवालों का व्यवहार सही रहा, लेकिन कुछ समय बाद ससुराली कम दहेज लाने के ताने देकर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगे।

माह फरवरी में ससुरालवालों ने दहेज की मांग को लेकर गाली-गलौच व मारपीट की। उसने अपना उपचार दून हॉस्पिटल देहरादून में कराया। 30 अप्रैल 2024 को ससुरालवालों ने दहेज में एक लाख रुपये व कार न देने पर पहले मारपीट की, फिर बच्चे सहित घर से निकाल दिया कि अगर दोबारा इस घर में कदम रखा तो जान से मार देंगे।उसके मायके वालों ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन ससुराली नहीं माने।

एसएसआई शिशुपाल सिंह राणा के अनुसार विवाहिता का पति ओएनजीसी में संविदा पर कार्यरत है। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।