क्लैट में इस बार भी कायम रहा दिखा दून के होनहारों का दबदबा
कॉमन लॉ ऐडमीशन टेस्ट (क्लैट) में इस बार भी दून के होनहारों का जलवा बरकरार रहा। दून स्कूल के विराज गौड़ ने परीक्षा में 75वीं और इसी स्कूल के जेहान जवेरी ने 207वीं रैंक हासिल की है।
By Edited By: Updated: Fri, 01 Jun 2018 10:44 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: कॉमन लॉ ऐडमीशन टेस्ट (क्लैट) का परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया गया है। जिसमें दून के छात्रों ने अपना दबदबा कायम रखा है। दून स्कूल के विराज गौड़ ने परीक्षा में 75वीं और इसी स्कूल के जेहान जवेरी ने 207वीं रैंक हासिल की है। ब्राइटलैंड्स के प्रद्युमन बिष्ट ने 281वीं रैंक, दून इंटरनेशनल के कार्तिकेय चमोला ने 393वीं रैंक, समरवैली के सागर अरोड़ा ने 484वीं रैंक, दून ब्लॉसम के प्रियाश सिंह राजपूत ने 692वीं रैंक और सेंट जोजफ्स की वंशिका गहलोत ने 781 रैंक हासिल की है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने क्लैट के नतीजे घोषित करने के लिए बुधवार को ही रास्ता साफ कर दिया था। 13 मई को हुई परीक्षा के आवेदकों ने तकनीकी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट से शिकायत की थी। जिस पर 25 मई को कोर्ट ने दो सदस्यीय कमेटी बनाई थी। कोर्ट ने छात्रों से कहा था कि वह 27 मई तक शिकायत दर्ज कराएं। कमेटी को रिपोर्ट देने के लिए 30 मई तक का समय दिया गया था।सुप्रीम कोर्ट ने अब कमेटी को और समय दिया है ताकि क्लैट एग्जाम के दौरान हुई गड़बड़ी की जाच की जा सके। सात जून को पहली अलॉटमेंट लिस्ट कॅरियर लांचर के निदेशक अमित मित्तल के अनुसार सभी 19 लॉ यूनिवर्सिटी की पहली अलॉटमेंट लिस्ट सात जून को जारी होगी। इसे वरीयता सूची और रैंक के अनुसार तैयार किया जाएगा। यदि अंतिम कट ऑफ उम्मीद से अधिक है तो भी घबराने की जरूरत नहीं है।
कटऑफ 4वीं सूची तक गिरता जाएगा और केंद्रीयकृत काउंसिलिंग खत्म होने के बाद भी, यानी छह जुलाई के बाद कई सीटें खाली हो जाती हैं। विकल्प की नहीं कमी लॉ प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय के अनुसार तकनीकी खामियों के कारण इस बार कई अभ्यर्थियों की रैंक बिगड़ी है। पर उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। अंतिम चार लॉ यूनिवर्सिटी दो से ढाई हजार रैंक तक भी प्रवेश लेंगी।भारत में शीर्ष 15-18 लॉ स्कूल भी दाखिले के लिहाज से अच्छा विकल्प हैं। प्राइवेट लॉ स्कूल में आइएलएनयू, एसएलएस पुणे और नोएडा भी अच्छे हैं। इसके अलावा शिक्षा जगत के कुछ शीर्ष ब्राड भी लॉ स्कूल शुरू कर चुके हैं। इस वर्ष यहा दाखिला आसान होगा और भविष्य के लिहाज से भी यहा संभावनाएं अच्छी हैं। उस पर एलसैट-इंडिया जैसे कई अन्य परिणाम अभी लंबित हैं। बीए एलएलबी के बाद टॉप लॉ स्कूल से एलएलएम का विकल्प भी खुला है। किसी शीर्ष संस्थान से एलएलएम के बाद में यह फर्क नहीं पड़ता कि आपने बीए एलएलबी कहा से किया है।
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