दुष्कर्म प्रकरण: बयान और घटनास्थल के मुआयने में मिला विरोधाभास Dehradun News
स्वामी चंद्रमोहन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली दोनों महिलाओं के पुलिस ने सोमवार को बयान दर्ज किए। बयान में कही गई बातों में और घटनास्थल के निरीक्षण के बाद अंतर पाया गया।
By Edited By: Updated: Tue, 27 Aug 2019 03:09 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। स्वामी चंद्रमोहन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली दोनों महिलाओं के पुलिस ने सोमवार को बयान दर्ज किए। बयान में कही बातों को क्रॉस चेक करने के लिए पुलिस दोनों को लेकर सेरा गांव स्थित परमधाम न्यास के आश्रम में पहुंची। सूत्रों की मानें तो यहां बयान में कही गई बातों में और घटनास्थल के निरीक्षण के बाद अंतर पाया गया। ऐसे में अब पुलिस घटना को लेकर तकनीकी साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही है।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि ठोस सबूत मिलने के बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्वामी चंद्रमोहन पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली दोनों महिलाओं ने सोमवार को थाने बुलाया था। दोनों महिलाओं के थाने पहुंचने के बाद तीन माह पहले जिस महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, उसका मेडिकल कराया गया। जबकि शनिवार को एक साल पहले दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला का ही मेडिकल हो पाया था। दोनों के पहुंचने के बाद राजपुर पुलिस ने पहले दोनों के अलग-अलग बयान दर्ज किए। बयान पूर्ण होने के बाद पुलिस दोनों को लेकर आश्रम पहुंची। बयानों की तस्दीक करने के लिए पुलिस ने दोनों के साथ अलग-अलग घटनास्थल का मुआयना किया।
सूत्रों की मानें तो इस दौरान दोनों के बयान और घटनास्थल पर सामने आए कई तथ्यों में अंतर पाया गया। फिलहाल अब पुलिस स्वामी चंद्रमोहन की कॉल डिटेल से यह पता करने की कोशिश कर रही है, जिस दिन की घटना बताई जा रही है, क्या स्वामी उस दिन आश्रम में मौजूद थे। यदि ऐसा होता है तो फिर दोनों पीड़िताओं के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए जाएंगे। कई और अनुयायियों के दर्ज हुए बयान पुलिस ने सोमवार को आश्रम में मिले कई और अनुयायियों के बयान कलमबंद किए। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिलाओं के साथ हुई घटना की जानकारी उस समय किसी को दी गई थी या नहीं। इसके साथ ही आश्रम में स्वामी की उपस्थिति को लेकर भी उनसे बात की गई।
यह है पूरा प्रकरण
जनेऊ क्रांति अभियान के प्रणेता, परमधाम न्यास दौराला मेरठ के अधिष्ठाता पूर्णगुरु स्वामी चंद्रमोहन पर शुक्रवार को दो महिलाओं ने दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए राजपुर थाने में मुकदमा कराया था। यह दोनों उनकी शिष्याएं थीं और सेरा गांव स्थित आश्रम में अक्सर आती-जाती थीं। एक शिष्या का आरोप है कि उसके साथ 22 अगस्त 2018 की रात स्वामी चंद्रमोहन और जनेऊ क्रांति अभियान के जिलाध्यक्ष कुलदीप ने कमरे में बंद कर दुष्कर्म किया था। कुलदीप की पत्नी सरिता और अलका पत्नी नीरज पर आरोप है कि उन्हीं दोनों ने उसे घटना के दिन रात के बारह बजे नींद से जगा कर स्वामी के कमरे में भेजा था। वहीं, दूसरी शिष्या का आरोप है कि उसके साथ आश्रम में बीते 17 जून 2019 को दुष्कर्म किया गया। दोनों ने पुलिस अफसरों को बताया था वह स्वामी के रसूख से डरकर अब तक चुप थीं।
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